चुनाव बाद प्रचार सामग्री का अच्छा इस्तेमाल
फिलीपींस में मई में चुनाव खत्म हुए, नया राष्ट्रपति चुना गया. देश को नई सरकार के साथ-साथ टनों ढेर कचरा भी मिला, उन कागजों और पोस्टरों के रूप में जो प्रचार के दौरान इस्तेमाल किए गए थे. क्या हुआ उसका?
चुनावी कचरा
फिलीपींस की राजधानी मनीला में शहर परिषद के कर्मचारियों ने चुनाव के बाद हजारों-हजार पोस्टर और बैनर उतारे. साथ ही प्लास्टिक का कचरा भी इकट्ठा किया गया.
कचरे की ईंटें
इस पूरे कचरे को मीरीकिना शहर में स्थित एक रीसाइकलिंग सेंटर ने अपना लिया. पर्यावरण की खातिर इस रीसाइकलिंग सेंटर ने इस इस कचरे को प्लास्टिक की ईंटों में तब्दील कर दिया.
पोस्टर बने कच्चा माल
मारीकिना सिटी एनवायर्नमेंटल मैनेजमेंट (CEMO) के ओलीवर विलामेना कहते हैं कि प्लास्टिक से बनी प्रचार सामग्री को हमारी फैक्ट्री में लाया जाता है, हम उसे कच्चे माल की तरह इस्तेमाल करते हैं और ईंटें बनाते हैं.
120 ट्रक कचरा
120 ट्रक प्लास्टिक का कचरा इस तरह ईंटों के रूप में रीसाइकल किया जा चुका है, जो चुनावों की वजह से पैदा हुआ था. सिर्फ दो दिन में इतना कचरा जमा किया गया था.
इमारतों के लिए
पहले कचरे की छंटाई की जाती है और प्लास्टिक को अलग कर उसे पीसा जाता है. उसके बाद उससे ईंटें बनाई जाती हैं जो स्कूल, पार्क या अन्य सार्वजनिक इमारतों को निर्माण में इस्तेमाल किया जाता है.
कूड़े में फेंकने से बेहतर
विलामेना कहते हैं कि आमतौर पर चुनावों के बाद प्रचार सामग्री को कूड़े के ढेरों मे फेंक दिया जाता है और वह प्रदूषक बन जाता है लेकिन फिलीपींस में हम उस चलन को चुनौती दे रहे हैं.
ग्लोबल वॉर्मिंग की चुनौती
द्वीपीय देश फिलीपींस ग्लोबल वॉर्मिंग के खतरे झेलने वाले सबसे पहले देशों में गिना जाता है. उसने 2030 तक ग्रीनहाउस गैसों के उत्सर्जन में 75 प्रतिशत कमी लाने का वादा किया है.