दोबारा चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगे फ्रांस के राष्ट्रपति
२ दिसम्बर २०१६ओलांद ने गुरुवार को टीवी पर फ्रांस के लोगों को संबोधित करते हुए अपने फैसले की जानकारी दी. उन्होंने कहा, "मैंने राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार न बनने का फैसला किया है. यह बात मैं आपको खुद बताना चाहता था." उन्होंने कहा, "आने वाले महीनों में मेरा इकलौता कर्तव्य अपने देश का नेतृत्व करना रहेगा." उनका कार्यकाल 2017 में पूरा हो रहा है.
इसके साथ ही उन्होंने 2012 में राष्ट्रपति के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद से अपनी उपलब्धियों को गिनाया है जिनमें आतंकवाद और बेरोजगारी के खिलाफ लड़ाई भी शामिल है. उन्होंने कहा, "नतीजे आ रहे हैं, हालांकि उस रफ्तार से नहीं जैसा हमने सोचा था, लेकिन नतीजे आ रहे हैं." ओलांद दूसरे विश्व युद्ध के बाद पहले ऐसे फ्रांसीसी राष्ट्रपति हैं जिन्होंने दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव में ना उतरने का फैसला किया है.
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ओलांद के इस फैसले के बाद संभवतः प्रधानमंत्री मैन्युअल वाल्स के लिए 2017 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के रास्ता तैयार होगा. सोशलिस्ट उम्मीदवार जो भी हो, उसका सामना चुनाव में मध्य-दक्षिणपंथी उम्मीदवार फ्रांसुआ फिलो और धुर दक्षिणपंथी नेशनल फ्रंट की नेता मारी ली पेन से हो सकता है. लोकप्रियता के मामले में ओलांद इन दोनों उम्मीदवारों से बहुत पीछे चल रहे हैं.
गुरुवार को ओलांद ने फिलो की आचोलना की, जो टैक्स में कटौती और श्रम कानूनों में ढील देने की बात कह रहे हैं. फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा, "मैं इस व्यक्ति का और इसकी पृष्ठभूमि का सम्मान करता हूं लेकिन मैं मानता हूं कि जिन सवालों को वह पेश कर रहे हैं उनसे हमारे सोशल मॉडल को नुकसान होगा और अर्थव्यवस्था को इसका कोई फायदा नहीं होने वाला है."
वहीं फिलो ने इस पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ओलांद का फैसला साफ करता है कि अपनी नाकामियों की वजह से वह और आगे नहीं जाना चाहते. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ओलांद का कार्यकाल राजनीतिक बिखराव के रूप में खत्म हो रहा है.
एके/वीके (एएफपी, एपी, रॉयटर्स)
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