हुम्बोल्ट के नाम पर पड़ा किस किस का नाम
14 सितंबर को अलेक्जांडर फॉन हुम्बोल्ट की 250वीं जयंती है. उनका नाम जर्मनी में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व और अंतरिक्ष तक में फैला है. जानिए किस किस क्षेत्र में उनके योगदान को दुनिया उनके नाम से याद करती है.
हुम्बोल्ट यूनिवर्सिटी, बर्लिन, जर्मनी
1949 से पहले केवल बर्लिन यूनिवर्सिटी कहे जाने वाले जर्मन राजधानी के इस प्रसिद्ध विश्वविद्यालय का नाम अलेक्जांडर फॉन हुम्बोल्ट और उनके भाई विलहेल्म के नाम पर रखा गया. विलहेल्म ने 1810 में इस शिक्षा संस्थान की स्थापना में अहम भूमिका निभाई थी. अल्बर्ट आइंस्टाइन से लेकर कई नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने यहां पढ़ाया है.
पिको हुम्बोल्ट, वेनेजुएला
वेनेजुएला की राजधानी काराकस में 1997 में खुले एक प्राइवेट स्कूल का नाम हुम्बोल्ट पर रखा गया. हुम्बोल्ट की स्पैनिश-अमेरिकन उपनिवेशों की यात्रा में 1799 में वेनेजुएला ही उनका पहला पड़ाव था. सिएरा नेवादा डे मेरीदा में स्थित देश की दूसरी सबसे ऊंची पर्वत चोटी का नाम भी उनके सम्मान में पिको हुम्बोल्ट रखा गया. पिको बोलीवार सबसे ऊंची चोटी है.
हुम्बोल्ट करंट, प्रशांत महासागर
चीन से लेकर न्यूजीलैंड और अफ्रीका से लेकर अंटार्कटिक तक- प्रकृति और प्राकृतिक घटनाओं के साथ हुम्बोल्ट का नाम जोड़ा जाना सबसे स्वाभाविक बात है. 1803 में जब वे दक्षिण अमेरिका के तटीय इलाके में पानी के रास्ते पहुंचे तो उन्होंने देखा कि ठंडा पानी ऊपर की ओर बह कर ट्रॉपिकल पानी से मिल रहा है. स्थानीय लोगों को तो यह पता ही था लेकिन हुम्बोल्ट के लेखन से यह दुनिया भर को पता चला और इससे उनका नाम जुड़ गया.
मारे हुम्बोल्टिएनम, चंद्रमा
सिर्फ इस धरती पर ही नहीं चंद्रमा तक पर उनका दखल रहा. लैटिन भाषा के शब्द "मारे" का अर्थ होता है समुद्र. चंद्रमा की सतह पर एक बड़े समतल हिस्से का नाम हुम्बोल्ट के नाम पर रखा गया. इसके अलावा भी उनके नाम पर एक क्रेटर का नाम रखा गया और दो एस्टीरॉयड्स का भी.
हुम्बोल्ट पेंग्विन, पश्चिमी दक्षिण अमेरिका
ये काली और सफेद पेंग्विन की प्रजाति हुम्बोल्ट पेंग्विन कहलाती है. इसका वैज्ञानिक नाम है स्फीनिस्कस हुम्बोल्टी. मध्यम आकार वाली यह प्रजाति चिली और पेरु में पाई जाती है. जलवायु परिवर्तन, बहुत ज्यादा मछलियां पकड़ने और समुद्रों के अम्लीकरण के कारण इन पर खतरा है. अब केवल कुछ हजार ही रह गईं इन पेंग्विन के अलावा भी कम से कम 100 छोटे बड़े जानवरों के नाम हुम्बोल्ट के नाम पर रखे गए हैं.
हुम्बोल्ट विलो, केंद्रीय एवं दक्षिण अमेरिका
इस प्रकृतिविज्ञानी के नाम पर कम से कम 300 पौधों का नाम पड़ा. इनमें से कई की खोज उन्होंने खुद ही की और अपनी दक्षिण अमेरिका की यात्राओं से उन्हें साथ वापस ले भी आए, जैसे कि तस्वीर में दिख रहा पौधा सैलिक्स हुम्बोल्टियाना. उन्होंने हजारों ऐसी प्रजातियां खोजीं लेकिन केवल कुछ को ही अपना नाम दिया. बाकी को बाद में उनके प्रशंसकों ने हुम्बोल्ट का नाम दिया.
हुम्बोल्ट रेडवुड्स स्टेट पार्क, हुम्बोल्ट काउंटी, कैलिफोर्निया
विज्ञान की दुनिया के शाहकार के नाम पर सबसे ऊंचे पेड़ का नाम होना जंचता है. 1921 में स्थापित हुम्बोल्ट रेडवुड्स स्टेट पार्क अब गिने चुने पुराने जंगलों में से रह गया है. यहां पाए जाने वाले सबसे ऊंचे रेडवुड पेड़ों की किस्म का वैज्ञानिक नाम है सेकोइया सेम्पेरविरेन्स. उनके नाम पर अमेरिका की चार काउंटियों का नाम, 13 शहरों का नाम और एक यूनिवर्सिटी का नाम रखा गया.
हुम्बोल्ट स्क्विड, प्रशांत महासागर
हुम्बोल्ट स्क्विड मांसाहारी होते हैं और लगभग अपना पूरा जीवन दक्षिण अमेरिका के तटीय इलाकों में हुम्बोल्ट करेंट में ही बिताते हैं. यह बड़े समूहों में चलते हैं और बहुत जल्दी अपना रंग बदलने की खूबी रखते हैं. यह किस्म 1.5 मीटर (4 फीट 11इंच) तक लंबे हो सकते हैं. हुम्बोल्ट खुद लगभग 90 साल जिए लेकिन उनके नाम वाले यह जीव केवल 1-2 साल ही जीते हैं.
हुम्बोल्ट ग्लेशियर, उत्तरी ग्रीनलैंड
ग्रीनलैंड में उनके नाम पर एक ग्लेशियर का नाम रखा गया है. इस ग्लेशियर का अगला हिस्सा 110 किलोमीटर चौड़ा है लेकिन अफसोस ये कि यह भी तेजी से पिघल रहा है. वेनेजुएला में स्थित एक अन्य हुम्बोल्ट ग्लेशियर तो लगभग गायब ही हो गया है. बीते 30 सालों में इसका 90 फीसदी हिस्सा खत्म हो गया. अगले 1-2 दशक में यह पूरा खत्म हो जाएगा.
हुम्बोल्ट फोरम, बर्लिन, जर्मनी
बर्लिन की उनकी गृहनगरी में हुम्बोल्ट के नाम को भूत ही नहीं भविष्य के साथ भी जोड़ा जा रहा है. रॉयल पैलेस में हुम्बोल्ट फोरम नाम का एक ऐसा मंच शुरु करने की योजना है, जो एक सांस्कृतिक केंद्र और गैर-यूरोपीय कला का संग्रहालय बनेगा. हुम्बोल्ट खुद भी इस महल में रहे थे. (टिमोथी रुक्स/आरपी)