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अब किसी भी दिन यूक्रेन पर हमला संभवः अमेरिका

७ फ़रवरी २०२२

अमेरिका ने कहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन अब किसी भी दिन यूक्रेन पर हमले का हुक्म दे सकते हैं. हालांकि जो बाइडेन सरकार ने अब भी कूटनीतिक रास्तों से मसले हल होने की उम्मीद नहीं छोड़ी है.

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तस्वीर: Mykola Tymchenko/AP/picture alliance

अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सलीवन ने रविवार को कहा कि कुछ दिनों या हफ्तों में व्लादीमीर पुतिन अपनी सेनाओं को यूक्रेन पर हमला करने का आदेश दे सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका और उसके यूरोपीय सहयोगी कूटनीतिक कोशिशें जारी रखेंगे.

‘फॉक्स न्यूज संडे' नाम के कार्यक्रम में सलिवन ने कहा, "हम बहुत करीब हैं. रूस अब किसी भी दिन यूक्रेन के खिलाफ सैन्य हमला कर सकता है. या इसमें एक-दो हफ्ते भी लग सकते हैं. या फिर इसके बजाय रूस के पास कूटनीतिक रास्ता चुनने का विकल्प भी है.”

फौजें तैयार हैं

शनिवार को दो अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि यूक्रेन पर पूरी ताकत से हमला करने के लिए रूस को जितनी सैन्य क्षमता की जरूरत है, उसकी लगभग 70 प्रतिशत तैयार की जा चुकी है. रूस ने एक लाख से ज्यादा सैनिक यूक्रेन की सीमा के पास जमा कर रखे हैं. हालांकि वहां की सरकार ने कहा है कि उसकी यूक्रेन पर आक्रमण की कोई योजना नहीं है लेकिन उसकी मांगें नहीं मानी गईं तो ‘सैन्य कार्रवाई' की जा सकती है.

रूस ने जो बड़ी मांगें सामने रखी हैं उनमें यह वादा भी शामिल है कि यूक्रेन को पश्चिमी देशों के सैन्य संगठन नाटो की सदस्यता नहीं दी जाएगी. 30 सदस्यों वाले इस संगठन ने रूस की इस मांग को अस्वीकार्य बताते हुए खारिज कर दिया है. रूस यह वादा भी चाहता है कि नाटो रूस की सीमा के पास पश्चिमी हथियार तैनात नहीं करेगा.

माक्रों रूस के दौरे पर

रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फ्रांस के अपने समकक्ष इमानुएल माक्रों से करीब 40 मिनट तक फोन पर बात की. माक्रों सोमवार को मॉस्को के दौरे पर जा रहे हैं जो यूक्रेन को लेकर बढ़े तनाव को शांत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. माक्रों के कार्यालय से जुड़े सूत्रों ने बताया कि दोनों नेताओं ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति के दौरे से पहले रणनीतिक समायोजन पर बात की.

जेक सलिवन का मानना है कि रूस के हमले का नतीजा यूक्रेन के उस डोनबास इलाके के छीने जाने के रूप में सामने आ सकता है, जहां यूक्रेन के अलगाववादियों ने 2014 में विद्रोह किया था.

सलिवन ने समाचार चैनल एबीसी के ‘दिस वीक' कार्यक्रम को बताया, "हमारा मानना है कि व्लादीमीर पुतिन द्वारा हमले का आदेश दिए जाने की बहुत गंभीर संभावना है. ऐसा कल भी हो सकता है और एक-दो हफ्ते के भीतर भी. सेनाएं किसी भी वक्त हमले के लिए पूरी तरह से तैयार की जा चुकी हैं.” (पढ़ें-रूस ने डॉयचे वेले का मॉस्को ब्यूरो बंद किया, पत्रकारों के अधिकार छीने)

पोलैंड पहुंचे अमेरिकी सैनिक

यूक्रेन ने कहा है कि उसके पास अभूतपूर्व अंतरराष्ट्रीय समर्थन है और वह मजबूती से तैयार है. वहां के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने रविवार को लोगों से अपील की कि ‘प्रलंयकारी अनुमानों' पर ध्यान ना दें. (पढ़ें-पुतिन: अमेरिका सैन्य टकराव की ओर धकेलने की कोशिश कर रहा है)

वैसे अमेरिका यह स्पष्ट कर चुका है कि यूक्रेन के पक्ष में लड़ने के लिए सैनिक नहीं भेजे जाएंगे. लेकिन पिछले यूक्रेन को उसने हथियार और अन्य साज-ओ-सामान दिया है. साथ ही पिछले हफ्ते जिन दो हजार अतिरिक्त अमेरिकी सैनिकों को यूरोप में तैनाती का ऐलान अमेरिका ने किया था, उनका एक हिस्सा पोलैंड पहुंच चुका है.

रविवार को लगभग 1,700 सैनिकों को लिए विमान पोलैंड में उतरे. बाइडेन ने अपने सैनिकों को एक संदेश भी भेजा है जिसमें मुट्ठी लहराते हुए उन्होंने कहा, "हम आपके बारे में सोच रहे हैं.”

वीके/सीके (रॉयटर्स)

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