बिना हिजाब लॉलीपॉप होती है औरत!
ईरान में हिजाब को बढ़ावा देने के काम में 32 संगठन या कार्यक्रम जुटे हैं. इन्हीं में से एक संगठन पोस्टर तैयार करता है. इन पोस्टरों को देखकर आपको हंसी भी आ सकती है और अफसोस भी हो सकता है.
जन्नत और जहन्नुम का रास्ता
इस पोस्टर में दिखाया गया है कि हिजाब पहनने वाली महिला स्वर्ग की तरफ जाती है जबकि हिजाब ना पहनने वाले महिला को नर्क में जाना होता है.
कीमती चीजें पर्दे में
इस पोस्टर में संदेश बहुत सीधा है: “बेटी! ये तो प्रकृति का नियम है. कीमती चीजें हमेशा हिफाजत के लिए पर्दे में ही छिपा कर रखी जाती हैं.”
सिंगार करने के ‘खतरे’
इस पोस्टर में लिखा गया है कि जो महिलाएं घर से सिंगार करके और इत्र लगाकर निकलें और उनके पति को इस बात से कोई दिक्कत नहीं है, तो ऐसी औरतें मानो अपना ही घर जला रही होती हैं.
मेकअप और हथियार
यह पोस्टर कहता है कि जिस तरह पिस्तौल में एक साथ गोली भर कर एक ही वक्त में दर्जनों लोगों को मारा जाता है, उसी तरह होठों को आग की तरह लाल करने वाली लिपस्टिक भी समाज में नैतिक तौर पर तबाही लाती है.
हाई हील पर भी दिक्कत
ऊंची एड़ी वाले लाल जूते पहनकर चले जाने वाले कदमों को जहन्नुम की तरफ जाने वाले कदम बताया गया है. कहा गया है कि ऐसे जूते पहन कर चलने वाली महिलाएं मर्दों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं.
आलू मर्द
ईरान में किसी व्यक्ति के लिए आलू का इस्तेमाल करने का मतलब है उसका अपमान करना. इसका मतलब है कि जिस व्यक्ति की पत्नी हिजाब नहीं पहनती, उसका कोई सम्मान नहीं है. साथ ही, यहां मोनालिसा को भी हिजाब में दिखाया गया है.
बिना हिजाब क्या होता है?
इस तस्वीर में हिजाब वाली और बिना हिजाब वाली महिलाओं को प्रतीक के तौर पर इस्तेमाल किया गया है. यह पोस्टर अंग्रेजी, फ्रेंच और अरबी भाषाओं में भी तैयार किया गया है.
लड़कियां, महिलाएं और शैतान
इनमें से बहुत से पोस्टर ऐसे हैं जिनमें महिलाओं और लड़कियों का नाता शैतान से जोड़ा गया है. जैसे कि इसमें शैतान एक मॉडल लड़की के पीछे चल रहा है.
औरत और लॉलीपॉप
औरत, हिजाब, लॉलीपॉप और मक्खियां. इस तस्वीर में इस तरह हिजाब की अहमियत को दिखाने की कोशिश की गई है.
तीन पैर वाली कुर्सी
इस पोस्टर में बिना हिजाब वाली महिला को तीन पैर वाली कुर्सी बताया गया है: टूटी, फूटी और बेकार. दूसरे पोस्टर में कहा गया है कि बिना हिजाब वाली औरत पर सबकी नजरें पड़ती हैं और आखिरकार वो एक मानसिक बीमारी का कारण बनती है.
निगाहों की बारिश
महिलाओं के लिए एक और संदेश, "बारिश और तूफान में छतरी के साथ साथ हिजाब को न भूलें. महिलाएं अपना दोहरा बचाव करते हुए मर्दों की निगाहों की बारिश से बचने की कोशिश करें."
पर्दे से फैलने वाली रोशनी
इस तस्वीर से संदेश देने की कोशिश की गई है जो महिलाएं हिजाब में रहेंगी वो समाज को रोशनी दे सकती हैं. और बिना हिजाब वाली महिलाओं को टूटा हुआ बल्ब बताया गया है.