सेरेना ऑस्ट्रेलियन ओपन से बाहर
२३ जनवरी २०१२खराब तबियत के बावजूद तीन राउंड तक सेरेना विलियम्स आगे बढ़ती गईं लेकिन चौथे राउंड में उन्हें माकारोवा से असली चुनौती मिली और नाटकीय ढंग से वह 2-6 और 3-6 से सीधे सेटों में हार गईं. इसके साथ ही उनका छठी बार साल का पहला ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना धरा रह गया. सेरेना विलियम्स ने पहले तीन राउंड्स में सिर्फ ग्यारह गेम हारे थे और कई महीनों के आराम के बाद फिर से फॉर्म में आती लग रही थीं. लेकिन बिना रैंकिंग वाली माकारोवा के खिलाफ जूनियर विलियम्स बहन ने निराशाजनक प्रदर्शन किया. 13 बार ग्रैंड स्लैम जीत चुकी सेरेना थकी हुई लग रही थी और पहले सेट में उन्होंने 35 मिनट बाद ही 2-6 से हार मान ली. दूसरे सेट में उन्होंने थोड़ी मेहनत की लेकिन अंत में माकारोवा के सामने घुटने टेक दिए. बाद में उन्होंने कहा, "मैंने आज बहुत खराब खेला."
माकारोवा का मुकाबला अगले राउंड में सबीने लिसिकी या मारिया शारापोवा से होगा.
वहीं मेलबर्न में जीत और विश्व वरीयता क्रम में पहले स्थान के लिए पेत्रा क्वीतोवा दौड़ में बनी हुई हैं. चेक गणतंत्र की क्वीतोवा ने सर्बिया की अना इवानोविच को 6-2, 7-6(7-2) से हरा दिया.
पुरुषों में ब्रिटेन के एंडी मरे आसानी से अंतिम आठ के चक्र में प्रवेश कर गए. मरे ने यूं तो कजाखस्तान के मिखाइल कुकुश्किन को 6-1 और 6-1 से दबा रखा था लेकिन जब तीसरा सेट 1-0 से मरे के पाले में था तो कुकुश्किन को कूल्हे की चोट के कारण मैच से हटना पड़ा. 49 मिनट तक चले मैच के बाद मरे ने कहा, "यह कोई असली मैच नहीं था. वह तो ठीक से दौड़ भी नहीं पा रहे थे." मरे का लक्ष्य मेलबर्न में अपना पहला बड़ा टाइटल जीतना है.
पिछले दो सालों में मेलबर्न में फाइनल में पहुंचने वाले चौथे रैंकिंग वाले मरे का मुकाबला अब काई निशिकोरी से होगा. जापान के निशिकोरी ने छठी रैंकिंग वाले फ्रांसीसी खिलाड़ी जो विलफ्रीड जोंगा को 33 डिग्री की गर्मी में साढ़े तीन घंटों के खेल के बाद 2-6, 6-2, 6-1, 3-6 और 6-3 से हराया. 22 वर्षीय निशिकोरी 1968 से हो रहे ओपन ग्रैंड स्लाम टूर्नामेंट में क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले दूसरे जापानी हैं. उनसे पहले शूजो मात्सुओका 1995 में विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में हार गए थे.
रिपोर्ट: डीपीए/महेश झा
संपादन: ओ सिंह