स्वागत है माइन्त्ज़
२१ अगस्त २००९क्लब के ब्रुखवेग स्टेडियम में 20,300 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है. एक नया स्टेडियम बन रहा है, जहां 30 हज़ार से अधिक दर्शकों के लिए जगह होगी. सन 2010-11 के सत्र तक यह स्टेडियम बन जाएगा.
बुंडेसलीगा में प्रवेश के लिए माइन्त्ज़ को लगभग सौ साल लग गए. लेकिन सन 2004 में बुंडेसलीगा में आने के बाद वह तीन साल तक उसमें बना रहा. सन 2007 में उसे दूसरी लीग में गिरना पड़ा, सन 2008 में भी वह वहीं रह गया. लेकिन इस साल वह फिर से पहली लीग में आ गया है.
माइन्त्ज़ को अब तक किसी प्रतियोगिता में चैंपियन बनने का मौक़ा नहीं मिला है. लेकिन बुंडेसलीगा में अपनी छोटी सी अवधि के दौरान वह कई मैचों में अपनी महारत दिखा सका है. क्लब की शताब्दी के समारोह के ठीक चार दिन बाद सन 2005 में उसने शाल्के 04 को 2-1 से हराया था. उस वक्त शाल्के बुंडेसलीगा तालिका में पहले स्थान पर था.
बुंडेसलीगा में पहुंचने के बाद माइन्त्ज़ का प्रदर्शन इस साल कोई ख़ास बुरा नहीं रहा है. दो मैचों में दो ड्रॉ के बाद उसके दो अंक हैं. तालिका में वह दसवें स्थान पर है. बायर्न म्युंचेन से एक स्थान पहले.
लेखक: उज्ज्वल भट्टाचार्य
संपादन: एस जोशी