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अपराधयूरोप

यूक्रेन में रूसी सेना पर बलात्कार के आरोप

१२ अप्रैल २०२२

यूक्रेन के एक मानवाधिकार संगठन ने संयुक्त राष्ट्र को बताया है कि रूसी सेना ने वहां बलात्कार का युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया है. रूस ने इन दावों से इनकार किया है.

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लंदन
लंदन में प्रदर्शनतस्वीर: Vuk Valcic/ZUMAPRESS/picture alliance

संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सुरक्षा परिषद को बताया है कि संस्था को यूक्रेन में बलात्कार और यौन हिंसा के कई मामलों की खबरें लगातार मिल रही हैं.

यूक्रेन के एक मानवाधिकार संगठन ला स्ट्राडा-यूक्रेन की अध्यक्ष कैटरीना चेरेपाखा ने बताया कि उनके संगठन की आपात हॉटलाइनों पर कई फोन आएं जिनमें रूसी सैनिकों पर बलात्कार के कम से कम नौ मामलों का आरोप लगाया गया.

(पढ़ें: यूक्रेन युद्ध: रूस समर्थक प्रदर्शनों से जर्मनी में आक्रोश)

बच्चों के सामने बलात्कार

इनमें 12 महिलाओं और लड़कियों को शिकार बनाया गया. चेरेपाखा ने वीडियो के जरिए सुरक्षा परिषद् को बताया, "यह आइसबर्ग की सिर्फ नोक भर है. हमें मालूम है और हम देख रहे हैं कि यूक्रेन में रूसी आक्रमणकारी हिंसा और बलात्कार का युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं...और हम चाहते हैं कि आप हमारी बात सुनें."

मारिउपोल, यूक्रेन
यूक्रेन के मारिउपोल में तबाही का मंजरतस्वीर: Alexander Ermochenko/REUTERS

रूस ने नागरिकों पर हमला करने के आरोपों से बार बार इनकार किया है. संयुक्त राष्ट्र ने पिछले सप्ताह कहा था कि उसके मानवाधिकार मॉनिटर रूसी सैनिकों पर लगाए गए यौन हिंसा के आरोपों की जांच करने की कोशिश कर रहे हैं.

इन आरोपों में सामूहिक बलात्कार और बच्चों के सामने बलात्कार शामिल हैं. यूक्रेन के सैनिकों और सिविल डिफेंस सैनिकों के खिलाफ भी यौन हिंसा के आरोपों की जांच की कोशिशें चल रही हैं. संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के दूतावास ने इन आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है.

(देखें: यूक्रेन में मारे गए रूसी सैनिकों की पहचान)

संयुक्त राष्ट्र में रूस के डिप्टी राजदूत दमित्री पोलिआंस्की ने सुरक्षा परिषद को 11 अप्रैल को बताया, "जैसा कि हम कई बार बता चुके हैं, रूस नागरिकों के खिलाफ युद्ध नहीं करता है." उन्होंने यूक्रेन और उसके सहयोगी देशों पर "रूसी सैनिकों को सेडिस्ट और बलात्कारी दर्शाने के स्पष्ट इरादे" रखने का आरोप लगाया. 

जांच की जरूरत

यूएन वीमेन की कार्यपालक निदेशक सिमा बहाउस ने कहा कि सभी आरोपों की स्वतंत्र रूप से जांच की जानी चाहिए ताकि न्याय और जवाबदेही को सुनिश्चित किया जा सके. उन्होंने परिषद को बताया, "बलात्कार और यौन हिंसा की खबरें बढ़ती जा रही हैं.

खारकीव, यूक्रेन
यूक्रेन के खारकीव में रूसी हमले के बाद का दृश्यतस्वीर: Felipe Dana/AP/picture alliance

बड़े स्तर पर विस्थापन, रंगरूटों और किराए के सैनिकों के दबाव और यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ दिखाई गई बर्बरता के मिले जुले असर की वजह से खतरे के सभी झंडे खड़े हो गए हैं."

(पढ़ें: मानवाधिकार काउंसिल से निकाला गया रूस)

यूक्रेन युद्ध में शामिल सभी देशों में रंगरूटों का सिस्टम है, जिसके तहत युवाओं के लिए सैन्य सेवाएं देना कानूनी रूप से अनिवार्य है. यूक्रेन और रूस दोनों ने एक दूसरे पर किराए के लड़ाकों के इस्तेमाल का आरोप भी लगाया है.

संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लितस्या ने परिषद को बताया कि यूक्रेन के प्रॉसीक्यूटर जनरल "यूक्रेनी महिलाओं के खिलाफ रूसी सैनिकों द्वारा की गई यौन हिंसा के मामलों को दर्ज करने की एक विशेष प्रक्रिया की शुरुआत कर रहे हैं."

सीके/एए (रॉयटर्स)

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