1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

हम मानसिक रूप से तैयार नहीं- धोनी

१४ फ़रवरी २०११

वर्ल्ड कप शुरू होने से पहले भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कहना है कि भारतीय टीम मानसिक रूप से तैयार नहीं है. कैप्टन कूल का यह बयान नए विवाद को जन्म दे सकता है.

https://p.dw.com/p/10GtD
तस्वीर: AP

अतिव्यस्त क्रिकेट कैलेंडर और लगातार यात्रा करने से भारतीय क्रिकेट टीम न केवल शारीरिक रूप से थक गई है, बल्कि खिलाड़ियों पर मानसिक रूप दबाव भी पड़ा है. यह बात भारतीय कप्तान ने टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वॉर्मअप मैच में बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन के बाद कही.

शनिवार से शुरू हो रहे वर्ल्ड कप में भारत को प्रबल दावेदारों में माना जा रहा है. अपनी कप्तानी में टी-20 वर्ल्ड कप, आईपीएल और चैंपियंस लीग खिताब जिता चुके धोनी ने कहा, "वर्ल्ड कप से पहले लगातार सफर और एक के बाद एक सीरीज में टेस्ट, वनडे और ट्वेन्टी 20 से तालमेल स्थापित करने में टीम की मानसिक तैयारियां प्रभावित हुई हैं."

धोनी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रविवार को खेले गए वॉर्मअप मैच में बल्लेबाजों की असफलता के लिए मानसिक रूप से तैयारी में कमी को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा, "इस मैच के लिए हम मानसिक रूप से बिलकुल भी तैयार नहीं थे और यही कारण है कि हम ठीक बल्लेबाजी नहीं कर पाए." हालांकि भारत ने इस मैच को 38 रनों से जीता, लेकिन इस दौरान भारतीय टीम के शीर्ष बल्लेबाजी क्रम की कलई खुल गई और बल्लेबाज सस्ते में पैवेलियन लौट गए.

Flash-Galerie Yuvraj Singh
तस्वीर: AP

धोनी ने कहा कि एक फॉर्मेट से दूसरे फॉर्मेट में खेलने के लिए खुद को दिमागी तौर पर तैयार करना होता है और यह आसान नहीं है. उन्होंने कहा, "अगर आप साल में 35 वनडे और 10 टेस्ट मैच खेल रहे हैं. बीच में 45 दिनों तक आईपीएल भी खेलना है और साथ ही चैंपियंस लीग भी है. अगर अचानक से आपसे कहा जाए कि वॉर्मअप खेलना है तो इस परिस्थिति के लिए आप मानसिक रूप से तैयार नहीं होते हैं."

बैंगलोर में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेले गए वॉर्मअप मैच में गौतम गंभीर (6), युवराज सिंह (1), धोनी (11) और सुरेश रैना (12) फ्लॉप रहे. सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग अर्धशतक बनाने में सफल रहे थे, जबकि यूसुफ पठान ने 32 रनों का योगदान दिया था. भारत ने यह मैच स्पिनरों के दमदार प्रदर्शन की बदौलत जीता.

भारतीय टीम में युवा खिलाड़ियों की एक पूरी जमात है. गंभीर, पठान, विराट कोहली और रैना जैसे युवा खिलाड़ियों का यह पहला वर्ल्ड कप होगा. धोनी ने कहा, "हमारी टीम में प्रतिभा की कमी नहीं है. हमें सिर्फ अच्छी शुरुआत चाहिए, जिसमें मध्यक्रम अपना योगदान देकर उस शुरुआत को एक बड़े स्कोर में बदल सके."

धोनी खुद भी मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हैं. वनडे वर्ल्ड कप 2007 में टीम इंडिया बांग्लादेश से हारकर पहले दौर से ही बाहर हो गई थी, तब धोनी भी टीम का हिस्सा थे. उन्होंने 2007 के वर्ल्ड कप के अनुभव पर कहा, "हम पहले दो गेम अच्छा खेले. फिर पता नहीं क्या हुआ कि हम पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गए."

19 फरवरी से शुरू हो रहे वर्ल्ड कप में भारतीय बल्लेबाजी को बहुत मजबूत माना जा रहा है. भारत को बुधवार को न्यूजीलैंड के साथ अपना अंतिम वॉर्मअप मैच खेलना है. इसके बाद ढाका में भारत और बांग्लादेश के बीच वर्ल्ड कप का पहला मैच 19 फरवरी को खेला जाएगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/एस खान

संपादनः ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी