हत्या के बाद शोपियां में प्रदर्शन
२४ अप्रैल २०१०शोपियां के चावान गांव में लगभग 4000 लोगों ने तस्कर की हत्या के खिलाफ प्रदर्शन किया. एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक उन्होंने सेना की दो गाड़ियों को आग लगाई और सैनिकों पर पत्थर फैंके. वे 'आज़ादी' और 'हत्यारों को सज़ा' दिलाने के नारे लगा रहे थे. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए गोलियां चलाईं. घायल हुए चार लोगों को अस्पताल ले जाया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति का जायज़ा लेने और तनाव कम करने के लिए शोपियां पहुंच गए हैं.
पुलिस के मुताबिक शनिवार सुबह को सेना ने संदिग्ध आतंकवादियों के लिए एक जाल बिछाया था जिसमें लकड़ियों की तस्करी करने वाला गलती से मारा गया.
पिछले हफ्ते सेना द्वारा मारे गए एक और व्यक्ति के शव की जांच की गई. उसके परिवारवालों का कहना है कि उसका आतंकवाद से कोई लेना देना नहीं था, जैसा कि सेना ने आरोप लगाया है. जांच के बाद सेना ने एक बयान में कहा कि या तो यह व्यक्ति आतंकवादियों का गाइड था या फिर वे उसे कवच बना कर उसका इस्तेमाल कर रहे थे.
स्मगलर की हत्या को लेकर श्रीनगर में और विरोधी प्रदर्शन होने की ख़बर है. पुलिस का कहना है कि प्रदर्शनकारियों ने उन पर भी हमला किया. इससे पहले शुक्रवार को ही पुलिस ने श्रीनगर में प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़ी थी. इसमें करीब 10 लोग घायल हो गए थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः आभा मोंढे