1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

रूस: बुधवार को यूक्रेन पर हमला नहीं होगा

१६ फ़रवरी २०२२

रूस के ईयू राजदूत ने यूक्रेन पर आने वाले दिनों में हमले से इनकार किया है. उन्होंने डी वेल्ट अखबार से कहा, "आने वाले सप्ताह में या उसके बाद के सप्ताह में या आने वाले महीने में तनाव में कोई वृद्धि नहीं होगी."

https://p.dw.com/p/4752A
यूक्रेन सीमा के पास रूसी जंगी तैनाती
यूक्रेन सीमा के पास रूसी जंगी तैनाती तस्वीर: picture alliance/dpa/Russian Defence Ministry

करीब दो महीने से जारी रूस और यूक्रेन तनाव में कुछ नरमी के संकेत दिखने लगे हैं. यूरोपीय संघ में रूस के राजदूत व्लादिमीर चिजोव ने उन सुझावों को खारिज कर दिया है कि उनका देश यूक्रेन पर हमला करने वाला है. न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक अमेरिकी खुफिया सूत्र का हवाला देते हुए कहा कि मॉस्को बुधवार (16 फरवरी) को यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई की तारीख के रूप में चर्चा कर रहा था, जिसे चिजोव ने जर्मन अखबार डी वेल्ट में प्रकाशित टिप्पणियों में खंडन किया.

चिजोव ने क्या कहा?

उन्होंने डी वेल्ट से कहा, "जहां तक ​​रूस का संबंध है, मैं आपको आश्वस्त कर सकता हूं कि इस बुधवार को कोई हमला नहीं होगा." आगे उन्होंने कहा, "आने वाले सप्ताह में, या उसके बाद के सप्ताह में, या आने वाले महीने में तनाव में कोई वृद्धि नहीं होगी."

साथ ही चिजोव ने कहा, "यूरोप में युद्ध शायद ही कभी बुधवार को शुरू होते हैं." ब्रसेल्स में मॉस्को के राजदूत ने दिसंबर में इसी तरह की टिप्पणी की थी. तब से अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उनकी खुफिया जानकारी से पता चलता है कि रूस 20 फरवरी को शीतकालीन ओलंपिक की समाप्ति से पहले यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना सकता है.

चिजोव ने यूक्रेन पर संभावित हमले के अमेरिकी आरोपों की निंदा की. उन्होंने कहा, "जब आप आरोप लगाते हैं, खास तौर से रूस के खिलाफ बहुत गंभीर आरोप, तो आप पर भी सबूत पेश करने की जिम्मेदारी होती है. नहीं तो यह बदनामी है." उन्होंने सवाल किया, "तो सबूत कहां है?"

अमेरिका और यूरोपीय देशों ने यूक्रेन से वापस बुलाए नागरिक

उन्होंने पश्चिम से रूस की सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेने का आग्रह करते हुए कहा, "जब हमारे सहयोगी आखिरकार हमारी वैध चिंताओं को सुनते हैं, तो देशों के बीच नरमी की प्रक्रिया आने में लंबा समय नहीं लगेगा."

उन्होंने कहा, "यह लिस्बन से लेकर व्लादिवोस्तोक तक सभी यूरोपीय लोगों के हित में होगा, लेकिन साथ ही दुनिया के अन्य सभी देशों के भी."

रूस यूक्रेन को पश्चिमी देशों के सैन्य संगठन नाटो में शामिल करने की कोशिशों से नाराज है. सोवियत संघ के विघटन से पहले यूक्रेन सोवियत का ही हिस्सा था. मंगलवार को ही जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स मॉस्को पहुंचे थे और रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से मुलाकात की. ये बातचीत और उसके पहले बने माहौल से तनाव घटने के संकेत मिल रहे हैं. शॉल्त्स से पुतिन की मुलाकात के पहले रूस ने यूक्रेन की सीमा पर से कुछ सैनिकों को हटाना शुरू कर दिया.

एए/सीके (एएफपी, एपी)

रूसी हमले की आशंका से उठाए हथियार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी