अपनी उम्र पूरी कर लेने के बाद लीथियम आयन बैटरियां लोगों की सेहत और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकती हैं. खराब बैटरियों से निकली जहरीली चीजें रिसकर पानी में मिल सकती हैं. जरूरी है कि इन बैटरियों की रीसाइक्लिंग और वेस्ट मैनेजमेंट सही तरह से हो. भारत की एक कंपनी इस दिशा में काम कर रही है.