हुसैन के निधन पर बॉलीवुड में शोक
९ जून २०११फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, "यह चौंका देने वाली खबर है. अभी भी विश्वास नहीं हो रहा. अभी दो दिन पहले ही मैं एक दोस्त से उनकी चर्चा कर रहा था. वे एक महान फिल्म निर्माता थे. वे वही फिल्मे बनाते थे जिनमें उन्हें पूरा विश्वास होता था और वह उन्हें खुद ही फाइनेंस भी करते थे. वे एक बहुत ही खास इंसान थे और एक सच्चे कलाकार."
एमएफ हुसैन ने गजगामिनी और मीनाक्षी फिल्म का निर्माण किया. हुसैन की फिल्म मीनाक्षी में काम करने वाले रघुबीर यादव ने उनकी मौत के बारे में कहा, "बहुत दुख की बात है कि इतने बड़े दर्जे के कलाकार हमारे बीच नहीं रहे. उनके साथ काम करने से बहुत कुछ सीखने को मिला. वे बहुत शांत स्वभाव के थे और बेहद खुले विचारों के."
भारत को बहुत याद करते थे
शबाना आजमी ने कहा कि हुसैन एक करीबी दोस्त और एक अनोखे इंसान थे, "वे बेहद सफल कलाकार थे. उनके जैसे लोग सौ सालों में एक बार पैदा होते हैं. मैं आखिरी बार एक वीडियो कांफ्रेंस के दौरान उनसे मिलीं. वे बहुत भावुक हो गए थे जब हमने उनसे कहा कि हम उन्हें दोबारा भारत लाने की कोशिश करेंगे. वह भारत को बहुत याद करते थे."
शबाना आजमी के पति और गीतकार जावेद अख्तर ने कहा कि हुसैन दुनिया के बेहतरीन कलाकारों में थे, "मेरे ख्याल में इस देश में अधिकतर लोग कला के महत्व को उन्हीं के कारण समझ पाए हैं. भारतीय कला में उनका योगदान अपूर्व है."
ट्विटर पर संदेश
माइक्रो ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर संदेशों की बाढ़ सी आ गई. बॉलीवुड की कई बड़ी हस्तियों ने हुसैन के बारे में ट्वीट किया. राहुल बोस ने लिखा, "हुसैन गुजर गए. हम अपने सिर झुकाते हैं... कुछ दुख में तो कुछ इस शर्म में कि हम उन्हें जीवन के आखिरी दिन भी देश में नहीं बिताने दे पाए." हुसैन की मौत पर देव आनंद ने लिखा, "यह जान कर बहुत दुख हुआ कि एमएफ हुसैन नहीं रहे. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे."
फिल्म मीनाक्षी द्वारा बॉलीवुड में कदम रखने वाले अभिनेता कुणाल कपूर ने लिखा, "हुसैन साहब के बारे में जान कर बेहद दुख हुआ. वे केवल एक महाल कलाकार ही नहीं बल्कि एक असाधारण व्यक्ति भी थे. उनका जीने का जज्बा बेमिसाल था." इनके अलावा ट्विटर पर अमिताभ बच्चन, शेखर कपूर, मधुर भंडारकर और प्रीतीश नंदी ने भी संदेश लिख कर हुसैन की मौत पर शोक जताया.
रिपोर्ट: पीटीआई/ईशा भाटिया
संपादन:ए जमाल