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तकनीकसंयुक्त राज्य अमेरिका

ट्विटर को ट्रोल कर रहे इलॉन मस्क क्या चाहते हैं

स्वाति मिश्रा
१२ अप्रैल २०२२

ट्विटर का सबसे बड़ा शेयर होल्डर, जिसे कंपनी निदेशक मंडल में शामिल करने का ऐलान कर चुकी थी, वही उसकी खिल्ली उड़ा रहा है. मस्क अपने 81.4 मिलियन फॉलोअर के ट्विटर हैंडल के साथ ट्विटर को उसी के मंच पर ट्रोल कर रहे हैं.

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Berlin Tesla Gigafactory - Elon Musk
टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ इलॉन मस्क के पास ट्विटर के 9.2 प्रतिशत स्टेक्स हैं. वह ट्विटर के सबसे बड़े शेयर धारक हैं. तस्वीर: Patrick Pleul/dpa/picture alliance

दुनिया के सबसे अमीर इंसान इलॉन मस्क ने 11 अप्रैल को अमेरिकी सरकार के पास एक कागज भेजा. अमेरिका के 'सिक्योरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमीशन' (एसईसी) को भेजे गए इस डॉक्यूमेंट में इलॉन मस्क ने एसईसी के साथ ट्विटर के अपने शेयरों से जुड़ी अहम जानकारियां साझा की थीं. मस्क के पास सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर के 9.2 प्रतिशत शेयर हैं. वह ट्विटर के सबसे बड़े शेयर धारक हैं. इस डॉक्यूमेंट में मस्क ने एसईसी को बताया:

- 4 अप्रैल को उन्हें ट्विटर के निदेशक मंडल में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया था.

- 9 अप्रैल को उन्होंने ट्विटर को बताया कि वह बोर्ड में नहीं शामिल होंगे.

- वह समय-समय पर ट्विटर के और शेयर खरीद सकते हैं.

- खरीदे गए शेयर अपने पास रख सकते हैं या चाहें, तो उन सभी शेयरों या उनमें से कुछ को बेच सकते हैं.

- मस्क चाहें तो गाहे-बगाहे ट्विटर के बोर्ड या मैनेजमेंट टीम के साथ कंपनी के प्रबंधन, कामकाज और रणनीति जैसे मसलों पर बातचीत भी कर सकते हैं.

- ट्विटर के कामकाज को लेकर अपनी राय कंपनी के निदेशक मंडल या मैनेजमेंट टीम से भी बता सकते हैं.

- वह चाहें तो इसके बारे में सोशल मीडिया पर अपनी राय सार्वजनिक भी कर सकते हैं.

मस्क के इस दस्तावेज में एक खास बात यह भी थी कि उनके पास अधिकार है कि वह ट्विटर से जुड़ी अपनी योजनाओं या निवेश को मकसद को जब चाहें, बदल सकते हैं. मस्क का यह ऐलान, उनकी रणनीति का अप्रत्याशित स्वभाव, या यूं कहें कि उनका अपने विकल्प खुले रखना ट्विटर के लिए अच्छी स्थिति नहीं है.

आकाश से गिरते इलॉन मस्क के स्टारलिंक सैटेलाइट

ट्विटर सीईओ ने ट्वीट किया: वेलकम इलॉन

4 अप्रैल को ट्विटर ने अपनी कंपनी में मस्क के सबसे बड़े शेयर धारक होने की बात का खुलासा किया था. अगले दिन ट्विटर ने मस्क को अपने 11 सदस्यों वाले निदेशक मंडल में शामिल होने का आमंत्रण दिया. बताया गया कि इसके बदले मस्क राजी हो गए हैं कि वह ट्विटर के 14.9 प्रतिशत से ज्यादा स्टॉक नहीं खरीदेंगे और कंपनी को अपने नियंत्रण में भी नहीं लेंगे.

