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पाकिस्तान: 15 घंटे, 900 फीट की ऊंचाई पर फंसे लोग ऐसे बचे

२३ अगस्त २०२३

पाकिस्तान में सैकड़ों फीट की ऊंचाई पर 15 घंटों तक हवा में लटके छह बच्चों और दो वयस्कों को सुरक्षित बचा लिया गया है.

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पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में मंगलवार सुबह केबल कार का तार टूटा
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत में मंगलवार सुबह केबल कार का तार टूटातस्वीर: AFP/Getty Images

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के एक पहाड़ी इलाके में मंगलवार को केबल कार का तार टूट जाने के बाद उसमें सवार आठ लोग 900 फीट की ऊंचाई पर फंस गए थे. इस केबल कार में छह स्कूली बच्चे समेत आठ लोग सवार थे.

यह घटना अल्लाई तहसील के बट्टाग्राम जिले की है. मामले की गंभीरता को देखते हुए पाकिस्तानी स्पेशल फोर्स ने स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.

तार टूट जाने के कारण ये सभी लोग केबल कार में 15 घंटों तक 900 फीट की ऊंचाई पर हवा में फंस रहे. पाकिस्तान की आपात सेवा के अधिकारी बिलाल फैजी ने बताया, "रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा हो गया है. बचाए जाने वाले दो वयस्क आखिरी थे."

केबल कार में छह बच्चों समेत आठ लोग सवार थे
केबल कार में छह बच्चों समेत आठ लोग सवार थेतस्वीर: UGC/AP/picture alliance

गहरी खाई और पहाड़ के बीच फंसे

केबल कार ऐसी जगह फंसी थी जहां बिना हवाई मदद के पहुंचना मुश्किल था. इस इलाके में नीचे गहरी खाई है और नदी बहरी रही है. ऐसे में पाकिस्तानी सेना ने रेस्क्यू ऑपरेशन में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया.

पाकिस्तानी सेना ने कहा कि दो बच्चों को एक हेलीकॉप्टर के जरिए सुरक्षित निकाला गया, जबकि अन्य लोगों को अंधेरे के कारण हवाई अभियान रोकने के बाद बचाया गया.

पाकिस्तान के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकड़ ने कहा कि वह घटना पर बारीकी से नजर बनाए हुए हैं और राहत व्यक्त की कि फंसे हुए सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है.

उन्होंने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा, "यह जानकर राहत मिली कि अल्हम्दुलिल्लाह सभी बच्चों को सफलता के साथ और सुरक्षित बचा लिया गया. सेना, बचाव विभाग, जिला प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय लोगों का शानदार टीम वर्क."

एक सुरक्षा अधिकारी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि फ्लड लाइटें लगा दी गई थीं ताकि केबल कार में खराबी आने के 12 घंटे से अधिक समय तक जमीन पर बचाव कार्य जारी रखा जा सके.

सेना ने अपने रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत स्लिंग ऑपरेशन किया, जिसमें जवान स्लिंग के जरिए लटककर केबल कार तक पहुंचे. यह बहुत ही ज्यादा जोखिम वाला ऑपरेशन था. जिसमें तेज हवाएं ऑपरेशन में बाधा बन रही थी. ऑपरेशन के दौरान हेलीकॉप्टर के पायलट को भी काफी सतर्क रहना पड़ा.

यह घटना मंगलवार को सुबह उस वक्त हुई जब बच्चे केबल कार पर सवार होकर स्कूल जा रहे थे. इस्लामाबाद से लगभग 200 किलोमीटर उत्तर में बट्टाग्राम एक पहाड़ी इलाका है और यहां लोग केबल कार का इस्तेमाल एक पहाड़ से दूसरे पहाड़ पर पहुंचने के लिए करते हैं.

केबल कारें बदलेंगी शहरी यातायात का भविष्य

अटकी सासों के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन

पहाड़ी इलाके में तेज हवाओं के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन जटिल था, साथ ही यह चिंता भी थी कि हेलीकॉप्टर के रोटर ब्लेड केबल कार को और अस्थिर कर सकते हैं. टीवी चैनल पर दिखाई गईं तस्वीरों में एक बच्चे को हेलीकॉप्टर द्वारा केबल कार से नीचे ले जाते हुए दिखाया गया.

स्कूल के हेडमास्टर अली असगर खान ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि फंसे हुए किशोर उनके सरकारी हाई स्कूल बटांगी पश्तो के छात्र थे.

पाकिस्तान के पहाड़ी इलाकों के कई ग्रामीण छोटी दूरी की यात्रा करने के लिए इसी तरह की केबल कार का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये खराब रखरखाव वाली केबल कारें हर साल मौतों और चोटों का कारण बनती हैं.

साल 2017 में मर्री के पहाड़ी इलाके के लोकप्रिय रिजॉर्ट में एक केबल कार की लिफ्ट लगाने के दौरान एक बड़ा हादसा हो गया था, सैकड़ों फीट गहरी खाई में लिफ्ट के गिरने से 10 लोगों की मौत हो गई थी.

एए/सीके (एपी, एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स)