हुनर ने हराया मजबूरी को
१२ अक्टूबर २०१०एक हादसे में अपने दोनों हाथ गंवा चुके लियू के साथ ऊपर वाला तो इंसाफ नहीं कर सका लेकिन टेलेंट हंट प्रतियोगिता के जजों ने उसके साथ पूरा न्याय कर इंसानियत को जिता दिया. हो भी क्यों न आखिर लियू ने अपने भीतर बैठे संगीत के उस हुनर को निखारा जिसे दबाने में कुदरत ने कोई कसर न छोड़ी. बचपन में ही दोनों हाथ खो बैठे लियू ने हिम्मत नहीं हारी और पैरों से हाथों का काम लिया. सतत रियाज के बाद 23 साल के लियू के पैर पियानो पर यूं थिरकने लगे जिसे सुनकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो जाए.
चीन के सबसे लोकप्रिय टीवी शो चायनास गॉट टेलेंट के फाइनल रांउड में भीड़ से खचाखच भरा शंघाई स्टेडियम उस पल का गवाह बना जब लियू को विनर घोषित किया गया. लियू ने पियानो पर जेम्स ब्लंट के मशहूर लव सांग यू आर ब्यूटीफुल को बजा कर न सिर्फ जजों बल्कि ऑडियंस का भी दिल जीत लिया.
ताईवान की मशहूर सिंगर जॉलिन साई ने तो लियू को अपने वर्ल्ड टूर के दौरान साथ चलने और अपने इस नायाब हुनर से दुनिया को रूबरू कराने का न्यौता तक दे दिया. लियू की तुलना स्कॉटलैंड की उस बेरोजगार सिंगर सूसन बोएली से की जा रही है जिसने हाल ही में ब्रिटेन्स गॉट टेलेंट में म्यूजिक एल्बम लेस मिसरेबल का गाना आई ड्रीम्ड अ ड्रीम गाकर जजों को अचंभित कर दिया था.
शुरू से ही संगीतकार बनने के ख्वाहिशमंद लियू के सपनों की दुनिया अचानक उस समय उजड़ती नजर आई जब महज दस साल की उम्र में लुका छिपी खेलते समय उन्हें बिजली के करेंट का जबरदस्त झटका लगा. डॉक्टरों को उनके दोनों हाथ काटने पड़े. लियू ने हिम्मत नहीं हारी और पैरों को ही उसने अपने हाथ बना डाले.
लियू की साधना रंग लाई और उनकी प्रतिभा का लोहा दुनिया ने भी माना जब शंघाई में उन्हें विनर घोषित किया गया. खुशी की आंसू आंखों में लिए लियू ने सिर्फ इतना ही कहा "शुक्र है ऊपर वाले का जिसने मुझे परफेक्ट पैर दिए." यह सुनकर शंघाई स्टेडियम में मौजूद लाखों आंखों का नम होना लाजमी था.
रिपोर्टः एजेंसियां/निर्मल
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य