5 अप्रैल को ही ट्विटर के मौजूदा सीईओ पराग अग्रवाल ने एक ट्वीट में लिखा, "मैं यह बताते हुए बहुत उत्साहित हूं कि हम इलॉन मस्क को अपने बोर्ड में नियुक्त कर रहे हैं. इलॉन के साथ हालिया हफ्तों में हुई बातचीत से स्पष्ट हो गया है कि हमारे बोर्ड में उनके आने की बहुत अहमियत होगी. उनके आने से आने वाले समय में हम और मजबूत होंगे. आपका स्वागत है इलॉन!" ट्विटर ने अपने बोर्ड सदस्यों की जानकारी देने वाले पन्ने पर मस्क का परिचय भी डाल दिया.

मामले में नया मोड़

मस्क के ट्वीटर पर 81.4 मिलियन फॉलोअर हैं, वह ट्विटर को उसके ही मंच से ट्रोल कर रहे थे. कंपनी और उसके कामकाज का मजाक उड़ा रहे थे. उन्होंने ट्वीट किया कि ट्विटर के नाम से डब्ल्यू हटा दिया जाना चाहिए, ताकि यह और ज्यादा अश्लील सुनाई दे. उन्होंने यह भी लिखा कि ट्विटर के सैन फ्रैंसिस्को मुख्यालय में वैसे भी कोई नहीं आता, तो बेघरों को लाकर वहां बसा देना चाहिए.

ट्विटर का सबसे बड़ा शेयर होल्डर, जिसे कंपनी अपने निदेशक मंडल में शामिल करने का ऐलान कर चुकी थी, वही ट्विटर की खिल्ली उठा रहा था. इसी बीच 10 अप्रैल को सीईओ पराग अग्रवाल ने एक पोस्ट में बताया कि मस्क ने बोर्ड में शामिल होने से मना कर दिया है. पराग के मुताबिक, "बोर्ड में मस्क की आधिकारिक नियुक्ति 9 अप्रैल से प्रभावी होनी थी. लेकिन इसी दिन सुबह मस्क ने बताया कि वह बोर्ड में नहीं आएंगे."

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यानी अब मस्क ट्विटर के और भी शेयर खरीद सकते हैं

पब्लिक ट्रेडेड कंपनियों में शेयर धारकों के पास कुछ अधिकार होते हैं. इनमें कंपनी से जुड़े कुछ कॉर्पोरेट मामलों में वोटिंग का भी अधिकार होता है. ज्यादातर मामलों में एक शेयर का मतलब है, एक वोट का अधिकार. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर मस्क ने ट्विटर में नियंत्रण स्थापित करने लायक हिस्सेदारी खरीद ली, तो वह कंपनी से जुड़े फैसलों के मामले में बेहद प्रभावी स्थिति में आ जाएंगे. कई जानकार यह भी कयास लगा रहे हैं कि मस्क कंपनी को अपने नियंत्रण में भी ले सकते हैं.

एक बड़े शेयर धारक के साथ ट्विटर का अतीत में भी एक चर्चित मामला रहा है. 2020 में अमेरिकी निवेश प्रबंधन फर्म 'ऐलियट मैनेजमेंट' ने ट्विटर में चार प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद ली. फिर उसने कंपनी में बदलाव लागू करने पर जोर देना शुरू किया. इनमें तत्कालीन सीईओ जैक डोर्सी को पद से हटाना भी शामिल था. इस तरह के निवेशक 'एक्टिविस्ट इन्वेस्टर' कहलाते हैं. इनकी कार्यशैली यूं होती है कि ये पहले किसी कंपनी में शेयर का बड़ा हिस्सा खरीदते हैं. फिर वहां प्रबंधन, कामकाज, कॉर्पोरेट ढांचा और रणनीति जैसे मामलों में बदलाव लाने के लिए कंपनी पर जोर डालते हैं, ताकि शेयर की कीमतें बढ़ा सकें.

