बेइंतिहा धधक रहे हैं अमेजन जंगल, भीषण सूखा है बड़ी वजह
३ जुलाई २०२४दक्षिण अमेरिका के अमेजन जंगल का करीब 60 फीसदी हिस्सा ब्राजील में है. उपग्रहों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, 2024 के शुरुआती छह महीनों में यहां फॉरेस्ट फायर की 13,489 घटनाएं दर्ज की गईं.
समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, 2023 की इसी अवधि से तुलना करें तो यह आंकड़ा करीब 61 प्रतिशत ज्यादा है. विशेषज्ञों के मुताबिक, यह प्रकृति और पर्यावरण की बदहाल होती स्थिति और पिछले साल विश्व के इस सबसे बड़े वर्षावन में पड़े ऐतिहासिक सूखे का नतीजा है.
पिछले दो दशकों की सबसे खराब हालत
ब्राजील का नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर स्पेस रिसर्च (आईएनपीई) 1998 से अमेजन में लगने वाली जंगलों की आग के ब्योरे जमा कर रहा है. तब से अब तक केवल दो बार ही शुरुआती छमाही में वाइल्डफायर की संख्या 2024 के आंकड़े से ज्यादा रही. 2003 में आग के मामलों की संख्या 17,143 और साल 2004 में 17,340 थी.
आईएनपीई के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 1 जनवरी से 21 जून के बीच वनों की कटाई का सतही इलाका पिछले साल इसी अवधि के मुकाबले 42 फीसदी बढ़ गया.
ताजा आंकड़े ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा के लिए निराशाजनक हैं. उन्होंने 2030 तक अमेजन में गैरकानूनी तरीके से होने वाली कटाई को रोकने का संकल्प लिया है. उनसे पहले राष्ट्रपति रहे जायर बोल्सोनारो के कार्यकाल में अमेजन क्षेत्र के भीतर जंगलों की कटाई में नाटकीय स्तर पर वृद्धि हुई थी.
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भीषण सूखा है बड़ी वजह
अकेले जून महीने में जंगल की आग की 2,639 घटनाएं दर्ज की गई हैं. इससे पहले दर्ज हुई किसी भी उच्चतम संख्या से यह छह गुना ज्यादा है. हालात इसलिए भी चिंताजनक हैं कि आमतौर पर साल की दूसरी छमाही को जंगली आग का समय माना जाता है. खासतौर पर सितंबर में, जब मौसम सबसे ज्यादा शुष्क रहता है.
रोमूलो बतिस्ता, ब्राजील की ग्रीनपीस शाखा के प्रवक्ता हैं. वह कहते हैं कि अमेजन में जंगल की आग की बढ़ती संख्या में जलवायु परिवर्तन का भी योगदान है. बतिस्ता ने समाचार एजेंसी एएफपी से बातचीत में बताया कि ब्राजील के ज्यादातर विशेष प्राकृतिक इलाके नमी की कमी के कारण संकट में हैं.
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वह कहते हैं, "आबोहवा शुष्क है. इसकी वजह से वनस्पतियां ज्यादा सूखी हुई हैं और उनके आग पकड़ने का जोखिम ज्यादा है." बतिस्ता यह भी बताते हैं कि जंगल में आग लगने की ज्यादातर घटनाएं बिजली गिरने जैसे कुदरती वजहों से नहीं हो रही हैं, बल्कि इसके लिए इंसानी गतिविधियां जिम्मेदार हैं. बतिस्ता खासतौर पर खेती के लिए लगाई जाने वाली आग को जिम्मेदार मानते हैं.
अमेजन से होता है पूरी दुनिया का भला
दुनिया में कुल उष्णकटिबंधीय वर्षावनों का करीब एक तिहाई हिस्सा दक्षिणी अमेरिका में है. यह ब्राजील, बोलिविया, कोलंबिया, इक्वाडोर, गाएना, पेरू, सूरीनाम, वेनेजुएला और फ्रेंच गिनी में फैला है. पृथ्वी की सतह के लगभग एक फीसदी में फैला यह जंगल हमारी अब तक की जानकारी के 10 फीसदी वन्यजीव प्रजातियों का घर है.
मुमकिन है, यहां और भी कई ऐसी प्रजातियां रहती हों, जिनकी हमें अब तक खबर नहीं है. वर्ल्ड वाइल्डलाइफ फाउंडेशन के मुताबिक, उनकी रिसर्च में पता चला कि अमेजन में हर दूसरे दिन जीवों या पेड़-पौधों की एक नई प्रजाति की खोज होती है.
वातावरण से बड़ी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड खींचकर जमा करने के कारण अमेजन को "दुनिया का फेफड़ा" कहा जाता है. भले ही हम दुनिया के किसी भी कोने में रहते हों, लेकिन हम सभी अमेजन से फायदा पा रहे हैं. इसकी हिफाजत दुनियाभर में पर्यावरण संरक्षण के लिहाज से बेहद अहम है.
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पेड़ कटने और जंगल की आग जैसे कारणों से अमेजन बड़ी नाजुक स्थिति में पहुंच गया है. वर्ल्ड बैंक और अमेजन एनवॉयरमेंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट (आईपीएएम) ने साथ मिलकर एक मॉडल विकसित किया है, जो बता सकता है कि जंगलों की कटाई कितनी मात्रा में और किस जगह पर होने की आशंका है. जोखिम भरे इलाकों की पहचान कर संरक्षण नीतियों को प्रभावी रूप से और समय रहते लागू करने में मदद मिल सकती है.
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आग लगने के कारण रिकॉर्ड स्तर पर उत्सर्जन
यूरोप में वातावरण की निगरानी करने वाली एजेंसी कोपरनिकस ने फरवरी 2024 में ही अमेजन में लग रही आग के बारे में सचेत किया था. कोपरनिकस ने एक रिपोर्ट में बताया कि अमेजन वाइल्डफायरों के कारण रिकॉर्ड मात्रा में कार्बन उत्सर्जन हो रहा है. एजेंसी ने भी बताया कि अमेजन क्षेत्र 2023 के मध्य से ही भीषण सूखे का सामना कर रहा है.
कम बारिश, ऊंचे तापमान और सूखे के कारण पूरे क्षेत्र में जंगली आग की घटनाएं बढ़ गई हैं. आईएनपीई के डेटा के मुताबिक, अकेले फरवरी में आग लगने के लगभग 1,700 मामले दर्ज किए गए, जबकि फरवरी 2023 में यह संख्या 133 थी. कोपरनिकस की वेबसाइट पर 'एरोसोल अलर्ट्स सर्विस' की मदद से आप भी पूरे दक्षिणी अमेरिका में जंगली आग के मामले ट्रैक कर सकते हैं. यह द कोपरनिकस एटमॉस्फेरिक मॉनिटरिंग सर्विस (सीएएमएस) का फीचर है, जिसे फरवरी 2024 में लॉन्च किया गया था.