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समाजस्वीडन

फैक्ट चेक: स्वीडन में नहीं हो रही है कोई सेक्स चैंपियनशिप

अनवर अशरफ
७ जून २०२३

हाल ही में खबर चली कि स्वीडन ने सेक्स को खेल का दर्जा दिया है और वहां एक सेक्स टूर्नामेंट होने वाला है. भारतीय मीडिया समेत और कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट्स ने इस पर खबर चलाई. डीडब्ल्यू ने इस दावे की पड़ताल की है.

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कई देशों में सेक्स एक वर्जित विषय है. वहीं नॉर्डिक देश कुछ बेहद अनोखे खेल मुकाबलों की मेजबानी के लिए जाने जाते हैं.
कई देशों में सेक्स एक वर्जित विषय है. वहीं नॉर्डिक देश कुछ बेहद अनोखे खेल मुकाबलों की मेजबानी के लिए जाने जाते हैं. तस्वीर: Christophe Gateau/dpa/picture alliance

"टाइम्स ऑफ इंडिया" भारत का सबसे लोकप्रिय और सम्मानित अखबारों में गिना जाता है. उसकी वेबसाइट पर एक हालिया हेडलाइन थी, "स्वीडन जल्द ही करेगा यूरोपीय सेक्स चैंपियनशिप की मेजबानी." रिपोर्ट के मुताबिक, स्वीडन ने आधिकारिक तौर पर सेक्स को खेल की श्रेणी में शामिल कर लिया है. यह तय करने के लिए इसमें किसका प्रदर्शन बेहतरीन है, स्वीडन जल्द ही एक टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा. इसमें प्रतिभागी हर दिन मुकाबलों में हिस्सा लेंगे, जो छह घंटे तक चलेंगे. बताया गया कि प्रतियोगिता 8 जून से गोथेनबुर्ग शहर में आयोजित होनी है.

मुख्यधारा की मीडिया में कई अन्य वेबसाइटों और सोशल मीडिया ने भी इस दावे को छापा-लिखा. भारत के अलावा कुछ पाकिस्तानी वेबसाइटों ने भी यह खबर चलाई. एक ग्रीक पोर्टल ने तो ये तक लिखा कि ग्रीक के भी प्रतिभागी टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे.

दक्षिण अफ्रीका के प्रतिष्ठित मीडिया हाउस आईओएल और नाइजीरिया की वेबसाइट ने भी यह खबर चलाई. लोकप्रिय जर्मन मीडिया हाउस आरटीएल ने इस प्रतियोगिता से जुड़ी खबर के साथ एक पोल भी चलाया, जिसमें लोगों से पूछा गया, "सेक्स को खेल की मान्यता दिए जाने पर आप क्या सोचते हैं?" 

स्वीडन में सेक्स चैंपियनशिप के आयोजन की खबरें कुछ समय से चल रही हैं.
स्वीडन में सेक्स चैंपियनशिप के आयोजन की खबरें कुछ समय से चल रही हैं.

क्या यह खबर सही है? चलिए, पड़ताल करते हैं.

दावा: स्वीडन ने आधिकारिक तौर पर सेक्स को बतौर खेल मान्यता दी है और वह इस हफ्ते पहला सेक्स टूर्नामेंट आयोजित करने जा रहा है.

DW फैक्ट चेक: गलत

स्वीडन के खेल प्रशासन ने ऐसे किसी आयोजन से इनकार किया है. स्वीडिश स्पोर्ट्स कंफेडरेशन की प्रवक्ता आना जेत्समान बताती हैं, "यह समूची जानकारी गलत है." उन्होंने अपने लिखित बयान में डीडब्ल्यू को बताया, " फिलहाल कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया में स्वीडन और स्वीडिश खेलों को लेकर गलत खबर फैलाई जा रही है. इसका हम प्रबलता से खंडन करते हैं."

कैसे हुई शुरुआत?

योटेबॉग्स पोस्टन, स्वीडिश भाषा के मुख्य अखबारों में है. इसकी खबर के मुताबिक, इस पूरे ड्रामे के पीछे स्वीडन के एक शख्स द्रागन ब्रातिच की भूमिका है. अखबार के मुताबिक, ब्रातिज कई स्ट्रिप क्लबों के मालिक हैं. वह चाहते थे कि सेक्स को खेल का दर्जा मिले. जनवरी 2023 में उन्होंने स्पोर्ट्स कंफेडरेशन की सदस्यता के लिए आवेदन दिया. स्वीडिश स्पोर्ट्स कंफेडरेशन ने डीडब्ल्यू से पुष्टि की कि एक शख्स था, जिसने दावा किया था कि कोई सेक्स फेडरेशन है और उसने सदस्यता के लिए आवेदन भी दिया. लेकिन मई में उसका आवेदन खारिज कर दिया गया.

सीएनबीसी से जुड़े एक अन्य प्रमुख भारतीय मीडिया हाउस ने अपनी खबर में ब्योरा दिया कि टूर्नामेंट में कैसे भाग लें. साथ ही, खबर में कथित स्वीडिश सेक्स फेडरेशन से जुड़ा एक ईमेल का भी जिक्र था. दिलचस्प यह है कि इस नाम से एक वेबसाइट है तो, लेकिन वो एक अलग यूआरएल वाली पॉर्न वेबसाइट पर ले जाती है. इस वेबसाइट पर "टूर्नामेंट" के लिए एक काउंटडाउन चल रहा है, जिसका दावा है कि आयोजन की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी.

कंफेडरेशन किसी भी सेक्स संगठन के साथ मिलकर काम करने की बात खारिज करता है. आना जेत्समान बताती हैं, "ऐसा कोई सेक्स फेडरेशन नहीं है, जो स्वीडिश स्पोर्ट्स कंफेडरेशन का सदस्य हो. स्वीडिश खेलों और स्वीडन की छवि खराब करने के लिए यह गलत जानकारी फैलाई जा रही है. "

दूसरी ओर कथित सेक्स फेडरेशन का कहना है, "शर्म की बात है कि स्वीडिश सेक्स फेडरेशन को दो अरब स्वीडिश मुद्रा की सहायता नहीं दी गई, जो स्वीडन की सरकार की ओर से पंजीकृत खेल संगठनों के लिए आवंटित की जाती है."

कैसे दें रिवेंज पॉर्न का जवाब

सेक्स से जुड़े टैबू

कई देशों में सेक्स एक वर्जित विषय है. वहीं नॉर्डिक देश कुछ बेहद अनोखे खेल मुकाबलों की मेजबानी के लिए जाने जाते हैं. मसलन, पत्नी को उठाकर दौड़ने की प्रतियोगिता. या, अंतरराष्ट्रीय सौना चैंपियनशिप, जिसे एक प्रतिभागी की मौत के बाद बंद कर दिया गया. हालांकि सेक्स प्रतियोगिता का आयोजन नहीं होता है.

दक्षिण एशिया के कई मीडिया ग्रुपों ने बिना तफ्तीश और फैक्ट चेकिंग के इस खबर को चलाने में दिलचस्पी दिखाई. इनमें इंडिया टु़डे ग्रुप का एक भ्रामक वीडियो भी शामिल है. एक वेबसाइट ने तो अपनी खबर में लिखा कि कैसे कामसूत्र का ज्ञान प्रतिभागियों की मदद कर सकता है और खबर के आखिरी पैराग्राफ में बताया कि चैंपियनशिप की खबर फर्जी है.