अमेरिका में समलैंगिक पुरुषों के लिए रक्तदान हुआ आसान
१२ मई २०२३अमेरिका में गे और बाइसेक्सुअल पुरुषों के लिए रक्तदान करने को और आसान बना दिया गया है. पहले उन्हें दूसरे पुरुषों से सेक्स करने के तीन माह बाद तक रक्तदान करने की अनुमति नहीं थी, लेकिन अब इसमें छूट दे दी गई है.
अमेरिकी नियामक एजेंसी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, एफडीए के नए नियम रक्तदान करने वाले के व्यवहार पर ध्यान केंद्रित करते हैं, ना कि यौन ओरिएंटेशन पर. नए नियम के अनुसार एक पार्टनर से रिश्ते रखने वाले गे और बाइसेक्सुअल पुरुषों को बिना सेक्स से परहेज किए रक्तदान करने की इजाजत मिल गई है.
कुछ प्रतिबंध अभी भी लागू हैं
इस बदलाव की योजना की घोषणा एजेंसी ने जनवरी में ही की थी. उसने इस हफ्ते कहा कि ब्लड बैंक अब इस नए नियम को लागू कर सकते हैं. तीन माह तक सेक्स से दूर रहने की अनिवार्यता को समाप्त कर अब सभी भावी डोनरों का चयन एक नई प्रश्नावली के आधार पर किया जाएगा.
डोनर चाहे किसी भी लिंग का हो और उसके कोई भी यौन ओरिएंटेशन हो, प्रश्नावली इस आधार पर भेदभाव नहीं करेगी. डोनरों की सेक्सुअल गतिविधि, हालिया पार्टनर और दूसरे कारकों के आधार पर उनके एचआईवी संक्रमण के रिस्क का मूल्यांकन किया जाएगा.
ऐसे संभावित पार्टनर जिन्होंने पिछले तीन महीनों में नए पार्टनरों के साथ एनल सेक्स करने की जानकारी दी हो, उन्हें उस समय रक्तदान नहीं करने दिया जाएगा और कुछ समय बाद की तारीख दे दी जाएगी.
एफडीए ने कहा कि नई नीति ताजा वैज्ञानिक सबूतों के आधार पर बनाई गई है और ब्रिटेन और कनाडा में लागू नियमों जैसी ही है. यह डोनर पात्रता का और विस्तार करने के लिए एफडीए की ओर से उठाया गया ताजा कदम है. इससे पहले से ज्यादा रक्तदान होने की संभावना है.
वैज्ञानिक तरक्की
एफडीए के बायोलॉजिकल थेरेपीज केंद्र के निदेशक डॉक्टर पीटर मार्क्स ने एक बयान में कहा, "इन सिफारिशों को लागू करना एजेंसी और एलजीबीटीक्यूआई प्लस समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा."
समलैंगिक अधिकार समूहों ने रक्तदान पर दशकों से लगे प्रतिबंधों का लंबे समय से यह कहते हुए विरोध किया है कि प्रतिबंध भेदभाव करते हैं. अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन जैसे संगठनों का भी कहना है कि इस तरह की रोक खून की जांच में हुई तरक्की को देखते हुए अनावश्यक है.
अगर किसी की एचआईवी जांच का नतीजा कभी भी पॉजिटिव आया हो तो उसे रक्तदान के लिए अयोग्य माना जाएगा. यौन संपर्क के जरिए एचआईवी होने से रोकने के लिए दवा ले रहे लोगों को भी दवा की आखिरी खुराक लेने के तीन महीने बाद तक रक्तदान करने की मनाही होगी.
एफडीए अमेरिकी ब्लड बैंकों के अनिवार्यताएं और प्रक्रियाएं तय करता है. सभी भावी डोनरों को कुछ सवालों का जवाब देना होता है. दान किये गए खून की एचआईवी, हेपेटाइटिस सी, सिफलिस और दूसरी संक्रामक बीमारियों के लिए जांच की जाती है.
सीके/एनआर (एपी)