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नूंह में वीएचपी बिना इजाजत शोभायात्रा निकालने पर अड़ी

आमिर अंसारी
२८ अगस्त २०२३

हरियाणा के नूंह में कुछ हिंदू संगठनों ने फिर से शोभायात्रा निकालने का ऐलान किया है. हालांकि इसकी इजाजत प्रशासन ने नहीं दी है.

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नूंह, हरियाणा
हरियाणा के नूंह में धारा 144 लागू तस्वीर: Ab Rauoof Ganie/DW

हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान हिंसा हुई थी लेकिन कुछ हिंदू संगठनों ने सोमवार को फिर से यात्रा निकालने का ऐलान किया है. सरकार ने इस यात्रा की इजाजत नहीं दी है. सर्व जातीय हिंदू महापंचायत की ओर से शोभायात्रा निकालने का आह्वान किये जाने के मद्देनजर नूंह में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है.

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यात्रा निकालने की अनुमति नहीं दी है. उन्होंने कहा यात्रा में भाग लेने के बजाय लोग जलाभिषेक के लिए अपने-अपने इलाकों के मंदिर में जा सकते हैं. खट्टर ने कहा कानून-व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है.

नूंह, हरियाणा
नूंह में पुलिस के मुताबिक हरियाणा पुलिस के 1,900 जवान और अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनियां तैनात की गई तस्वीर: Ab Rauoof Ganie/DW

इजाजत नहीं फिर भी अड़ी वीएचपी

बिना इजाजत शोभायात्रा निकालने को लेकर नूंह में धारा 144 लगा दी गई है और इलाके के स्कूल-कॉलेज और बैंक बंद कर दिए गए हैं. अनुमति नहीं मिलने के बावजूद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने कहा कि ब्रज मंडल शोभा यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की जाएगी उसका दावा है कि कानून-व्यवस्था से जुड़ा कोई मुद्दा नहीं उठेगा.

वीएचपी के प्रवक्ता विनोद बंसल ने मीडिया से कहा, "यात्रा सोमवार को हो यानी सावन के आखिरी सोमवार को निकाली जाएगी. यह तीर्थ यात्रा है और इसके लिए किसी इजाजत की जरूरत नहीं होती."

हरियाणा के आईजी राजेंद्र कुमार ने कहा कि वीएचपी को यात्रा न निकालने के लिए समझाया जा रहा है. नूंह में पुलिस के मुताबिक हरियाणा पुलिस के 1,900 जवान और अर्धसैनिक बलों की 24 कंपनियां तैनात की गई हैं. नूंह में इंटरनेट सेवा रोक दी गई है. दूसरी ओर नूंह आने वाले सभी वाहनों की तलाशी ली जा रही है.

हिंसा के जख्मों से कराहता नूंह

नूंह में 31 जुलाई को हुई थी हिंसा

मेवात-नूंह में 31 जुलाई को ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकाली गई थी और इस दौरान यात्रा पर पथराव हो गया था. आरोप लगे थे कि यात्रा के दौरान भड़काऊ नारे लगाए गए थे और यात्रा में शामिल लोग तलवार और डंडों से लैस थे. इसी दौरान यात्रा पर पथराव हो गया था. जिसके बाद हिंसा भड़क गई थी और दो समुदाय आमने-सामने आ गए.

नूंह के बाद गुरुग्राम, फरीदाबाद और सोहना में भी तनाव फैल गया था और कई इलाकों में अल्पसंख्यक समुदाय के धार्मिक स्थलों को भी निशाना बनाया गया था. मेवात-नूंह में हिंसा के दौरान दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की मौत हुई थी.