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इतिहासफ्रांस

कांस्य युग का पत्थर रिसर्चरों के लिए खजाने का नक्शा बना

१७ अक्टूबर २०२३

रहस्यमय निशानों वाले एक चट्टान के टुकड़े पर 4000 साल तक किसी की नजर नहीं गई. यही चट्टान अब पुरातत्वविदों के लिए किसी "खजाने के नक्शे" जैसी भूमिका निभा रही है.

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चार हजार साल पुरानी चट्टान मिली है जिस पर कुछ आकृतियां खुदी हैं
खुदाई करते रिसर्चरतस्वीर: FRED TANNEAU/AFP

तथाकथित सेंट बेले स्लैब को 2021 में रिसर्चरों ने यूरोप का सबसे पुराना नक्शा घोषित किया था. उसके बाद से ही रिसर्चर इस पर दर्ज निशानों को पढ़ने की कोशिश कर रहे हैं. इसके पीछे इस चट्टान की असल आयु का पता लगाने के साथ ही गुम हुए स्मारकों का भी पता लगाने की मंशा है. वेस्टर्न ब्रिटनी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर इवान पाइलर कहते हैं, "नक्शे का इस्तेमाल कर पुरातात्विक ठिकानों का पता लगाना शानदार तरीका है. हमने पहले ऐसे कभी काम नहीं किया."

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'खजाने का नक्शा'

आमतौर पर बेहद उन्नत रडार उपकरणों, एरियल फोटोग्राफी या फिर शहरों में किसी हादसे या फिर नई इमारतों के लिए खुदाई की वजह से पुरातात्विक ठिकानों का पता चलता है. पाइलर का कहना है, "यह किसी खजाने का नक्शा है." हालांकि टीम अभी इस खजाने की खोज की शुरुआत में ही है. यहां खजाने से मतलब पुरातत्विक चीजों से है. 

प्राचीन नक्शे में जो इलाका दिखाया गया है वह करीब 30 गुणा 21 किलोमीटर के विस्तार में फैला है. पाइलर के साथी क्लेमेंट निकोला का कहना है कि उन्हें पूरे इलाके का सर्वे करना होगा और पत्थर पर अंकित निशानों तक पहुंचना होगा. इस काम में 15 साल लग सकते हैं.

रिसर्चरों को एक पत्थर मिला है जिस पर कुछ आकृतियां खुदी हुई हैं
पुरातत्व की छात्रा खुदाई करते हुए तस्वीर: FRED TANNEAU/AFP

निकोला और पाइलर उस टीम का हिस्सा हैं जिसने 2014 में इस चट्टान का महत्व समझा. 1900 में ही एक स्थानीय इतिहासकार ने इसकी खोज कर दी थी लेकिन तब इस चट्टान का महत्व किसी ने नहीं समझा था.

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चट्टान का रहस्य

फ्रांसीसी विशेषज्ञों के साथ दूसरे देशों के भी विशेषज्ञ इस चट्टान के रहस्य को सुलझाने में लगे हैं. पाइलर का कहना है, "इस पर कुछ आकृतियां बनी हैं जिनका मतलब तो अभी ही समझ में आ रहा है." चट्टान पर दर्ज आकृतियों में वो नदियों और रोउदुअलेक पर्वतों को देख सकते हैं. पेरिस से करीब 500 किलोमीटर दूर यह जगह ब्रिटनी में है.

रिसर्चरों ने चट्टान को स्कैन करके इसे नए नक्शों से मिलाया है और इसके 80 फीसदी हिस्से मेल खा रहे हैं. निकोला ने कहा, "हमें अभी सारे ज्यामीतिय प्रतीकों की पहचान करनी है साथ ही उनसे जुड़ी कहानियों की भी." चट्टान में सूक्ष्म खोखले छेद भी हैं. रिसर्चरों का मानना है कि ये कब्र का स्तूप, घर या फिर भौगोलिक जमाव हो सकते हैं. इनका मतलब पता चलने पर कई नई बातें सामने आएंगी.

ग्रेनाइट के पत्थर पर कई आकृतियां खुदी हैं जिनका नक्शे से मेल कराया जा रहा है
खुदाई में मिले पत्थर को यूरोप का सबसे पुराना नक्शा कहा जा रहा हैतस्वीर: FRED TANNEAU/AFP

पुरातत्वविदों ने सबसे पहले तो पिछला हफ्ता उन जगहों की खुदाई में बिताया जहां यह चट्टान पहले पहल नजर आया था. पाइलर का कहना है कि वह जगह ब्रिटनी में कांस्य युग की बड़ी कब्रगाहों में से एक है.

सही उम्र क्या है

पुरातत्वविदों का कहना है कि वो खोजों को बेहतर संदर्भ के साथ समझने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उसकी सही उम्र का पता लगा सकें. उनकी नई खुदाइयों से चट्टान के कई और टुकड़े मिले हैं जिनके बारे में पहले पता नहीं था. इन टुकड़ों को तोड़ कर कब्रों की दीवार में इस्तेमाल किया गया था. नक्शे में दिखाया गया इलाका शायद कोई प्राचीन साम्राज्य रहा हो जो विद्रोह के कारण ढह गया.

निकोला का कहना है, "इस खुदी हुई चट्टान का कोई मतलब नहीं निकलता और इसे तो तोड़ कर इमारत बनाने में इस्तेमाल कर लिया गया था."

एनआर/एमजे (एएफपी)