1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

गैंडे अभी भी खतरे में

२२ अगस्त २०२२

अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक संरक्षण संघ ने कहा है कि गैंडों के सींग के लिए उनके शिकार में कमी आने के बावजूद, उनके भविष्य पर आज भी खतरा मंडरा रहा है. अफ्रीका में 2018 से 2021 के बीच 2,707 गैंडों का शिकार किया गया.

https://p.dw.com/p/4Frpj
सफेद गैंडा
दक्षिण अफ्रीका का सफेद गैंडातस्वीर: Sunshine Seeds/Zoonar/picture alliance

स्विट्जरलैंड स्थित अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक संरक्षण संघ (आईयूसीएन) के मुताबिक पिछले तीन-चार सालों में अफ्रीका में जितने गैंडे मारे गए उनमें से 90 प्रतिशत दक्षिण अफ्रीका में मारे गए. उनमें भी गैंडे मुख्य रूप से क्रूगर राष्ट्रीय उद्यान में मारे गए.

दुनिया में गैंडों की कुल आबादी में से 80 प्रतिशत दक्षिण अफ्रीका में ही पाए जाते हैं. आईयूसीएन ने एक रिपोर्ट में बताया है, "अफ्रीका में गैंडों के शिकार की दर में गिरावट जारी है. 2015 में ये कुल आबादी के 5.3 प्रतिशत के बराबर थी और 2021 में यह गिर कर 2.3 प्रतिशत पर पहुंच गई."

गैंडे का सींग
गैंडों के सींग के लिए उनके शिकार में कमी आई हैतस्वीर: Michele Depraz/World Wildlife Fund/AP/picture alliance

आईयूसीएन एसएससी अफ्रीकन राइनो विशेषज्ञ समूह के वैज्ञानिक अधिकारी सैम फरेरा ने कहा, "गैंडों के शिकार में आई गिरावट प्रोत्साहक है, लेकिन फिर भी यह इन शानदार जानवरों के बच रहने के लिए गंभीर खतरा है."

(पढ़ें: आसान नहीं है पूर्वोत्तर भारत में वन्यजीव संरक्षण की कवायद)

कोविड की वजह से शिकार में कमी

संस्था ने कहा कि कोविड प्रतिबंधों और व्यापार और आवाजाही पर नियंत्रण की वजह से 2020 गैंडों के शिकार के लिए एक असामान्य साल था. रिपोर्ट के मुताबिक, "2020 में दक्षिण अफ्रीका में 394 गैंडे मारे गए जब कि केन्या में एक भी नहीं मारा गया. लेकिन, जैसे जैसे कोविड से जुड़े यात्रा प्रतिबंध हटाए गए, कुछ स्थानों से शिकार में वृद्धि की खबरें आने लगीं."

रिपोर्ट में आगे कहा गया, "उदाहरण के तौर पर 2021 में दक्षिण अफ्रीका में 451 और केन्या में छह गैंडे मारे गए. ये आंकड़े 2015 के आंकड़ों के मुकाबले अभी भी काफी कम हैं. उस साल अकेले दक्षिण अफ्रीका में ही 1,175 गैंडों का शिकार कर दिया गया."

केन्या के इन लोगों ने गैंडों को शिकार होने से बचा लिया

अफ्रीका में गैंडों की आबादी हर साल 1.6 प्रतिशत की दर से गिर रही है. यह 2018 में 23,562 थी लेकिन 2021 के अंत तक यह 22,137 हो गई. आईयूसीएन ने बताया कि इसी अवधि में सफेद गैंडों की संख्या लगभग 12 प्रतिशत गिर कर 18,067 से 15,942 तक पहुंच गई.

कैसे बढ़े आबादी

संस्था ने कहा, "गैंडों की संख्या बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से जनसंख्या प्रबंधन और शिकार विरोधी गतिविधियां जारी रखना जरूरी है." मुख्य रूप से भारत और नेपाल में मिलने वाले एक सींग वाले गैंडे और गंभीर रूप से खतरे में पड़े जावन गैंडे की संख्या कानून को सख्ती से लागू करने की वजह से 2017 के बाद से बढ़ी है.

(पढ़ें: एक सींग वाले गैंडों के संरक्षण में कामयाबी)

रिपोर्ट के मुताबिक 2018 से अभी तक एशिया में गैंडों के शिकार की 11 घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें से 10 भारत में और एक नेपाल में दर्ज की गई. ये सभी एक सींग वाले गैंडे थे. 

सीके/एए (एएफपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें