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फिलीपींस: राष्ट्रपति चुनाव में बॉक्सर पैकियाओ

८ अक्टूबर २०२१

चुनाव में पैकियाओ का मुख्य मुकाबला मौजूदा उपराष्ट्रपति लेनी रोब्रेडो और पूर्व तानाशाह फर्डिनांड मार्कोस के बेटे मार्कोस जूनियर से है. देखना ये है कि पैकियाओ रिंग के बाहर ‘खिताब’ अपने नाम कर पाते हैं या नहीं.

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फिलीपींस की उप-राष्टरपति लेनी रोब्रेडोतस्वीर: picture-alliance/ANN/Philippine Daily Inquirer

फिलीपींस में 2022 में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. इसके लिए, पांच उम्मीदवार मुख्य तौर पर राष्ट्रपति बनने की दौड़ में शामिल हैं. इनमें प्रसिद्ध मुक्केबाज मैनी पैकियाओ भी शामिल हैं. पैकियाओ रिंग में आठ अलग-अलग डिवीजनों में विश्व खिताब जीतने वाले एकमात्र मुक्केबाज चैंपियन हैं. उन्होंने पिछले महीने घोषणा की थी कि वह राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ेंगे. चुनाव लड़ने के लिए, उन्होंने पिछले महीने मुक्केबाजी से रिटायर होने का फैसला लिया.

पैकियाओ ने अपनी उम्मीदवारी की घोषणा से पहले कहा था, "मैं हमेशा संघर्ष करता रहूंगा, चाहे वह रिंग में हो या रिंग से बाहर." बॉक्सिंग चैंपियन अब तक दो बार सांसद रह चुके हैं और अभी वह सेनेटर हैं. लेकिन इस बार उनके लिए मुकाबला काफी कठिन हो सकता है.

मनीला के मेयर और पूर्व मैटिनी आइडल आइजैको मोरेना उर्फ फर्डिनांड ‘बोंगबोंग' मार्कोस जूनियर भी इस चुनाव में खड़े हैं. वह पूर्व दिवंगत तानाशाह फर्डिनांड मार्कोस के बेटे हैं. फर्डिनांड ने 1970 के दशक में मार्शल लॉ के तहत फिलीपींस पर शासन किया था.

उप-राष्ट्रपति लेनी रोब्रेडो भी दौड़ में शामिल

फिलीपींस की उप-राष्टरपति लेनी रोब्रेडो ने भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा सोशल मीडिया के जरिए की. उन्होंने 15 मिनट का एक वीडियो भी सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर शेयर किया है.

रोब्रेडो ने कहा, "हमें मौजूदा स्थिति से खुद को मुक्त करने की जरूरत है. मैं लड़ूंगी, हम लड़ेंगे." रोब्रेडो की पहचान उदार मानवाधिकार वकील के तौर पर है. उन्होंने पूर्व सेनेटर फर्डिनांड मार्कोस जूनियर को 2016 के उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में हराया था.

रोब्रेडो ने मार्कोस जूनियर के 1972 से 1981 तक अपने पिता के तानाशाही शासन के तहत हजारों मानवाधिकार पीड़ितों पर माफी मांगने और खेद व्यक्त करने से इनकार करने की बात पर भी तीखा हमला बोला.

फिलीपींस में बिजली के विकल्प

उन्होंने कहा कि वह ऐसे लोगों के खिलाफ लड़ रही हैं जिनके पास पैसा है, पूरी मशीनरी है, और जो किसी भी कहानी को फैला सकते हैं. लेकिन कोई भी शोर सच्चाई को दफन नहीं कर सकता. यह कठिन चढ़ाई है जिसे हमें पार करना है.

राजनीतिक विश्लेषक टोनी लाविना ने डीडब्ल्यू को बताया कि राजनीति में ज्यादा अनुभव नहीं होने के बावजूद पैकियाओ के पास चुनाव जीतने का बढ़िया मौका है. वह कहते हैं, "राष्ट्रपति बनने की रेस में पांच लोग शामिल हैं. इसकी वजह से 30 प्रतिशत से कम वोट पाने के बावजूद चुनाव जीता जा सकता है."

गृह प्रांत से मिल सकती है बढ़त

लाविना अनुमान लगाते हैं कि पैकियाओ अपने गृह प्रांत मिंडानाओ, दक्षिणी फिलीपीन द्वीप और देश के मध्य इलाके से वोट पा सकते हैं. अगर यहां की जनता उन्हें वोट देती है, तो राष्ट्रपति बनने का उनका सपना पूरा हो सकता है.

