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क्या भारत बन सकता है दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

चारु कार्तिकेय
२७ जुलाई २०२३

भारत इस समय जीडीपी के लिहाज से दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. सरकार के आंकड़ों के हिसाब से जीडीपी का विकास भी तेजी से हो रहा है. क्या भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है?

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गगनचुंबी इमारतें और झुग्गियां, मुंबई
भारत में विकासतस्वीर: Java

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के आंकड़ों के मुताबिक भारत इस समय दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) करीब 3,750 अरब डॉलर है.

लेकिन यही आंकड़े यह भी दिखाते हैं कि दुनिया की पहली से लेकर चौथी अर्थव्यवस्थाओं और भारत में जमीन आसमान का फर्क है. दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है अमेरिका, जिसका जीडीपी है 26,854 अरब डॉलर, यानी भारत से करीब सात गुना ज्यादा.

2027 तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

दूसरे नंबर पर है चीन, जिसे भारत अपना सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी मानता है. चीन की जीडीपी है 19,374 अरब डॉलर, यानी भारत से करीब पांच गुना ज्यादा. दुनिया की दो दिग्गज अर्थव्यवस्थाएं यही हैं.

तीसरे और चौथे नंबर की अर्थव्यवस्थाओं और भारत में इतना फर्क नहीं है. तीसरे नंबर पर जापान है, जिसका जीडीपी है 4,410 अरब डॉलर और चौथे नंबर पर है जर्मनी, 4,309 अरब डॉलर की जीडीपी के साथ.

आईएमएफ के पूर्वानुमान के मुताबिक भारत अगर इसी गति से बढ़ता रहा तो वो 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. बल्कि अमेरिकी बहुराष्ट्रीय बैंक गोल्डमैन सैक्स की मानें तो भारत 2075 तक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है. 

लेकिन विकास क्या सही मायनों में सिर्फ जीडीपी से आंका जा सकता है? अर्थव्यवस्थाओं की तुलना की लिए आईएमएफ एक और आंकड़ा इस्तेमाल करता है, जिसे जीडीपी पर कैपिटा कहते हैं, यानी किसी भी देश में प्रति व्यक्ति का औसत आर्थिक आउटपुट.

कहां कमजोर है भारत

इसका इस्तेमाल यह समझने के लिए किया जाता है कि कोई भी देश अपनी आबादी के हिसाब से आर्थिक प्रगति हासिल कर पा रहा है या नहीं. अब देखिये अब इस पैमाने पर भारत कहां खड़ा है.

क्या चीन वैश्विक अर्थव्यवस्था की अगुवाई के लिए वाकई तैयार है?

भारत का जीडीपी पर कैपिटा है 2,600 डॉलर, जबकि अमेरिका का है 80,003 डॉलर, यानी भारत से तीस गुना ज्यादा. अमेरिका का जीडीपी पर कैपिटा पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है. दुनिया में दूसरे नंबर पर कनाडा, जिसका जीडीपी पर कैपिटा है 52,072 डॉलर. यह भारत से बीस गुना ज्यादा है.

तीसरा नंबर है जर्मनी का जिसका जीडीपी पर कैपिटा है 51,038 डॉलर, यानी भारत से 19 गुना ज्यादा. दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में किसी का भी जीडीपी पर कैपिटा 9,000 से कम नहीं है, यानी भारत से तीन गुना ज्यादा.

हालांकि भारत के लिए अच्छी बात यह है कि यह इस समय दुनिया की सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है. आईएमएफ के ही मुताबिक, जहां भारत की जीडीपी का विकास 5.9 प्रतिशत की सालाना दर से हो रहा है, वहीं अमेरिका 1.6 प्रतिशत, चीन 5.2, जापान 1.3 और कनाडा 1.5 पर बढ़ रहे हैं.

फ्रांस 0.7 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रहा है और जर्मनी और ब्रिटेन तो इस समय नेगेटिव विकास दर दर्ज कर रहे हैं, यानी उनकी अर्थव्यवस्थाएं सिकुड़ रहीहैं. ऐसे में भारत की विकास दर को देश के भविष्य के लिए अच्छा माना जा रहा है.