ब्रेन मशीन इंटरफेस तकनीक के जरिए आप एक जगह बैठे बैठे केवल अपने दिमाग से आसपास की कई चीजों को नियंत्रित कर पाएंगे. सोचिए कि शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के लिए यह तकनीक कितनी काम आ सकती है. मिसाल के तौर पर देखिए कि कैसे एक पायलट ने केवल अपने दिमाग से ही ड्रोन उड़ा दिया.