कमाल का आइडियाः सिगरेट-बट्स से बने खिलौने
दिल्ली में एक उद्यमी सिगरेट के बचे हुए हिस्से से कमाल की चीजें बना रहा है. देखिए, कैसे चुपचाप हो रही है एक क्रांति...
सिगरेट का उपयोग
ये खिलौने बने हैं सिगरेट के बचे हुए टुकड़ों से. दिल्ली के एक उद्योगपति के दिमाग में यह आइडिया आया और अब कई महिलाएं इस काम में लगी हैं.
पहले जमा करो सिगरेट
जिस मैटेरियल से ये खिलौने बनाए जाते हैं उनमें सिगरेट के पिछले हिस्से को बनाने में इस्तेमाल फाइबर शामिल है. कचरा बीनने वाले और कुछ समाजसेवी ये टुकड़े जमा करते हैं.
फिर करो साफ
उस फाइबर को रसायनों से साफ किया जाता है. ब्लीचिंग के बाद यह मैटेरियल एकदम नए जैसा हो जाता है.
कागज भी बेकार नहीं
फैक्ट्री में मजदूर सिगरेट के जले हुए हिस्से और कागज को अलग करके उसमें से फाइबर निकालते हैं. उस कागज को भी फेंका नहीं जाता बल्कि उसे रीइसाइकल करके कंपोस्ट पाउडर बनाया जाता है.
खिलौनों से लेकर तकिए तक
फाइबर को रिप्रोसेस करके खिलौने, तकिए और ऐसे ही कई तरह के उत्पाद बनाए जाते हैं.
नमन गुप्ता का कमाल
यह आइडिया नमन गुप्ता के दिमाग में आया था. वह बताते हैं, “हमने रोजाना दस ग्राम फाइबर से शुरुआत की थी. अब हम सालाना एक हजार किलोग्राम फाइबर का इस्तेमाल करते हैं. इसके लिए हम करोड़ों सिगरेट बट्स को प्रोसेस करते हैं.”
कच्चे माल की कमी नहीं
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक भारत में लगभग 26.7 करोड़ लोग यानी 30 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते हैं.