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राजनीतिब्राजील

यूक्रेन युद्ध को रोकने में मध्यस्थ बनना चाहता है ब्राजील

३१ जनवरी २०२३

ब्राजील के राष्ट्रपति लुई इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा है कि वे यूक्रेन युद्ध में हथियारों की सप्लाई नहीं बल्कि युद्ध को रोकने की बातचीत में मध्यस्थ बनना चाहते हैं.

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जर्मन चांसलर शॉल्त्स के साथ ब्राजीली राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की
जर्मन चांसलर शॉल्त्स के साथ ब्राजीली राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कीतस्वीर: Ueslei Marcelino/REUTERS

ब्राजील की राजधानी ब्राजिलिया में जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स के साथ बातचीत में यूक्रेन भेजे जा रहे जर्मन गेपर्ड टैंकों के लिए गोला-बारूद सप्लाई करने के मुद्दे पर राष्ट्रपति दा सिल्वा की ऐसी प्रतिक्रिया आयी है. इधर, जर्मनी ने अपने गेपर्ड युद्धक टैंक यूक्रेन भेज दिए हैं. रूस के साथ एक साल से जारी युद्ध में जर्मनी जैसे यूरोपीय देश और अमेरिका कई तरह से यूक्रेन की मदद कर रहे हैं.

लैटिन अमेरिकी देशों की 4 दिन की यात्रा पर गए जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स ने ब्राजील के राष्ट्रपति से इन टैंकों के लिए गोला बारूद की आपूर्ति करने पर बात की. इसी पर प्रतिक्रिया देते हुए राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने कहा कि वे हथियार मुहैया कराने की बजाय रूस के साथ जारी विवाद में मध्यस्थ बनना चाहेंगे ताकि युद्ध रोका जा सके.

लूला ने शॉल्त्स के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, "ब्राजील की इसमें कोई दिलचस्पी नहीं कि वह यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध में इस्तेमाल के लिए अपने गोला-बारूद भेजे." लूला ने कहा कि "ब्राजील शांति का देश है. और इसीलिए इस युद्ध में हिस्सा नहीं लेना चाहता, परोक्ष रूप से भी नहीं." 

टैंकों के लिए गोला-बारूद जुटाने की जुगत

जर्मनी ने अब तक अपने 30 गेपर्ड टैंक यूक्रेन भेजे हैं. इसके अलावा सात और टैंक भेजने का वादा किया है. लेकिन समस्या ये आ रही है कि इन टैंकों के लिए गोला-बारूद की काफी कमी है. जर्मन हथियार कंपनी राइनमेटाल गोलाबारूद के उत्पादन के लिए एक नई फैक्ट्री लगाने की तैयारी में लगी है. उत्पादन शुरु होने में जून तक का समय तो लग ही जाएगा, जिसे शायद जुलाई से पहले यूक्रेन को ना भेजा जा सके.

पिछले साल अप्रैल में ही जर्मनी ने ब्राजील से संपर्क साधा था और गेपर्ड टैंकों के लिए गोला बारूद मांगा था. जर्मनी को उम्मीद थी कि ब्राजील से करीब 300,000 राउंड कारतूसों का इंतजाम किया जा सकेगा. लेकिन लूला ने अब वो दरवाजा बंद कर दिया है.

चीन और ब्राजील करें अगुआई

ब्राजील की सेना ने खुद भी जर्मनी में बने गेपर्ड टैंक और लेपर्ड 1 मेन बैटल टैंक खरीद रखे हैं. उन्हें चलाने के लिए गोला-बारूद मुहैया कराने के बजाय लूला ने शांति का संदेश दिया है. राष्ट्रपति लूला का कहना है कि ब्राजील और चीन के नेतृत्व में एक मध्यस्थता अभियान शुरु करना चाहिए जिससे यूक्रेन युद्ध को रोका जा सके.

इसी प्रेस सम्मेलन में लूला ने कहा, "ऐसे ताकतवर और सम्मानीय देशों का एक समूह बनाना जरूरी है जो उनके साथ बातचीत की मेज पर बैठ सकें." उन्होंने बताया कि ऐसे एक अभियान के बारे में वे जर्मन चांसलर शॉल्त्स और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों से चर्चा कर चुके हैं और "चूंकि हमारे चीनी मित्रों की इसमें अहम भूमिका है, अब उन्हें आगे आना होगा."

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"यूक्रेन की भी गलती"

वामपंथी राजनीतिज्ञ लूला ने रूस को किसी देश पर हमला करने के लिए तो गलत ठहराया है लेकिन साथ ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की भी आलोचना की है. मार्च 2022 में संयुक्त राष्ट्र की आमसभा की बैठक में ब्राजील, अर्जेंटीना और चिली उन 141 देशों में शामिल थे जिन्होंने यूक्रेन पर हमले के लिए रूस की निंदा की थी. सारे लैटिन अमेरिकी और कैरिबियाई देशों में से केवल बोलीविया, अल सल्वाडोर और क्यूबा ने इस प्रस्ताव पर मतदान में हिस्सा नहीं लिया था, और कोई भी देश युद्ध की निंदा करने वाले इस प्रस्ताव के खिलाफ नहीं था. 

ब्राजील में अक्टूबर में ही नए चुनाव हुए हैं जिसमें लूला राष्ट्रपति चुने गए. इसके कुछ महीने पहले मई में टाइम मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने जेलेंस्की की आलोचना करते हुए कहा था, "यह इंसान भी युद्ध के लिए उतना ही जिम्मेदार है जितने पुतिन. क्योंकि युद्ध में किसी एक का दोष नहीं होता." लूला का कहना था कि जेलेंस्की ने यूक्रेन को नाटो या ईयू में शामिल करवाने की मांग को हवा ना दी होती तो उनका देश ऐसी मुसीबत में ना पड़ता.

आरपी/एमजे (डीपीए)