1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाजभारत

पाकिस्तानी फायरिंग में भारतीय मछुआरे की मौत

आमिर अंसारी
८ नवम्बर २०२१

पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) की फायरिंग में एक भारतीय मछुआरे की मौत हो गई है, जबकि एक अन्य घायल हुआ है. गुजरात पुलिस ने इस हत्या के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है.

https://p.dw.com/p/42iB6
तस्वीर: picture-alliance/D. Talukdar

पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) ने गुजरात के तट के पास अरब सागर में भारतीय मछुआरों पर फायरिंग की. गोलीबारी में एक मछुआरे की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया. बताया जा रहा है कि घटना शनिवार शाम चार बजे की है. भारतीय मछुआरे गुजरात में द्वारका के नजदीक ओखा के पास मछली पकड़ने गए थे.

पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी की फायरिंग में महाराष्ट्र के पालघर जिले के 32 वर्षीय मछुआरे श्रीधर रमेश चामरे की मौत हो गई. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक गुजरात पुलिस ने पीएमएसए के 10 कर्मियों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की है.

हत्या का मामला दर्ज

देवभूमि द्वारका पुलिस ने पुष्टि की कि चामरे के शव को वापस ओखा लाया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. 12 नॉटिकल मील से आगे समुद्र में हुई घटना को लेकर पोरबंदर में हत्या का मामला दर्ज किया गया है. जलपरी, एक भारतीय नाव 25 अक्टूबर को देवभूमि द्वारका जिले के ओखा से रवाना हुई थी. पीएमएसए सैनिकों की फायरिंग के बाद नाव मृतक और घायल मछुआरे के साथ वापस ओखा लौट गई.

द्वारका के एसपी सुनील जोशी ने बताया, "जलपरी पर लगे जीपीएस ट्रैकिंग डिवाइस की फोरेंसिक टीम द्वारा जांच की जाएगी कि वास्तव में क्या हुआ था. बाकी की जांच पोरबंदर पुलिस द्वारा की जाएगी." वाड्राई मछुआरे सहकारी समिति के अध्यक्ष मनिंदर आरेकर ने एक बयान में कहा, "चामरे पिछले तीन महीने से अधिक समय से जयंती बोखामा के स्वामित्व वाली जलपरी नाव पर काम कर रहे थे." 

मछुआरों की मांग है कि महाराष्ट्र और गुजरात की सरकारों को इस मामले को भारत सरकार के साथ उठाना चाहिए. उनकी मांग है कि पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा की गई कार्रवाई की अंतरराष्ट्रीय जांच का आदेश दिया जाए.

भारत ने जताया विरोध

मीडिया में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि पाकिस्तान के उच्चायोग के एक वरिष्ठ राजनयिक को आज (सोमवार को) विदेश मंत्रालय ने तलब किया और 6 नवंबर को पाकिस्तान की ओर से भारतीय मछुआरों पर अकारण गोलीबारी की घटना पर कड़ा विरोध दर्ज कराया गया.

इस बीच पाकिस्तान ने दावा किया कि नाव ने देश के क्षेत्रीय जल में "अवैध रूप से अतिक्रमण" किया था, उसने अपनी कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि उसने भारतीय नाव पर तभी गोली चलाई जब नाव ने पीएमएसए की "चेतावनी" के बावजूद कोई ध्यान नहीं दिया. बयान के मुताबिक, "पाकिस्तानी समुद्री सुरक्षा एजेंसी के जहाजों ने घुसपैठ करने वाली नाव को रोकने का प्रयास किया, जिसने बार-बार चेतावनी देने के बाद भी प्रतिक्रिया नहीं दी या रास्ता नहीं बदला. पीएमएसए जहाज ने भारतीय नाव के आसपास हवा में चेतावनी के लिए फायरिंग की लेकिन नाव ने अपने इंजन को नहीं बंद किया. इसके बाद, पीएमएसए ने सीधे भारतीय नाव पर गोली चलाई जिसके बाद वह रुक गई."

इसी साल मार्च में पाकिस्तान ने 11 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया था और नौकाएं जब्त कर लिया था. इससे पहले फरवरी में पाकिस्तान ने 17 भारतीय मछुआरों को अपने जल क्षेत्र में घुसने का आरोप लगाकर गिरफ्तार किया था.

अरब सागर में मछली पकड़ते समय दोनों देशों के मछुआरों को एक-दूसरे की जल सीमाओं में प्रवेश करने पर कई बार हिरासत में लिया जाता है. दोनों देशों के दर्जनों मछुआरे भी एक-दूसरे की जेलों में कैद हैं और अक्सर सद्भावना के कारण एक साथ रिहा कर दिए जाते हैं.

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी