1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

बेइंतिहा धधक रहे हैं अमेजन जंगल, भीषण सूखा है बड़ी वजह

स्वाति मिश्रा
३ जुलाई २०२४

ब्राजील के अमेजन वर्षावन में इस साल जनवरी से जून के बीच जंगलों में आग लगने की 13 हजार से ज्यादा घटनाएं दर्ज की गईं. यह पिछले दो दशकों में सबसे खराब स्थिति है.

https://p.dw.com/p/4hnV9
ब्राजील स्थित अमेजन जंगल के एक हिस्से में लगी आग बुझाते दमकलकर्मी. यह तस्वीर सितंबर 2022 की है.
जंगलों की कटाई, अवैध खनन और आग जैसे कारणों से अमेजन बड़ी नाजुक स्थिति में पहुंच गया है. वर्ल्ड बैंक और अमेजन एनवॉयरमेंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट (आईपीएएम) ने साथ मिलकर एक मॉडल विकसित किया है, जो बता सकता है कि जंगलों की कटाई कितनी मात्रा में और किस जगह पर होने की आशंका है.तस्वीर: Edmar Barros/AP/picture alliance

दक्षिण अमेरिका के अमेजन जंगल का करीब 60 फीसदी हिस्सा ब्राजील में है. उपग्रहों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, 2024 के शुरुआती छह महीनों में यहां फॉरेस्ट फायर की 13,489 घटनाएं दर्ज की गईं.

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, 2023 की इसी अवधि से तुलना करें तो यह आंकड़ा करीब 61 प्रतिशत ज्यादा है. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह प्रकृति और पर्यावरण की बदहाल होती स्थिति और पिछले साल विश्व के इस सबसे बड़े वर्षावन में पड़े ऐतिहासिक सूखे का नतीजा है.

उत्तरी ब्राजील के इरानडूबा में अमेजन जंगलों के एक हिस्से में लगी आग से उठता धुआं और सूखे के कारण संकरी हो गई नदी की धारा. यह तस्वीर सितंबर 2023 की है.
नमी की कमी जंगलों में आग पकड़ने की एक बड़ी वजह है. सूखे के कारण जंगल की जमीन पर सूखी वनस्पतियां रहती हैं, जो तेजी से आग पकड़ती हैं. तस्वीर: MICHAEL DANTAS/AFP/Getty Images

पिछले दो दशकों की सबसे खराब हालत

ब्राजील का नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च (आईएनपीई) 1998 से अमेजन में लगने वाली जंगलों की आग के ब्योरे जमा कर रहा है. तब से अब तक केवल दो बार ही शुरुआती छमाही में वाइल्डफायर की संख्या 2024 के आंकड़े से ज्यादा रही. 2003 में आग के मामलों की संख्या 17,143 और साल 2004 में 17,340 थी.

आईएनपीई के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 1 जनवरी से 21 जून के बीच वनों की कटाई का सतही इलाका पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले 42 फीसदी बढ़ गया.

ताजा आंकड़े ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के लिए निराशाजनक हैं. उन्होंने 2030 तक अमेजन में गैरकानूनी तरीके से होने वाली कटाई को रोकने का संकल्प लिया है. उनसे पहले राष्ट्रपति रहे जायर बोल्सोनारो के कार्यकाल में अमेजन क्षेत्र के भीतर जंगलों की कटाई में नाटकीय स्तर पर वृद्धि हुई थी.

जंगल बचाने के लिए एकजुट हुए अमेजन के आठ देश

भीषण सूखा है बड़ी वजह

अकेले जून महीने में जंगल की आग की 2,639 घटनाएं दर्ज की गई हैं. इससे पहले दर्ज हुई किसी भी उच्चतम संख्या से यह छह गुना ज्यादा है. हालात इसलिए भी चिंताजनक हैं कि आमतौर पर साल की दूसरी छमाही को जंगली आग का समय माना जाता है. खासतौर पर सितंबर में, जब मौसम सबसे ज्यादा शुष्क रहता है.

मध्य ब्राजील के टोकनचींस राज्य में जंगल के बीच मूलनिवासी समुदाय की जमीन. यहां से होकर बहने वाली टोकनचींस नदी अमेजन बेसिन की एक सहायक धारा है.
वातावरण से बड़ी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड खींचकर जमा करने के कारण अमेजन को "दुनिया का फेफड़ा" कहा जाता है. भले ही हम दुनिया के किसी भी कोने में रहते हों, लेकिन हम सभी अमेजन से फायदा पा रहे हैं. तस्वीर: Bruno Kelly

रोमूलो बतिस्ता, ब्राजील की ग्रीनपीस शाखा के प्रवक्ता हैं. वह कहते हैं कि अमेजन में जंगल की आग की बढ़ती संख्या में जलवायु परिवर्तन का भी योगदान है. बतिस्ता ने समाचार एजेंसी एएफपी से बातचीत में बताया कि ब्राजील के ज्यादातर विशेष प्राकृतिक इलाके नमी की कमी के कारण संकट में हैं.

