अंतरिक्ष में भी सैन्य अभ्यास
१० मार्च २०२१फ्रांस ने इस सप्ताह अंतरिक्ष में अपना पहला सैन्य अभ्यास शुरू किया है. इसका उद्देश्य किसी हमले की स्थिति में अपने अंतरिक्ष उपग्रहों और अन्य उपकरणों की रक्षा के लिए अपने अंतरिक्ष कमान की क्षमता का आकलन करना है. फ्रांस के नए अंतरिक्ष कमान के प्रमुख माइकल फ्रीडलिंग के मुताबिक अभ्यास का उद्देश्य देश की प्रणालियों पर दबाव झेलने की क्षमता का परीक्षण करना है. उन्होंने कहा, "यह फ्रांसीसी सेना द्वारा पहला और यूरोप में भी अपनी तरह का पहला अभ्यास है."
1965 में प्रथम फ्रांसीसी उपग्रह एस्टरएक्स के नाम पर इसको कोड नाम दिया गया है. अभ्यास के अंतर्गत 18 अंतरिक्ष अभियानों का परीक्षण के तौर पर संचालन किया जाएगा. फ्रीडलिंग ने कहा कि अभ्यास के दौरान, "ऐसी घटनाओं की एक श्रृंखला होगी जो हमारे अंतरिक्ष बुनियादी ढांचे के लिए संकट या खतरा पैदा करेगी. हालांकि यह सीमित नहीं होगा."
अभ्यास के दौरान सेना एक संभावित खतरनाक अंतरिक्ष वस्तु का निरीक्षण करेगी और साथ ही अन्य विदेशी शक्ति से अपने खुद के उपग्रह के लिए खतरे का अनुभव करेगी. अंतरिक्ष में सैन्य अभ्यास एक ऐसे देश के साथ एक संकट पर आधारित है जिसमें अंतरिक्ष शक्ति है और एक अन्य जिसका फ्रांस के साथ सैन्य सहयोग समझौता है. अमेरिकी अंतरिक्ष बल और जर्मन अंतरिक्ष एजेंसी भी फ्रांसीसी अंतरिक्ष अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं. यह अंतरिक्ष अभ्यास सोमवार को शुरू हुआ और शुक्रवार को पूरा होगा.
अंतरिक्ष में बढ़ती सैन्य गतिविधि
फ्रांसीसी अंतरिक्ष सेना कमान का गठन 2019 में किया गया था और इसमें 2025 तक 500 सैन्यकर्मी होंगे. कहा जाता है कि अगले छह वर्षों में अंतरिक्ष सैन्य कार्यक्रम में निवेश 5 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगा. मौजूदा समय में अमेरिका और चीन इस पर सबसे अधिक खर्च कर रहे हैं. फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली के मुताबिक, "हमारे सहयोगी और प्रतिद्वंद्वी अंतरिक्ष का सैन्यीकरण कर रहे हैं, हमें कार्य करने की जरूरत है."
फ्रांस ने एंटी-सैटेलाइट लेजर हथियारों को विकसित करने के साथ-साथ अंतरिक्ष में अपनी निगरानी क्षमताओं में सुधार करने की योजना बनाई है. उसका मानना है कि भविष्य में अंतरिक्ष भी शक्तियों के बीच टकराव का एक मंच बन सकता है.
एए/सीके (एएफपी, ईएफई)
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