13 हजार किलोमीटर लंबी उड़ान भरने वाला कबूतर मारा जाएगा
१४ जनवरी २०२१मेलबर्न में केविन सेली बर्ड को अपने घर के पिछवाड़े में 26 दिसंबर को यह परिंदा हांफता हुआ पड़ा मिला था. यह परिंदा अमेरिका के ओरेगॉन में 29 अक्टूबर को हुई एक रेस में से गायब हो गया था. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन के नाम पर इसका नाम जो रखा गया है. विशेषज्ञ संदेह जता रहे हैं कि प्रशांत महासागर को पार करने के लिए किसी मालवाहक जहाज के सहारे यह ऑस्ट्रेलिया पहुंच गया.
जो के इस कारनामे ने ऑस्ट्रेलियाई मीडिया में तो उसको मशहूर किया लेकिन इस शोहरत की वजह से वह देश के क्वारंटीन एंड इंस्पक्शन सर्विस की निगाह में भी आ गया.
सेली बर्ड का कहना है कि क्वारंटीन अधिकारियों ने उन्हें गुरुवार को फोन कर जो को पकड़ने के लिए कहा. सेली बर्ड के मुताबिक, "उन्होंने कहा कि वह अमेरिका से है और वो लोग बर्ड फ्लू की वजह से चिंतित हैं. वे चाहते थे कि मैं उनकी मदद करूं."
सेली बर्ड ने अधिकारियों से कहा कि वह उसे पकड़ नहीं सकते क्योंकि पास जाने पर जो भाग जाता है. उन्होंने बताया कि अधिकारी अब किसी बहेलिये को इस काम पर लगाना चाहते हैं.
ऑस्ट्रेलिया में जैव सुरक्षा के लिए जिम्मेदार कृषि विभाग का कहना है कि कबूतर को, "ऑस्ट्रेलिया में रहने की अनुमति नहीं है" क्योंकि वह, "ऑस्ट्रेलिया की खाद्य सुरक्षा और जंगली चिड़ियों की आबादी के लिए खतरा बन सकता है."
2015 में भी देश की सरकार ने दो यॉर्कशायर टेरी पिस्टल और बू को मारने की धमकी दी थी. हॉलीवुड स्टार जॉनी डेप और उनकी पूर्व पत्नी एंबर हर्ड इन्हें छिपा कर ऑस्ट्रेलिया लाए थे. 50 घंटे की समय सीमा मिलने के बाद दोनों कुत्तों पिस्टल और बू को चार्टर्ड विमान से देश के बाहर भेजा गया.
मेलबर्न में सेली बर्ड के घर के पिछवाड़े में कबूतर नहीं दिखते हैं. यहां तो घरेलू बत्तख ज्यादा हैं. सेली बर्ड के घर के पिछवाड़े में एक फव्वारा लगा है और कबूतर इसी फव्वारे में पानी पी रहा था और नहा रहा था. सेली बर्ड को वह कमजोर लगा तो उन्होंने कुछ सूखे बिस्किट तोड़ कर उसके खाने के लिए उसके सामने रख दिए.
दूसरे दिन भी सेलीबर्ड को वह उनके फव्वारे के पास ही मिला और तब भी कमजोर ही था. सेली बर्ड ने उसके पैरों में लगे नीले टैग को देख कर अंदाजा लगाया कि यह किसी और ने पाला है. अब कबूतर स्वस्थ और तंदुरुस्त हो चुका है और सेलीबर्ड के लिए उसके पकड़ना संभव नहीं है. सेलीबर्ड के मुताबिक ओकलाहोमा के अमेरिकी रेसिंग पिजन यूनियन ने जो की पहचान कर ली है. उसका मालिक मोंटगोमरी, अलाबामा में रहता है.
ऑस्ट्रेलिया के नेशनल पिजन एसोसिएशन ने भी जो को मारे जाने का समर्थन किया है. उन्हें आशंका है कि जो के साथ अमेरिकी बीमारियां ऑस्ट्रेलिया पहुंच जाएंगी.
किसी कबूतर के लिए अब तक की सबसे लंबी उड़ान का रिकॉर्ड 1931 में दर्ज किया गया था. तब एक कबूतर ने फ्रांस के आरास से वियतनाम के साइगॉन तक की यात्रा की थी. यह दूरी 11,600 किलोमीटर की है. इसमें कबूतर को 24 दिन लगे थे.
एनआर/आईबी (एएफपी)
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