6 खतरनाक पड़ाव जो होने वाले हैं पार
ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण धरती जल्द ही उन छह खतरनाक पड़ावों को पार कर सकती है, जिनके बाद लौटना असंभव होगा. वैज्ञानिकों ने विस्तृत अध्ययन के बाद बताया है कि जैसे जैसे तापमान बढ़ेगा, ये पड़ाव पार होंगे.
जहां से लौटना असंभव है
‘साइंस’ पत्रिका में छपे एक शोधपत्र में वैज्ञानिकों ने 200 से ज्यादा खतरनाक पड़ावों का अध्ययन करने के बाद ये छह घटनाएं बताई हैं, जो जल्द ही हो सकती हैं. 2008 के बाद से उपलब्ध डेटा के आधार पर यह सूची तैयार की गई है.
ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर का ढहना
पहला पड़ाव होगा ग्रीनलैंड की बर्फ की चादर का ढह जाना. फिलहाल इस बर्फ का पिघलना समुद्र के जल स्तर में वृद्धि का सबसे बड़ा कारक है जिसके कारण दर्जनों शहर और लाखों लोग खतरे में हैं.
पश्चिम अंटार्कटिक की बर्फ का टूटना
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट कहती है कि ग्रीनलैंड और अंटार्कटिक की बर्फ 30 साल पहले के मुकाबले छह गुना ज्यादा तेजी से पिघल रही है.
उत्तरी अटलांटिक में समुद्री चक्र का रुकना
अटलांटिक का समुद्री चक्र पृथ्वी के पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं में से एक है. इसका रुकना पर्यावरण के लिए विनाशकारी हो सकता है.
कम ऊंचाई पर मौजूद कोरल रीफ का खात्मा
दुनियाभर के कोरल रीफ खतरे में हैं और वैज्ञानिक कहते हैं कि जल्दी ही कम ऊंचाई वाली जगहों पर स्थित ये रीफ खत्म हो सकते हैं. यह एक अहम पड़ाव होगा, जिसके बाद कोई वापसी नहीं होगी.
उत्तरी ध्रुव में जमीन का धंसना
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि जमीन का धंसना एक खतरनाक पड़ाव होगा क्योंकि इससे ग्रीनहाउस गैसें बड़ी मात्रा में उत्सर्जित होंगी और ग्लोबलवॉर्मिंग और बढ़ेगी.
बैरंट्स सागर में बर्फ का पिघलना
आर्कटिक समुद्र में बैरंट्स सी एकाएक पिघल सकता है. इससे समुद्री जलस्तर बढ़ेगा और जलवायु परिवर्तन के विनाशकारी परिणाम सामने आएंगे.