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प्रकृति और पर्यावरणसंयुक्त राज्य अमेरिका

लावारिस तेल कुओं को बंद करने पर अरबों डॉलर खर्च होगा

७ मार्च २०२२

अमेरिका में लाखों तेल और गैस के कुएं हैं, जिनमें दशकों से उत्पादन नहीं हुआ. देश में ऐसे लावारिस छोड़ दिए गए ऐसे कुओं की अनुमानित संख्या 35 लाख है. इनसे होने वाला रिसाव इंसानों, जानवरों और पर्यावरण के लिए गंभीर खतरा है.

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कैलिफॉर्निया के एक लावारिस तेल कुएं से रिसे लगभग आठ लाख गैलन तेल और खारे पानी की सफाई करते क्रू सदस्य...तस्वीर: Irfan Khan/AP Photo/picture alliance

करीब डेढ़ दशक पहले बिल सू ने पश्चिमी वर्जिनिया के पहाड़ों पर एक मवेशी फार्म खरीदा. तब बिल ने उस जमीन पर खुदे दो गैस के कुओं पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया था. आगे चलकर इन कुओं से होने वाला रिसाव बिल के खेतों तक पहुंचा और उनकी गायें बीमार होने लगीं.

बिल ने कुएं को ऑपरेट करने वाली कंपनी पर केस किया. एक कुआं बंद भी कर दिया गया, लेकिन उसके बाद कंपनी गायब हो गई. अब बिल को इस पर्यावरण आपदा से खुद ही जूझना होगा. वह कहते हैं, "यह चौंकाने वाली बात है कि दशकों से ऐसा होता आया है."

तेल और गैस के लावारिस कुएं

अमेरिका में लाखों तेल और गैस के कुएं हैं, जिनमें दशकों से उत्पादन नहीं हुआ. बावजूद इसके उन्हें आज तक सील नहीं किया गया है और कई बार तो यह भी नहीं पता होता कि उन पर मालिकाना हक किसका है. ढुलमुल नीतियों और पेट्रोलियम इंडस्ट्री के चढ़ाव-उतार के बीच कई प्रांत इन कुओं से निपटने की प्रभावी रणनीति नहीं बना सके हैं. इन कुओं से होने वाले रिसाव के पानी में मिलने और इनसे मीथेन जैसी ग्रीनहउस गैस के उत्सर्जन का भी जोखिम है.

अब पहली बार वॉशिंगटन इन कुओं को सील करने के लिए गंभीर प्रयास कर रहा है. इसके लिए करीब 4.7 अरब डॉलर के फंड को मंजूरी दी गई है. एडम पेल्त्ज 'एनवॉयरमेंटल डिफेंस फंड' (ईडीएफ) नाम के एक गैर-सरकारी संगठन में वरिष्ठ अटॉर्नी हैं. उन्होंने बताया, "प्रांतों के पास जो पैसा था, उसे कभी समस्या के अनुपात में खर्च नहीं किया गया. अब पहली बार ऐसा होने जा रहा है."

अमेरिकी सरकार ने इस काम के लिए जो पैसा देने की बात कही है वह समस्या को पूरी तरह खत्म करने के लिए पर्याप्त नहीं होगा. पर्यावरणविदों का कहना है कि तेल उत्पादन से जुड़े प्रांतीय कानूनों में कई कमियां हैं. इनका फायदा उठाकर कंपनियां लापरवाही बरतना जारी रख सकती हैं.

तेल के अनाथ कुंए

दशकों पुरानी समस्या

अमेरिका में पहली बार 1859 में पेंसिल्वेनिया से तेल का व्यावसायिक उत्पादन शुरू हुआ था. तब से अमेरिका अंतरराष्ट्रीय पेट्रोलियम उत्पादन के केंद्र में रहा है. कुओं से जुड़े ब्यौरे रखने, उनकी दोबारा बिक्री और उन्हें सील किए जाने से जुड़े कानून बनाने में कई अमेरिकी प्रांतों को एक शताब्दी से ज्यादा का समय लग गया. इसका नतीजा यह हुआ कि आज अमेरिका में लावारिस छोड़ दिए गए कुओं की सही संख्या तक मालूम नहीं है. हालांकि एनवॉयरमेंट प्रोटेक्शन एजेंसी ने इस साल बताया कि ऐसे कुओं की अनुमानित संख्या 35 लाख हो सकती है.

