गहरी जड़ों वाले भारत-फ्रांस रिश्ते
भारत और फ्रांस के बीच रणनीतिक, आर्थिक, सांस्कृतिक समेत कई क्षेत्रों में गहरे रिश्ते हैं. फ्रांस भारत में 11वां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक भी है. एक नजर दोनों देशों के आपसी रिश्तों पर.
25 साल पुरानी साझेदारी
भारत और फ्रांस के बीच पारंपरिक रूप से करीबी संबंध रहे हैं. दोनों देशों के बीच 1998 से रणनीतिक साझेदारी है, जिसके तहत आपसी संबंधों के अलावा अंतरराष्ट्रीय विषयों पर दोनों देशों के विचारों में मेल रहता है.
आर्थिक सहयोग
फ्रांस भारत में 11वां सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है. 2020-21 में दोनों देशों के बीच करीब 650 अरब रुपयों का व्यापार हुआ. एक हजार से ज्यादा फ्रांसीसी कंपनियां भारत में सक्रिय हैं जिनमें करीब तीन लाख लोग काम करते हैं. 150 से ज्यादा कंपनियां फ्रांस में मौजूद हैं, जिनमें कम से कम 7,000 लोग काम करते हैं.
न्यूक्लियर सहयोग
दोनों देशों के बीच सितंबर 2008 में सिविल न्यूक्लियर सहयोग समझौते पर हस्ताक्षर हुए थे. इस सहयोग के तहत महाराष्ट्र के जैतपुर में न्यूक्लियर पावर परियोजना पर काम चल रहा है, जिसमें भारत की तरफ से एनपीसीआईएल और फ्रांस की तरफ से अरेवा कंपनियां शामिल हैं.
पर्यावरण और अक्षय ऊर्जा सहयोग
फ्रांस भारत द्वारा 2015 में शुरू किये गए अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) का संस्थापक सदस्य है. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में फ्रांसीसी कंपनी एनजी एक सौर ऊर्जा पार्क भी बना रही है. इसके अलावा भारत की एनटीपीसी और फ्रांस की ईडीएफ कंपनियां यूरोप, एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका में क्लीन एनर्जी परियोजनाओं पर मिल कर काम कर रही हैं.
फ्रांस से वित्तीय मदद
विकास की परियोजनाओं पर वित्तीय मदद देने वाली फ्रांस की एजेंसी एफडी ने 2008 से 2022 के बीच भारत सरकार और सरकारी कंपनियां को करीब दो अरब यूरो के लोन दिए हैं. अकेले स्मार्ट शहर मिशन के लिए ही इस एजेंसी ने भारत सरकार को 10 करोड़ यूरो का लोन दिया है.
अंतरिक्ष सहयोग
अंतरिक्ष की परियोजनाओं पर दोनों देशों के बीच 1960 के दशक से ही सहयोग हो रहा है. श्रीहरिकोटा लॉन्च-पैड फ्रांसीसी मदद से बना था. इसरो और फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी सीएनईएस कई कार्यक्रमों में सहयोग कर रही हैं. सीएनईएस भारत के गगनयान मिशन में भी समर्थन की भूमिका निभा रही है.
फ्रांस में भारतीय समुदाय
अनुमान है कि फ्रांस में भारतीय समुदाय की संख्या करीब 1,09,000 है. फ्रांस में करीब 10,000 भारतीय छात्र भी पढ़ रहे हैं. हर साल करीब 3,000 भारतीय छात्र फ्रांस पढ़ने जाते हैं.