1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

भारत ने कहा इस्राएल में फंसे नागरिकों को सुरक्षित लाएंगे

आमिर अंसारी
९ अक्टूबर २०२३

इस्राएली सेना और हमास के लड़ाकों के बीच जारी लड़ाई के बीच हजारों भारतीय छात्र इस्राएल में फंस गए हैं. भारत सरकार ने कहा है कि उन्हें सुरक्षित वापस लाया जाएगा.

https://p.dw.com/p/4XHCn
9 अक्टूबर की सुबह गजा पर इस्राएली हवाई हमले के बाद
9 अक्टूबर की सुबह गजा पर इस्राएली हवाई हमले के बाद तस्वीर: Mahmud Hams/AFP/Getty Images

सात अक्टूबर की सुबह हमास ने जिस तरह से इस्राएल के शहरों पर हमला बोला है उससे पूरी दुनिया में चिंता फैल गई है. हमले के बाद इस्राएल ने गजा पर हवाई हमले किए. इस्राएल और गजा दोनों में ही सैकड़ों लोगों के मारे जाने की रिपोर्ट है और हजारों घायल बताए जा रहे हैं.

इस बीच भारत से इस्राएल गए भारतीय छात्रों को लेकर चिंता बनी हुई है. विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा है कि भारत सरकार इस्राएल में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए भरपूर प्रयास कर रही है.

हम हमास का नामोनिशान मिटा देंगे: इस्राएल

इस्राएल में 18,000 भारतीय

भारतीय अधिकारियों के हवाले से टाइम्स ऑफ इंडिया अखबार ने लिखा है कि इस्राएल में करीब 18,000 भारतीय हैं, लेकिन अभी तक किसी के साथ भी हिंसक घटना नहीं हुई है.

मीनाक्षी लेखी ने पत्रकारों से कहा, "भारत सरकार इस्राएल में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाने का प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री और उनका कार्यालय स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और उस देश में फंसे हमारे छात्रों को वापस लाने के लिए बड़े प्रयास चल रहे हैं."

लेखी ने कहा कि भारत ने रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान या कोरोना वायरस संकट के मद्देनजर अपने नागरिकों को सफलतापूर्वक विदेश से निकाला है.

लेखी ने कहा, "चाहे वह ऑपरेशन गंगा हो या वंदे भारत, हम सभी को वापस ले आए और मुझे यकीन है कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे उन लोगों के संपर्क में हैं और काम कर रहे हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं."

गजा पट्टी में इस्राएली हवाई हमले के बाद एक इमारत में आग लगी
गजा पट्टी में इस्राएली हवाई हमले के बाद एक इमारत में आग लगीतस्वीर: Yousef Masoud/AP/picture alliance

भारतीय दूतावास ने जारी की एडवाइजरी

हमास द्वारा गजा पट्टी से इस्राएल पर रॉकेट हमलों के बाद इस्राएल में भारतीय दूतावास ने शनिवार को अपने नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें उनसे सतर्क रहने और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने का अनुरोध किया गया.

हालांकि तेल अवीव में भारतीय दूतावास को देश में फंसे नागरिकों से उनके सुरक्षित निकासी के लिए अनुरोध प्राप्त हुए. भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों की ओर से ये अनुरोध आए हैं.

हमास के अचानक हमले के बाद मेघालय से राज्यसभा सदस्य वानवेइरॉय खारलुखी समेत राज्य के 27 लोगों का एक समूह इस्राएल के बेथलहम में फंस गया था, लेकिन सभी सुरक्षित रूप से सीमा पार कर गए हैं और मिस्र पहुंच गए हैं. इस बात की जानकारी मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने रविवार को दी है.

इस बीच एयर इंडिया ने 14 अक्टूबर तक तेल अवीव के लिए अपनी सभी उड़ानें रद्द कर दी हैं.

भारत में इस्राएल के राजदूत नाओर गिलोन ने कहा कि भारत के कुछ वॉलंटियर्स ने इस्राएल में किसी भी तरह की मदद के लिए उनसे संपर्क स्थापित किया है.

इस्राएल की सुरक्षा कैबिनेट ने हमास के भीषण हमले के अगले दिन, रविवार को आधिकारिक रूप से युद्ध का एलान कर दिया. इस एलान के बाद इस्राएली सेना बड़े कदम उठा सकती है.