सुपर-पावर देश में कोरोना के बढ़ते मामले
२७ मार्च २०२०अमेरिका के जॉन हॉप्किंस यूनिवर्सिटी के मुताबिक देश में कम से कम 1,178 लोगों की मौत कोविड-19 के कारण हो गई है. 83,000 पॉजिटिव केस के साथ अमेरिका ने अब इटली और चीन को कोरोना वायरस के मामले में पीछे छोड़ दिया है.कोरोना वायरस की महामारी में दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश अमेरिका अब इटली और चीन को पीछे छोड़ते हुए पॉजिटिव मामलों की संख्या में सबसे आगे निकल गया है. यह ऐसा तमगा है जो अमेरिका को कभी नहीं चाहिए होगा, लेकिन यह सच है कि वह इसे ना चाहते हुए भी पा गया है. अभी तक दुनिया भर में सबसे अधिक मौतें इस महामारी के कारण इटली में हुई हैं.
चीन के वुहान से निकला वायरस पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले चुका है. चीन में भी वायरस के कारण मरने वालों की संख्या 3200 के पार पहुंच गई है. महामारी की मार अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी गहरी पड़ी है. महामारी के कारण अमेरिका में बेरोजगारी भी बढ़ गई है. अमेरिका में एक हफ्ते में 30 लाख से अधिक लोगों ने खुद को बेरोजगार के तौर पर रजिस्टर करवाया है. इससे पहले 1982 में बड़ी मात्रा में बेरोजगारों की संख्या बढ़ी थी. तब 7 लाख लोगों ने बेरोजगार के तौर पर अपना नाम दर्ज करवाया था. सऊदी अरब में गुरुवार से जी-20 देशों का आपातकालीन शिखर सम्मेलन शुरू हो गया. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने वाले इस सम्मेलन की अध्यक्षता सऊदी अरब के किंग सलमान ने की. जी-20 के देशों ने वैश्विक अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए 5 ट्रिलियन डॉलर देने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की.
अब तक दुनिया भर में पांच लाख से अधिक लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. अमीर देश भी कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए तमाम कोशिशें कर रहे हैं. कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई देशों में लॉकडाउन लागू है. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने कहा, "हम वायरस के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए वित्तीय, वैज्ञानिक, दवा और सैन्य संसाधन का इस्तेमाल कर रहे हैं. इसके प्रसार को रोकने और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए यह एक युद्ध है."
अमेरिका में करीब 40 फीसदी लोग लॉकडाउन में हैं, ट्रंप ने नागरिकों से घर पर रहने और सोशल डिस्टेंसिंग की सलाह दी है. दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में हर क्षेत्र में नौकरियां जा रही हैं चाहे वह फूड सर्विस हो या फिर रिटेल या परिवहन. गैर जरूरी सेवाएं देश में बंद होने के कारण बेरोजगारी का यह आलम है. न्यूयार्क के मेयर बिल डे ब्लासियो ने पत्रकारों से कहा, "यह चौंका देने वाला है. अभी हम सिर्फ शुरुआती संख्या देख रहे हैं. दुर्भाग्य से वह और खराब हो जाएगी." उनका अनुमान है कि शहर के पांच लाख लोग अपनी नौकरी इस महामारी के कारण गंवा देंगे.
एए/ सीके (एएफपी)
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