अमेजन के पक्षियों का घट रहा आकार, जलवायु परिवर्तन का असर

वह कहते हैं, "आबोहवा शुष्क है. इसकी वजह से वनस्पतियां ज्यादा सूखी हुई हैं और उनके आग पकड़ने का जोखिम ज्यादा है." बतिस्ता यह भी बताते हैं कि जंगल में आग लगने की ज्यादातर घटनाएं बिजली गिरने जैसे कुदरती वजहों से नहीं हो रही हैं, बल्कि इसके लिए इंसानी गतिविधियां जिम्मेदार हैं. बतिस्ता खासतौर पर खेती के लिए लगाई जाने वाली आग को जिम्मेदार मानते हैं.

ब्राजील के अमेजन जंगल में लगी आग बुझातीं मूलनिवासी महिलाएं. ये महिलाएं एक वॉलंटियर ब्रिगेड का हिस्सा हैं.
अमेजन जंगल में फॉरेस्ट फायर की इतनी बड़ी संख्या जनवरी से जून के बीच की है. आमतौर पर साल की दूसरी छमाही को जंगली आग के लिए खासा जोखिम भरा माना जाता है. खासतौर पर सितंबर में, जब मौसम सबसे ज्यादा शुष्क रहता है. ऐसे में आशंका है कि आने वाले महीनों में आग की घटनाएं और बढ़ सकती हैं. तस्वीर: Bruno Kelly

अमेजन से होता है पूरी दुनिया का भला

दुनिया में कुल उष्णकटिबंधीय वर्षावनों का करीब एक तिहाई हिस्सा दक्षिणी अमेरिका में है. यह ब्राजील, बोलिविया, कोलंबिया, इक्वाडोर, गाएना, पेरू, सूरीनाम, वेनेजुएला और फ्रेंच गिनी में फैला है. पृथ्वी की सतह के लगभग एक फीसदी में फैला यह जंगल हमारी अब तक की जानकारी के 10 फीसदी वन्यजीव प्रजातियों का घर है.

मुमकिन है, यहां और भी कई ऐसी प्रजातियां रहती हों, जिनकी हमें अब तक खबर नहीं है. वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फाउंडेशन के मुताबिक, उनकी रिसर्च में पता चला कि अमेजन में हर दूसरे दिन जीवों या पेड़-पौधों की एक नई प्रजाति की खोज होती है.

वातावरण से बड़ी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड खींचकर जमा करने के कारण अमेजन को "दुनिया का फेफड़ा" कहा जाता है. भले ही हम दुनिया के किसी भी कोने में रहते हों, लेकिन हम सभी अमेजन से फायदा पा रहे हैं. इसकी हिफाजत दुनियाभर में पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से बेहद अहम है.

जंगलों की प्रचंड आग से निपटने के लिए कितने तैयार हैं हम

ब्राजील के पारा राज्य में अमेजन जंगल के एक हिस्से में लगी आग से उठता धुआं. यह तस्वीर अगस्त 2020 की है.
अमेजन क्षेत्र 2023 के मध्य से ही भीषण सूखे का सामना कर रहा है. कम बारिश, ऊंचे तापमान और सूखे के कारण पूरे क्षेत्र में जंगली आग के प्रकरण बढ़ गए हैं. तस्वीर: Carl de Souza/AFP/Getty Images

पेड़ कटने और जंगल की आग जैसे कारणों से अमेजन बड़ी नाजुक स्थिति में पहुंच गया है. वर्ल्ड बैंक और अमेजन एनवॉयरमेंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट (आईपीएएम) ने साथ मिलकर एक मॉडल विकसित किया है, जो बता सकता है कि जंगलों की कटाई कितनी मात्रा में और किस जगह पर होने की आशंका है. जोखिम भरे इलाकों की पहचान कर संरक्षण नीतियों को प्रभावी रूप से और समय रहते लागू करने में मदद मिल सकती है.

अमेजन के जंगलों को बचाएगा एआई वाला बक्सा

आग लगने के कारण रिकॉर्ड स्तर पर उत्सर्जन

यूरोप में वातावरण की निगरानी करने वाली एजेंसी कोपरनिकस ने फरवरी 2024 में ही अमेजन में लग रही आग के बारे में सचेत किया था. कोपरनिकस ने एक रिपोर्ट में बताया कि अमेजन वाइल्डफायरों के कारण रिकॉर्ड मात्रा में कार्बन उत्सर्जन हो रहा है. एजेंसी ने भी बताया कि अमेजन क्षेत्र 2023 के मध्य से ही भीषण सूखे का सामना कर रहा है.

अमेजन की आग से निपटने वाली मूलनिवासी महिलाएं

कम बारिश, ऊंचे तापमान और सूखे के कारण पूरे क्षेत्र में जंगली आग की घटनाएं बढ़ गई हैं. आईएनपीई के डेटा के मुताबिक, अकेले फरवरी में आग लगने के लगभग 1,700 मामले दर्ज किए गए, जबकि फरवरी 2023 में यह संख्या 133 थी. कोपरनिकस की वेबसाइट पर 'एरोसोल अलर्ट्स सर्विस' की मदद से आप भी पूरे दक्षिणी अमेरिका में जंगली आग के मामले ट्रैक कर सकते हैं. यह द कोपरनिकस एटमॉस्फेरिक मॉनिटरिंग सर्विस (सीएएमएस) का फीचर है, जिसे फरवरी 2024 में लॉन्च किया गया था.