ईडीएफ का अनुमान है कि इन लावारिस छोड़ दिए गए कुओं की डेढ़ किलोमीटर की परिधि में रहने वाले अमेरिकियों की संख्या करीब 90 लाख है. ये ऐसे कुएं हैं, जिनमें ना तो उत्पादन हो रहा है और ना ही उनके मालिक की ही जानकारी है. दक्षिणी कैलिफॉर्निया की कर्न काउंटी में 'सेंट्रल कैलिफॉर्निया एनवॉयरमेंटल जस्टिस नेटवर्क' को स्कूलों और घरों के पास इन कुओं से हो रहे रिसाव की जानकारी मिली है. गुस्तावो अग्युरे जूनियर इस काउंटी में नेटवर्क के निदेशक हैं. वह बताते हैं, "ज्यादातर कुएं जहां बनाए गए, और जिन्हें छोड़ दिया गया, वे कम आय वर्ग वाले इलाकों में हैं."

तेल वरदान है या अभिशाप?

कुएं सील करने की प्रक्रिया बहुत धीमी

माना जाता है कि अमेरिका में ज्यादातर लावारिस छोड़े गए कुएं पूर्वी प्रांतों में हैं, जहां पेट्रोलियम इंडस्ट्री शुरू हुई. इंडस्ट्री की शुरुआत के लगभग 160 से भी ज्यादा साल हो चुके हैं, लेकिन अब भी यहां जमीन मालिकों को कई बार अपनी जमीन में कोई छेद या पाइप मिल जाता है, जिससे तेल या नमकीन पानी का रिसाव हो रहा होता है. इन्हें सील करने के लिए प्रांतों को अपने संसाधन इस्तेमाल करने पड़ते हैं.

कैलिफॉर्निया हर साल कुछ दर्जन कुएं सील करता है. अभी यहां सैंटा क्लैरिटा के पास 56 कुएं सील करने का काम जारी है. इनमें से कुछ कुएं 1949 के हैं. इन कुओं की सबसे ज्यादा संख्या पेंसिल्वेनिया में है. उसने 2020 में 18 लावारिस कुओं को सील कराया. इस साल पश्चिमी वर्जिनिया ने केवल एक कुआं सील किया.

बिल सू ने अपने खेतों में रिसते कुएं से मवेशियों को दूर रखने के लिए बाड़ लगाई. वह कहते हैं, "दशकों से उपेक्षा जारी है. कुएं के मालिकों की जिम्मेदारी तय नहीं होती है. कुआं सील करने के कानून उनपर लागू नहीं किए जाते. और इसका नुकसान हमें झेलना पड़ता है."

अभी भी कोशिशें पर्याप्त नहीं

टेड बोएटनर, ओहायो रीवर वैली इंस्टिट्यूट में वरिष्ठ शोधकर्ता हैं. वह बताते हैं कि पिछले साल कांग्रेस में मंजूर किए गए फेडरल इंफ्रास्ट्रक्चर बिल से कई लावारिस कुओं को सीलबंद किए जाने में मदद मिलेगी. हालांकि अभी भी कई प्रांत ऐसे हैं, जहां निरीक्षकों की कमी है. यहां ड्रिलिंग करके कुआं खुदवाने वाले उन्हें सील करवाने की जिम्मेदारी से पल्ला ना झाड़ें, इसके लिए पर्याप्त नियमों की भी कमी है. इन पक्षों पर ध्यान दिया जाना बेहद जरूरी है.

2021 में मैकगिल यूनिवर्सिटी के एक शोध के मुताबिक, अमेरिका में मीथेन उत्सर्जन के मुख्य स्रोतों में परित्यक्त कुएं 10वें नंबर पर हैं. राष्ट्रपति जो बाइडेन अमेरिका में उत्सर्जन घटाने की कोशिश कर रहे हैं. जिस तरह जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले नुकसान की आशंका बढ़ती जा रही है, उसे देखते हुए एडम पेल्त्ज को लगता है कि कुओं को सील करने के लिए दिया जा रहा फंड बस एक शुरुआत भर है.

एसएम/एनआर  (एएफपी)