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समाज

जयशंकर: लश्कर और जैश बेखौफ गतिविधियां चला रहे हैं

आमिर अंसारी
२० अगस्त २०२१

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि अफगानिस्तान हो या भारत लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठन बेखौफ काम कर रहे हैं.

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तस्वीर: Russian Foreign Ministry/AFP

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद तेजी से बदलते घटनाक्रम के बीच भारत ने गुरुवार को प्रतिबंधित हक्कानी नेटवर्क की "बढ़ी हुई गतिविधियों" को लेकर चेताया. साथ ही भारत ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे अन्य पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह "बिना भय और प्रोत्साहन" के साथ काम करना जारी रखे हुए हैं.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) को संबोधित करते हुए, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि अफगानिस्तान की घटनाओं ने स्वाभाविक रूप से क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर वैश्विक चिंताओं को बढ़ा दिया है.

यूएनएससी में "अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा" विषय पर आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद को किसी धर्म, सभ्यता और जातीय समूह से नहीं जोड़ा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "हमें आतंकवाद और इसके वित्तपोषकों से कभी समझौता नहीं करना चाहिए."

दुनिया को किया आगाह

साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि "हमारे अपने पड़ोस में आईएसआईएल-खोरासन (आईएसआईएल-के) अधिक ऊजार्वान हो गया है और लगातार अपने पदचिह्न् का विस्तार करने की कोशिश कर रहा है."

विदेश मंत्री जयशंकर ने अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद पहली बार आतंकवाद के बारे में भारत की चिंताओं को लेकर विस्तार से बयान दिया है. उन्होंने आतंकी समूहों का नाम लेकर दुनिया को आगाह भी किया.

पाकिस्‍तान का नाम लिए बिना जयशंकर ने कहा, "वैश्विक समुदाय को उन देशों के पाखंड का विरोध करना चाहिए जो निर्दोषों के खून से हाथ रंगने वाले आतंकवादियों की रक्षा करते हैं."

चीन और पाकिस्तान पर निशाना

उन्होंने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बिना आतंकवादी समूहों को सहायता प्रदान करने में भूमिकाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया. उन्होंने कहा, "दुर्भाग्य से, कुछ देश ऐसे भी हैं जो आतंकवाद से लड़ने के हमारे सामूहिक संकल्प को कमजोर या नष्ट करना चाहते हैं. इसे पारित नहीं होने दिया जा सकता."

जयशंकर ने कहा, "जब हम देखते हैं कि निर्दोष लोगों के खून से हाथ रंगने वालों से राजकीय मेहनमान जैसा सलूक किया जा रहा है, तो हमें उनकी दोहरी बात पर टोकने का साहस करने से नहीं चूकना चाहिए."

चीन पर निशाना साधते हुए जयशंकर ने कहा, "कोविड की ही तरह आतंकवाद भी है, जब तक हम सभी सुरक्षित नहीं हैं तब तक कोई भी सुरक्षित नहीं है. लेकिन कुछ देश हमारे सामूहिक संकल्प को कमजोर करते हैं."

जयशंकर ने आतंकवाद के सभी पीड़ितों के साथ अपनी एकजुटता जाहिर करते हुए कहा कि जहां अगले महीने अमेरिका पर 9/11 हमले की 20वीं बरसी आ रही है, वहीं 2008 का मुंबई आतंकी हमला हमारी यादों में ताजा है. 2016 का पठानकोट हवाईअड्डे पर हमला और 2019 के पुलवामा में पुलिसकर्मियों पर आत्मघाती हमले हम नहीं भूले हैं."

भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि भारत को सबसे ज्यादा आतंकी हमले झेलने पड़े हैं.

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