हक़ीमुल्लाह का वीडियो, ज़िंदा होने का दावा
३ मई २०१०हक़ीमुल्लाह मेहसूद के नेतृत्व में तहरीक़-ए-तालिबान पाकिस्तान पर पिछले तीन साल के इस्लामी कट्टरपंथी हमलों में से कुछ गंभीर हमलों के आरोप लगे थे. इनके साथ वह पाकिस्तान की सुरक्षा के लिए प्रमुख ख़तरा बन गया था.
युवा, ऊर्जा से भरपूर और सुर्खियों में रहने को लालायित हक़ीमुल्लाह पिछले अगस्त में अमेरिकी ड्रोन हमले में बैतुल्लाह मेहसूद के मारे जाने के बाद नेतृत्व के कड़े संघर्ष के बाद तालिबान का नेता बना था.
नेता बनने के बाद हक़ीमुल्लाह ने बैतुल्लाह की मौत का बदला लेने की घोषणा की और उसके कुछ ही सप्ताह बाद तालिबान ने पाकिस्तान के सेना मुख्यालय की 20 घंटे तक नाकेबंदी का दावा किया. पाकिस्तान के सबसे ताक़तवर संस्थान पर यह अपमानजनक हमला था.
हक़ीमुल्लाह द्वारा 22 अगस्त को नेतृत्व संभालने के बाद पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में हुए आत्मघाती और अन्य बम हमलों में 1240 लोग मारे गए. 2009 में द्वितीयार्ध में ख़ासकर असैनिक नागरिकों पर बम हमलों में आई तेज़ी के बाद उसकी इराक़ में अल क़ायदा की रणनीति से तुलना होने लगी.
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार जॉर्डन के एक अल क़ायदा डबल एजेंट के साथ एक वीडियो में बैठना उसके लिए महंगा साबित हुआ जिसमें अफ़ग़ानिस्तान में सीआईए एजेंटों पर आत्मघाती हमले की ज़िम्मेदारी ली गई थी.
अमेरिकी ड्रोन से उत्तरी वज़ीरिस्तान के उस इलाक़े में लगातार मिसाइल हमले किये जाने लगे जिसमें लम्बे घुंघराले वालों और दाढ़ी वाले वारलॉर्ड के छिपे रहने की संभावना थी.महीनों तक यह माना जाता रहा कि उसकी मौत हो गई है. वह लापता हो गया और पाकिस्तान में तालिबान हमलों में भारी कमी आई. विशेषज्ञों ने इसका श्रेय अमेरिकी ड्रोन युद्ध और पाकिस्तानी तालिबान के ख़िलाफ़ पाकिस्तानी सेना के अभियान को दिया.
पेंटागन ने कहा कि यह स्पष्ट नहीं है कि हक़ीमुल्लाह ज़िंदा है या मर गया. पाकिस्तानी खुफ़िया अधिकारियों ने कहा कि वह बच गया है लेकिन उसके लिए कोई सबूत नहीं दिया. अब कथित रूप से पिछले महीने फिल्माए गए एक वीडियो में हक़ीमुल्लाह ने अपनी मौत की ख़बरों को खुला झूठ और काफ़िरों का प्रचार बताया है तथा अमेरिका पर हमलों की धमकी दी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य