1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बेटा पैदा करने के लिए माथे में ठोक ली कील

१० फ़रवरी २०२२

पाकिस्तान में एक गर्भवती महिला ने अपने सिर में कील ठोक ली क्योंकि उसे लगा था कि इससे उसे बेटी की जगह बेटा पैदा होगा. सोशल मीडिया पर घटना की चर्चा होने के बाद अधिकारियों को इसका पता चला.

https://p.dw.com/p/46mBQ
पाकिस्तान के पेशावर में एक महिला ने बेटे की चाह में अपने माथे में कील ठोक ली
पाकिस्तान के पेशावर में एक महिला ने बेटे की चाह में अपने माथे में कील ठोक लीतस्वीर: PPI/ZUMAPRESS.com/picture alliance

पाकिस्तान में अधिकारी एक ऐसे धर्मगुरू की तलाश कर रहे हैं जिसने एक गर्भवती महिला को बेटा पैदा करने के लिए माथे में कील ठोकने की सलाह दी. पेशावर का यह मामला देश के सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है.

महिला का इलाज करने वाले लेडी रीडिंग अस्पताल के चिकित्सक हैदर सुलेमान ने बताया कि कील महिला की खोपड़ी के भीतर घुस गई थी लेकिन उसके मस्तिष्क तक नहीं पहुंची थी. डॉ. सुलेमान ने डॉन अखबार को बताया, "उसने कहा कि उसके पड़ोस में एक और महिला ने ऐसा ही किया था और उसे बेटा पैदा हुआ, जबकि अल्ट्रासाउंड में गर्भ में लड़की बताई गई थी.”

पढ़ेंः  पाकिस्तान: ईशनिंदा का मैसेज भेजने पर महिला को मौत की सजा

पीर ने कहा था

आरोप है कि महिला को ऐसा करने की सलाह एक पीर बाबा ने दी थी. मामला अधिकारियों की नजर में तब आया जब महिला के सिर के एक्स रे की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की जाने लगीं. स्थानीय पुलिस प्रमुख अब्बास अहसान ने कहा कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि डॉक्टर ने इस बारे में पुलिस को सूचित क्यों नहीं किया.

अहसान ने ट्विटर पर लिखा, "फर्जी पीर को पकड़ने के लिए विशेष दल गठित कर दिया गया है. उस पीर ने एक महिला की जिंदगी को खतरे में डाला और बेटा पैदा होने का झूठा वादा किया.”

पति ने दी थी छोड़ देने की धमकी

यह अभी स्पष्ट नहीं है कि महिला ने खुद कील अपने माथे में ठोकी या फिर किसी ने उसकी मदद की. लेकिन डॉ. सुलेमान के मुताबिक यह सब महिला के घर में ही हुआ. उन्होंने बताया कि परिजनों ने कील बाहर निकालने की नाकाम कोशिश भी की.

पाकिस्तान की पहली महिला क्रिकेट अंपायर

बताया जाता है कि महिला की पहले ही तीन बेटियां हैं. अस्पताल के कर्मचारियों ने डॉन अखबार को बताया कि पति बेटा पैदा ना होने से नाखुश था और उसे छोड़ने की धमकी दे रहा था. दक्षिण एशियाई देशों में बेटों को अक्सर प्राथमिकता दी जाती है. भारत में भी ऐसे मामले सुनाई देते हैं जिनमें बेटे की चाह में महिलाएं या उनके परिजन पीर-बाबाओं के पास जाते हैं.

पाकिस्तान में महिलाओं की स्थिति काफी चिंताजनक है. वहां अक्सर उन्हें अंधविश्वासों और रूढ़ियों के चलते उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है.

पढ़ेंः इस बीमारी के कारण नर्क से भी बदतर हो रही महिलाओं की जिंदगी

वीके/एए (डीपीए, एएफपी)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी