हार के धब्बों को धोने उतरेगा भारत
१६ दिसम्बर २०१०भारत इस मैच में बिना अभ्यास मैच खेले उतर रहा है और माना जा रहा है कि कम से कम मैच के पहले हिस्से में हालात दक्षिण अफ्रीका के पक्ष में होंगे. खासतौर पर तेज गेंदबाज डेल स्टेन और मॉर्नी मोर्केल के लिए तो माहौल पूरी तरह फायदेमंद होगा. गुरुवार को बारिश का भी अनुमान है और आसमान बादलों से ढका रहेगा.
मंगलवार को ही पिच पर घास देखी जा रही थी. मोर्केल और कोच कोरी फान जिल दोनों ने कहा कि यह तेज गेंदबाजों के फायदे की बात है. हालांकी जिल ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजों के सामने उनके गेंदबाजों को अपना सबसे अच्छा प्रदर्शन करना होगा. उन्होंने कहा, "तेजी और उछाल के बारे में काफी बातें हो रही हैं. लेकिन उन हालात में खेलना एक चीज है और उन्हें अमल में लाना दूसरी."
हाल के दौरों में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन इतना खराब रहा है कि पिछले चार दौरों में टीम सिर्फ एक टेस्ट मैच जीत पाई है. लेकिन मौजूदा बल्लेबाजी इतनी आसानी से घुटने टेकने वाली नहीं है. भारत के सात में से पांच टॉप बल्लेबाज ऐसे हैं जिन्हें दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट मैच खेलने का अनुभव है. बाकी खिलाड़ी भी आईपीएल और चैंपियंस लीग के बहाने इस माहौल को आजमा चुके हैं. और भले ही आधिकारिक तौर पर दौरा सोमवार से शुरू हुआ है, लेकिन ज्यादातर भारतीय खिलाड़ी पहले से ही दक्षिण अफ्रिका में डेरा डाले हुए हैं. कोच गैरी कर्स्टन पिछले एक हफ्ते से उन्हें केप टाउन की अपनी अकादमी में ट्रेनिंग दे रहे हैं.
यही वजह है कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दावा करते हैं कि उनके खिलाड़ी बहुत शांत हैं और उनका ध्यान मैच पर लगा है. वैसे भारत की नंबर वन रैंकिंग को ज्यादातर जानकार यह कहकर चुनौती देते रहे हैं कि दक्षिण अफ्रीका में जीतकर दिखाएं तो मानें. लेकिन धोनी ऐसी किसी चुनौती के दबाव में नहीं आना चाहते. उन्होंने कहा, "बात सिर्फ एक सीरीज की नहीं होती. अगर आप रैंकिंग की बात करें तो पूरी पक्रिया के बाद आप वहां तक पहुंचते हैं. हमने 2008 के सितंबर में शुरू किया. आज हम जहां हैं अपने प्रदर्शन की वजह से हैं."
हालांकि जहीर खान की फिटनेस भारत के लिए चिंता का सबब बनी हुई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ए कुमार