1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें
समाजजर्मनी

बिछड़े प्रेमी जोड़ों को जर्मनी देगा 'स्वीटहार्ट वीजा'

१० अगस्त २०२०

कोरोना के कारण यूरोपीय संघ के बाहर के देशों से उन लोगों के पार्टनरों को आने की अनुमति नहीं थी जो शादीशुदा नहीं हैं. अब ईयू के दबाव और ऑनलाइन अभियानों के चलते जर्मनी ने ऐसे प्रेमी जोड़ों के मिलने का रास्ता खोल दिया है.

https://p.dw.com/p/3gi8h
Frankfurt Flughafen Paar Umarmung Coronakrise
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/M. Probst

अब गैर शादीशुदा पार्टनर भी ईयू के बाहर के देशों से जर्मनी आ सकते हैं और जर्मनी में रहने वाले अपने पार्टनर से मिल सकते हैं. जर्मन गृह मंत्रालय ने इसकी घोषणा करते हुए उनके सामने यह साबित करने की शर्त रखी है कि उनका संबंध लंबे समय से चल रहा है. इसके लिए प्रेमी जोड़ों को ऐसे दस्तावेज पेश करने होंगे जिनसे पता चले कि वे एक साथ एक ही घर में रह चुके हैं या फिर जर्मनी में आमने-सामने एक दूसरे से मिलते रहे हैं. जर्मनी में रहने वाले पार्टनर की ओर से आधिकारिक रूप से आमंत्रण पत्र भी भेजना होगा और एक अलग दस्तावेज पर दोनों पार्टनरों को हस्ताक्षर करने होंगे जिस पर लिखा हो कि वे एक दूसरे के साथ प्रेम संबंध में हैं.

इस सूची में ईयू के बाहर के कई देश शामिल हैं जिनमें ऐसे देश भी हैं जो इस समय कोरोना के कारण "ज्यादा जोखिम वाले" माने जा रहे हैं. ऐसे इलाकों और देशों से आने वाले पार्टनरों को भी कोरोना के लिए अनिवार्य टेस्टिंग और जरूरत पड़ने पर क्वारंटीन का पालन करना होगा. फिलहाल अमेरिका, तुर्की और ईरान हाई रिस्क वाले देशों की सूची में हैं. अलग अलग जर्मन राज्यों में इसके लिए थोड़े अलग नियम हैं और गृह मंत्रालय ने हर यात्री से अपील की है कि वह आने से पहले ही उस राज्य के नियमों के बारे में अच्छी तरह समझ ले.  

जर्मनी में वैसे तो एक घर में साथ रहने वाले प्रेमी जोड़ों को सरकार की नजर में शादीशुदा जोड़ों जैसी ही मान्यता मिली हुई है. उन पर इनकम टैक्स के भी समान नियम लागू होते हैं. लेकिन कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी की स्थिति में समानता वाली यह सोच लागू नहीं हुई. मार्च से ही जर्मनी में रहने वाले ऐसे तमाम लोग अपने गर्लफ्रेंड और ब्वायफ्रेंड से नहीं मिल पाए थे, जो ईयू के बाहर किसी देश के रहने वाले हैं. वहीं शादीशुदा लोगों के पार्टनरों को वापस जर्मनी आने की अनुमति थी.

महामारी के समय में पहले से ही चिंता, अकेलापन और अनिश्चितता झेल रहे प्रेमी जोड़ों को यह दोहरा मापदंड बर्दाश्त नहीं हो रहा था और इसे बदलने के लिए उन्होंने #LoveIsEssential और #LoveIsNotTourism जैसे कुछ ऑनलाइन अभियान भी चलाए. "लव इज नॉट टूरिज्म" अभियान के तहत गैर शादीशुदा जोड़े मांग कर रहे थे कि उन्हें भी यात्रा करने दिया जाए क्योंकि वह घूमने फिरने के लिए नहीं बल्कि अपने पार्टनर से मिलने के लिए जाना चाहते हैं. 

इस तरह के वीजा को बोलचाल की भाषा में स्वीटहार्ट वीजा भी कहा जा रहा है. कुछ दिन पहले ही यूरोपीय संघ ने सभी सदस्य देशों से अपील की थी कि वे प्रेमी जोड़ों को वीजा देने के बारे में विचार करें. सबसे पहले इसका रास्ता खोलने वाले यूरोपीय देशों में डेनमार्क और नीदरलैंड्स समेत केवल आठ ही देश शामिल थे. इस समय यूरोपीय परिषद की अध्यक्षता संभाल रहे जर्मनी के इस कदम से बाकी सदस्य देशों को भी प्रेरणा मिलने की उम्मीद है.

आरपी/एमजे (डीपीए, एएफपी)

__________________________

हमसे जुड़ें: Facebook | Twitter | YouTube | GooglePlay | AppStore