लाविना कहते हैं, "मतदाता चाहते हैं कि उनके इलाके का कोई व्यक्ति राष्ट्रपति बने. इससे वह उन इलाकों के विकास को प्राथमिकता देगा."

वर्तमान राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे के पूर्व राजनीतिक सहयोगी पैकियाओ उसी राजनीतिक दल पीडीपी-लबान से चुनाव लड़ेंगे. डुटेर्टे की तरह ही, पैकियाओ भी गरीबों का समर्थन पाने की कोशिश कर रहे हैं. वह फिलीपींस के 19 लाख बेघरों को घर देने का वादा कर रहे हैं.

बॉक्सिंग और राजनीति में पैकियाओ के करियर को कवर करने वाले खेल पत्रकार रेयान सोंगलिया ने डीडब्ल्यू को बताया, "पैकियाओ खुद को जनता से जुड़े होने और उनके बीच का होने का दावा कर सकते हैं. यह दावा शायद ही कोई दूसरा उम्मीदवार कर सकता है. जो चीज उन्हें अन्य उम्मीदवारों से अलग करती है, वह है अपने मुक्केबाजी मुकाबलों के साथ मीडिया में बने रहने की क्षमता."

हालांकि, समाजशास्त्री निकोल क्यूरेटो ने कहा कि चुनाव पैकियाओ के पक्ष में नहीं है. खुद को गरीबों का रहनुमा दिखाकर वे चुनाव नहीं जीत सकते. क्यूरेटो ने डॉयचे वेले को बताया, "पैकियाओ के अलावा दूसरे उम्मीदवार भी खुद को गरीबों के बीच का और उनके रहनुमा होने का दावा कर सकते हैं."

वह कहते हैं, "पैकियाओ की टीम के लिए अलग चुनौती है. उन्हें लोगों को जोड़ने वाले वादों के साथ मतदाताओं से जुड़ना है. इसके लिए, विशेष तैयारी करनी होगी. फिलहाल, उसकी संभावना कम दिखती है."

वर्तमान राष्ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे की बेटी सारा डुटेर्टे भी राष्ट्रपति पद के पसंदीदा उम्मीदवार के तौर पर सर्वे में आगे चल रही हैं. हालांकि, उनके कार्यालय ने यह साफ कर दिया है कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी. इसके बावजूद, राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि वह नवंबर के मध्य में देर से उम्मीदवारी दाखिल कर सकती हैं, जैसा कि उनके पिता ने किया था.

मतदाताओं के लिए 2022 के चुनाव में बहुत कुछ दांव पर लगा है. देश की अर्थव्यवस्था अपने सबसे खराब दौर से गुजर रही है. कोरोना महामारी के दौरान स्थिति और भी खराब हो गई थी. ब्लूमबर्ग न्यूज ने फिलीपींस को महामारी के दौरान सबसे खराब जगह करार दिया था. कोरोना महामारी के दौरान दसियों हजार लोगों की मौत हुई थी.

मतदान के प्रति बढ़ा रूझान

देश के मौजूदा हालात को देखते हुए, मतदान करने को लेकर लोगों का रूझान बढ़ा है. फिलीपींस में रहने वाली क्रिस्टीन कीको सूजी मतदान सूची में अपना नाम जुड़वाने के लिए 10 घंटे तक कतार में लगी रहीं. सूजी 26 साल की हैं. उन्होंने डॉयचे वेले को बताया कि 2016 में उन्होंने अपने मत का प्रयोग नहीं किया था. इसका उन्हें काफी अफसोस है.

वह कहती हैं, "मतदान के लिए पंजीकरण कराने के लिए मुझे काफी संघर्ष करना पड़ा. मैं पैकियाओ और मार्कोस जूनियर के खिलाफ वोट करना चाहती हूं."

टेक्सस के डैलस में रहने वाली पेटेर्नो मतदान पंजीकरण कराने के लिए ह्यूस्टन स्थित फिलीपीन वाणिज्य दूतावास में पहुंचीं. इसके लिए उन्होंने चार घंटे का सफर किया.

अंधाधुंध मछली पकड़ने के खतरे

पेटर्नो ने डॉयचे वेले से कहा, "हम उन तथाकथित नेताओं को वोट नहीं करेंगे जो टैक्स के पैसे चुराते हैं या सिर्फ सार्वजनिक हित के बारे में चिंतित होने का नाटक करते हैं." वह भी पैकियाओ के खिलाफ हैं.

वह कहती हैं, "क्या वे यह भी समझते हैं कि राष्ट्रपति बनने के लिए क्या करना पड़ता है? उन्हें लगता है कि उनके पास दैवीय शक्ति है और वह देश के डूबते जहाज को बचा सकते हैं."

रिपोर्ट: एना पी. सैंटोस

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