एलियट मैनेजमेंट का कहना था कि ट्विटर अपने शेयरों की कीमतें बढ़वाने और नए उत्पाद लाने में अपनी प्रतिद्वंद्वी सोशल मीडिया कंपनियों से पिछड़ गया है. एलियट को इसकी एक वजह यह लग रही थी कि जैक डोर्सी दो कंपनियां चला रहे हैं. ऐसे में उनका पूरा ध्यान ट्विटर पर नहीं है. ट्विटर का कामकाज संभालने के अलावा डोर्सी की अपनी एक वित्तीय कंपनी 'स्क्वैयर' भी थी. बाद में ट्विटर और एलियट मैनेजमेंट के बीच डील हो गई थी और जैक डोर्सी की सीईओ की कुर्सी बच गई. समझौते के तहत एलियट के एक्जिक्यूटिव को ट्विटर बोर्ड में जगह भी मिली. डोर्सी को सीईओ का पद छोड़ना तो पड़ा, मगर इस प्रकरण के करीब डेढ़ साल बाद नवंबर 2021 में. उनकी जगह कंपनी के मुख्य तकनीकी अधिकारी पराग अग्रवाल को सीईओ बनाया गया.

क्या चाहते हैं मस्क?

सवाल पूछा जा रहा है कि क्या मस्क भी एक्टिविस्ट इन्वेस्टर हैं.क्या वह अपने शेयरों की ताकत के बदले ट्विटर में सुधार लाकर इसके शेयरों की कीमतें बढ़वाना चाहते हैं. कई जानकारों की राय है कि मस्क की मंशा शायद अलग है. 25 मार्च को मस्क ने ट्विटर पर एक पोल किया था. सवाल था कि क्या ट्विटर अभिव्यक्ति की आजादी का पालन सही तरह से कर रहा है. मस्क ने लोगों से अपील की थी कि वे सावधानी से वोट करें क्योंकि इस पोल के नतीजे बेहद अहम होने वाले हैं. इसमें 70 पर्सेंट लोगों ने ना में जवाब दिया. अगले दिन मस्क ने ट्वीट किया कि ट्विटर फ्री स्पीच के सिद्धांतों का पालन करने में नाकाम रहा है, जो कि बुनियादी तौर पर लोकतंत्र को कमजोर बनाता है. ऐसे में क्या किया जाना चाहिए?

मस्क ने लोगों से यह भी पूछा कि क्या किसी नए सोशल मीडिया मंच को लाए जाने की जरूरत है?इस वक्त तक उनके ट्विटर में हिस्सेदारी की खबर नहीं आई थी. तो क्या मस्क सबसे बड़े निवेशक होने के नाते ट्विटर को ज्यादा लोकतांत्रिक बनाना चाहते हैं? क्या वह कोई नया सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लाना चाहते हैं? अभी ये चीजें स्पष्ट नहीं हैं. लेकिन यह साफ दिख रहा है कि मस्क ट्विटर को एक असहज स्थिति में डाल रहे हैं.

9 अप्रैल को उन्होंने 'वर्ल्ड ऑफ स्टैटिक्स' का एक ट्वीट रीट्वीट किया. इसमें सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले 10 टॉप ट्विटर हैंडलों के नाम थे.मस्क ने लिखा कि इस लिस्ट में ज्यादातर लोग कभी-कभार ही पोस्ट करते हैं और बहुत कम ही कोई "कॉन्टेंट" डालते हैं. उन्होंने सवाल किया, "क्या ट्विटर मर रहा है?" 11 अप्रैल को मस्क ने एक ट्वीट लाइक किया, जिसमें किसी टैंक नाम के यूजर ने इलॉन और ट्विटर के बीच हुए हालिया घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए लिखा था, "अभिव्यक्ति की आजादी के लिए इलॉन सबसे बड़े शेयर धारक बने. इलॉन ने कहा गया कि शांत रहो और खुलकर मत बोलो." अभी शायद इतना ही स्पष्ट है कि मस्क अभी ट्विटर को उसी के मंच से ट्रोल करते रहने के मूड में हैं.