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11 साल बाद फिर हुआ शेंगन का विस्तार

९ दिसम्बर २०२२

यूरोप के शेंगन इलाके का विस्तार हुआ है. हालांकि तीन देशों में से एक को ही शामिल किया गया जबकि रोमानिया और बुल्गारिया को जगह नहीं मिली.

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यूरोपीय संघ का शेंगन जोन
यूरोपीय संघ का शेंगन जोनतस्वीर: Udo Herrmann/CHROMORANGE/picture alliance

बुल्गारिया और रोमानिया का दस साल का इंतजार बेकार चला गया. उन्हें यूरोपीय संघ के शेंगन क्षेत्र में शामिल नहीं किया गया. इससे दोनों देशों में खासी नाराजगी है. ईयू देशों ने उन दोनों को शेंगन जोन में शामिल करने के खिलाफ मतदान किया, जबकि क्रोएशिया को जगह मिल गई जो उनके बाद यूरोपीय संघ का सदस्य बना था.

क्रोएशिया को 1 जनवरी 2023 से पासपोर्ट मुक्त शेंगन क्षेत्र में शामिल कर लिया जाएगा, जबकि रोमानिया और बुल्गारिया को शेंगन जोन में शामिल ना करने के प्रस्ताव पर ऑस्ट्रिया ने विरोध जताया. रोमानिया के प्रधानमंत्री निकोलाई चूका ने कहा कि उन्हें इस नतीजे से बेहद निराशा हुई है. बुल्गारिया के राष्ट्रपति रूमेन रादेव ने कहा कि यूरोपीय संघ के भीतर ही आंतरिक सीमाएं खड़ी की जा रही हैं.

दोनों देशों में निराशा

इस फैसले से दोनों देशों के लोगों में नाराजगी है और कुछ विश्लेषकों का कहना है कि इसका असर यूरोपीय संघ की एकता को लेकर बढ़ रहे संदेहों पर भी पड़ सकता है. इस फैसले का अर्थ यह है कि बुल्गारिया और रोमानिया आने जाने के लिए वीजा और अन्य प्रक्रियाओं का पालन करना होगा.

चेक गृह मंत्री विड रिकूसन ने मतदान के नतीजों का ऐलान करते हुए गुरुवार को कहा कि क्रोएशिया ने वह सब किया है जो शेंगन इलाके में शामिल होने के लिए जरूरी है. साथ उन्होंने इस बात पर निराशा जताई कि रोमानिया और बुल्गारिया अपने खिलाफ हो रहे विरोध से पार नहीं पा सके. उन्होंने कहा, "रोमानिया और बुल्गारिया शेंगन सदस्य बनने के लिए तैयार हैं. मुझे यकीन है कि उनका वक्त जल्द आएगा.”

पिछले महीने यूरोपीय आयोग ने सदस्य देशों से अपील की थी कि इन तीनों देशों को भी शेंगन में शामिल किया जाए. हालांकि सभी सदस्यों ने इस प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया. ऑस्ट्रिया के गृह मंत्री गेरहार्ड कारनर ने मतदान के लिए हुई बैठक से पहले ही कहा था कि शेंगन जोन में पुनर्सुधार होने तक बुल्गारिया और रोमानिया पर वोटिंग टाल देनी चाहिए. कारनर ने कहा, "ऐसी व्यवस्था को और बड़ा करना गलत है जो फिलहाल कई जगहों पर काम नहीं कर रही है.”

कारनेर का इशारा अवैध रूप से लोगों के यूरोप में घुसने की ओर था. उन्होंने कहा कि उनका देश अवैध आप्रवासियों की समस्या से जूझ रहा है और पश्चिमी बाल्कन इलाकों में अनियमित आप्रवासन को लेकर चिंतित है. यूरोपीय संघ की सीमा सुरक्षा एजेंसी फ्रेंटेक्स के मुताबिक इस साल के पहले दस महीनों में कथित पश्चिमी बाल्कन इलाके से 120,000 अवैध घुसपैठ दर्ज की गई हैं, जो बीते साल के मुकाबले 70 प्रतिशत ज्यादा है.

यूरोपीय संघ में भी निराशा

यूरोपीय संघ में नए सदस्यों को शेंगन जोन में शामिल करने के लिए सभी सदस्यों की सहमति जरूरी होती है. नीदरलैंड्स की संसद ने अक्तूबर में एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें कहा गया था कि बुल्गारिया और रोमानिया में संगठित अपराध और भ्रष्टाचार व कानून के राज की समीक्षा की जरूरत है. हालांकि ऑस्ट्रिया की आपत्ति पर जर्मनी की गृह मंत्री नैंसी फेजर ने हैरत जताई. उन्होंने कहा कि उन्हें तो ऑस्ट्रिया का तर्क ही समझ नहीं आया क्योंकि सभी देशों ने सुरक्षा चिंताओं को लेकर तरक्की की है.  फेजर ने कहा, "सभी मूल्यांकनों और दस्तावेजों में ऐसा दिखा है.”

इनसे 40 हजार साल तक खतरा होता है

यूरोपीय आयोग की उपाध्यक्ष मार्गरीतिस स्किनस ने सीधे ऑस्ट्रिया को संबोधित करते हुए कहा, "तीनों देशों ने वो सब किया जो वे कर सकते थे. वे इस बात को सुनिश्चित करने को तैयार हैं कि हमारी बाहरी सीमाएं सुरक्षित रहें.” यूरोपीय संसद की अध्यक्ष रोबेर्ता मेतसोला ने भी ऑस्ट्रिया के फैसले पर निराशा जताई. एक ट्वीट कर उन्होंने कहा कि रोमानिया और बुल्गारिया इसके हकदार थे.

इस फैसले से क्रोएशिया की सीमाएं खुलने का रास्ता साफ हो गया है. अगले साल की शुरुआत से सड़क मार्ग से आवाजाही खुल जाएगी जबकि 26 मार्च 2023 से हवाई यात्रा की पाबंदियां भी खत्म हो जाएंगी. क्रोएशिया के गृह मंत्री डैवर बाजनोविच ने इस फैसले पर खुशी जताते हुए ट्वीट कर कहा, "अब यूरोप की यात्रा में कोई सीमा-बाधा नहीं होगी.” क्रोएशिया अगले साल जनवरी से यूरो मुद्रा भी शुरू कर देगा.

शेंगन इलाके में 26 सदस्य देश हैं जिनके बीच आवाजाही लगभग पूरी तरह पासपोर्ट मुक्त है. यानी इन देशों के लोग एक दूसरे के यहां आ-जा सकते हैं, रह सकते हैं और काम भी कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें ना वीजा लेना होता है ना किसी परमिट की जरूरत होती है. अभी तक बुल्गारिया, रोमानिया, क्रोएशिया, आयरलैंड और साइप्रस ही ऐसे यूरोपीय संघ के सदस्य हैं जो शेंगन के सदस्य नहीं थे. इसके उलट आइसलैंड, नॉर्वे, स्विट्जरलैंड और लिष्टनश्टाइन यूरोपीय संघ के सदस्य नहीं हैं लेकिन शेंगन इलाके में शामिल हैं.

वीके/एनआर (रॉयटर्स, एएफपी)

 

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