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मोदी-बाइडेन मुलाकात, 29 सूत्री बयान लेकिन मीडिया को रखा दूर

आमिर अंसारी
९ सितम्बर २०२३

दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन का आगाज हो चुका है. दुनिया भर के नेताओं का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में स्वागत किया.

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दिल्ली में बाइडेन और मोदी की मुलाकात
दिल्ली में बाइडेन और मोदी की मुलाकाततस्वीर: India's PM Press Office/ UPI Photo/IMAGO

जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक द्विपक्षीय वार्ता हुई. लेकिन कई अंतरराष्ट्रीय समाचर एजेंसियों ने रिपोर्ट दी है कि शुक्रवार को भारतीय प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति की प्रमुख बैठक को कवर करने से रोक दिया गया. समाचार एजेंसी एपी और डीपीए ने इस बारे में रिपोर्ट दी है.

जी20 जैसे प्रमुख शिखर सम्मेलनों के मौके पर ऐसे द्विपक्षीय वार्ता तक मीडिया की पहुंच को हमेशा सख्ती से नियंत्रित किया जाता है लेकिन इसे पूरी तरह से अवरुद्ध नहीं किया जाता.

इससे पहले जून में वॉशिंगटन की राजकीय यात्रा के दौरान एक प्रेस ब्रीफिंग में मोदी द्वारा अमेरिकी पत्रकारों से एक सवाल लेने पर भारतीय अधिकारियों की सहमति से पहले लंबी बातचीत की जरूरत पड़ी थी. मोदी आम तौर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करते हैं, जबकि बाइडेन समेत अधिकतर नेता द्विपक्षीय बैठकों के बाद मीडिया से रूबरू होते हैं.

दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक वार्ता हुई
दोनों नेताओं के बीच करीब 50 मिनट तक वार्ता हुईतस्वीर: India's PM Press Office/ UPI Photo/Newscom/picture alliance

मोदी-बाइडेन की वार्ता

बाइडेन के साथ विदेश यात्रा पर जाने वाले पत्रकार अमूमन द्विपक्षीय वार्ता के पहले कुछ तस्वीरें लेते हैं, वे प्रारंभिक बयान सुनते हैं और सवाल भी पूछते हैं. दिल्ली में विमान से उतरने के तुरंत बाद बाइडेन 7 लोक कल्याण मार्ग गए, लेकिन उनके साथ यात्रा कर रहे पत्रकारों को बाहर ही रुकने को कह दिया गया.

इससे पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एयर फोर्स वन में कहा था, "अमेरिकी सरकार में हम राष्ट्रपति के हर काम तक अमेरिकी पत्रकारों की पहुंच सुनिश्चित करने और उन तक पहुंच बनाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं."

मोदी के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठक के दौरान बाइडेन ने स्थायी सदस्य के रूप में भारत के साथ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की है. मोदी और बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता के बाद भारत और अमेरिका द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में लचीली वैश्विक अर्धचालक आपूर्ति श्रृंखला बनाने की दिशा में प्रयास पर फिर से जोर दिया गया. दोनों नेताओं ने भारत में अपने अनुसंधान और विकास की उपस्थिति का विस्तार करने के लिए लगभग 30 करोड़ डॉलर का निवेश करने के लिए माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी, इंक की बहु-वर्षीय पहल और अगले पांच वर्षों में भारत में 40 करोड़ डॉलर का निवेश करने के लिए एडवांस्ड माइक्रो डिवाइस की घोषणा का उल्लेख किया. इससे भारत में अनुसंधान, विकास और इंजीनियरिंग कार्यों काे विस्तार मिलेगा.

मोदी और बाइडेन ने 29 अगस्त को कांग्रेस की अधिसूचना प्रक्रिया पूरी होने और भारत में जीई एफ-414 जेट इंजन बनाने के लिए जीई एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) के बीच एक वाणिज्यिक समझौते के लिए बातचीत शुरू होने का स्वागत किया, और सहयोगात्मक रूप से और तेजी से काम करने की सिफारिश की.

कितनी सफल रही भारत की जी20 अध्यक्षता?

चंद्रयान-3 पर बाइडेन ने दी बधाई

बाइडेन ने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के साथ-साथ भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल 1 के सफल प्रक्षेपण पर मोदी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी है. अंतरिक्ष सहयोग के सभी क्षेत्रों में नई सीमाओं तक पहुंचने के लिए एक रास्ता तय करने के बाद नेताओं ने मौजूदा भारत-अमेरिका नागरिक अंतरिक्ष संयुक्त कार्य समूह के तहत वाणिज्यिक अंतरिक्ष सहयोग के लिए एक कार्य समूह की स्थापना के प्रयासों का स्वागत किया.

राष्ट्रपति बाइडेन ने यह प्रदर्शित करने के लिए भारत की जी20 अध्यक्षता की सराहना की कि कैसे एक मंच के रूप में जी20 महत्वपूर्ण परिणाम दे रहा है.


दोनों नेताओं ने जी20 के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और विश्वास व्यक्त किया कि नई दिल्ली में जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन के नतीजे सतत विकास में तेजी लाने, बहुपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने और हमारी सबसे बड़ी आम सहमति को संबोधित करने के लिए समावेशी आर्थिक नीतियों के आस-पास वैश्विक सहमति बनाने के साझा लक्ष्यों को आगे बढ़ाएंगे. चुनौतियां, जिनमें बहुपक्षीय विकास बैंकों को मौलिक रूप से नया आकार देना और उनका विस्तार करना शामिल है.

साझा बयान में कहा गया है कि अमेरिका और भारत 2024 की शुरुआत में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सह-नेतृत्व में अगली वार्षिक आईसीईटी समीक्षा की दिशा में गति जारी रखने के लिए सितंबर में आईसीईटी की मध्यावधि समीक्षा करने का इरादा रखते हैं.


नेताओं ने उनके बीच सातवें और आखिरी बकाया विश्‍व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) विवाद के समाधान की सराहना की. यह जून में डब्ल्यूटीओ में छह बकाया द्विपक्षीय व्यापार विवादों के अभूतपूर्व समाधान के बाद हुआ है.

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति बाइडेन ने स्वतंत्र, खुले, समावेशी और लचीले हिन्द-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन करने में क्वाड के महत्व की पुष्टि की. मोदी 2024 में भारत द्वारा आयोजित होने वाले अगले क्वाड लीडर्स शिखर सम्मेलन में राष्ट्रपति बाइडेन का स्वागत करने के लिए उत्सुक थे. 

क्या है दिल्ली में हो रहे G20 का पूरा एजेंडा