हेरोइन के नशे में घिरता भारत
२४ जून २०११संयुक्त राष्ट्र की वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट 2011 में कहा गया है, "2009 में दक्षिण एशिया में 1.9 अरब डॉलर की हेरोइन का कारोबार हुआ. इसका ज्यादातर हिस्सा भारतीय अपराधी गुटों को गया. 1.4 अरब डॉलर के मूल्य के साथ भारत दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा बाजार है."
नशे के मामले में चीन, ईरान और पाकिस्तान भी पीछे नहीं हैं. यूएन ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी) के मुताबिक दक्षिण एशिया ड्रग्स की तस्करी का मुख्य रास्ता है. रिपोर्ट कहती है कि ड्रग्स का ज्यादातर हिस्सा अफगानिस्तान से आता है और भारत, पाकिस्तान होता हुआ पूर्वी और मध्य एशिया भेजा जाता है.
यूएनओडीसी का कहना है, "भारत के नशेड़ी ज्यादातर भारतीय हेरोइन का इस्तेमाल करते हैं. उच्च गुणवत्ता की वजह से तस्कर अफगान हेरोइन को निर्यात करना पंसद करते हैं." इस बीच म्यांमार में हेरोइन की खपत अचानक बढ़ गई है. 2009 में वहां हेरोइन की खपत में 20 फीसदी इजाफा हुआ.
भारत, नेपाल, मोरक्को और अफगानिस्तान को गांजे का गढ़ भी बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक सिथेंटिंक ड्रग्स की मांग बढ़ने के बावजूद दुनिया में हेरोइन, चरस, कोकेन और गांजे की मांग गिरी नहीं है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार