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सीरिया में चुप हैं हथियार

१२ अप्रैल २०१२

सीरिया में हथियार चुप हैं. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार ऐसा लग रहा है कि गुरुवार सुबह शुरू हुए संघर्ष विराम को माना जा रहा है. संघर्ष विराम शुरू होने के बाद से लड़ाई की कोई खबर नहीं मिली है.

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तस्वीर: Reuters

संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव कोफी अन्नान द्वारा पेश शांति योजना में मध्य यूरोपीय संघ के अनुसार सुबह पांच बजे से सीरिया में एक साल से चल रहे सत्ता संघर्ष में विराम का प्रस्ताव था. 5 बजे के कुछ ही समय बाद ब्रिटेन स्थित सीरिया मानवाधिकार निगरानी केंद्र ने लेबनान की सीमा पर स्थित शहर सबादानी से धमाकों की खबर दी, लेकिन धमाकों की वजह पता नहीं है. वहां की एक निवासी ने रात में गोलीबारी होने की बात कही, लेकिन संघर्ष विराम शुरू होने के बाद उसे रोक दिया गया.

मानवाधिकार निगरानी केंद्र के प्रमुख रमी अब्देल रहमान ने कहा, "अल्टीमेटम के खत्म होने के एक घंटे बाद सभी क्षेत्रों में स्थिति शांत है." रहमान ने बेरूत में एएफपी से कहा कि टैंकों को हटाने के कोई संकेत नहीं दिखे हैं. सीरिया की सरकार ने मीडिया पर रोक लगा रखी है, इसलिए रिपोर्टों की स्वतंत्र पुष्टि संभव नहीं है.

सीरिया के रक्षा मंत्री ने मंगलवार को कहा था कि गुरुवार से सैनिक कार्रवाई रोक दी जाएगी. उन्होंने संघर्षरत शहरों से सेना को हटाने के बारे में कुछ नहीं कहा, जो शांति योजना का हिस्सा है. सरकार ने संघर्ष विराम की सहमति इस शर्त के साथ दी है कि वह हमले की स्थिति में उचित कार्रवाई करेगा. अन्नान की छह सूत्री शांति योजना में राजनीतिक संवाद की शुरुआत, मानवीय सहायता की अनुमति और जबरन गिरफ्तारियों की समाप्ति भी शामिल है. इसके अलावा पत्रकारों को खुली रिपोर्ट करने की छूट देने और नागरिक अधिकारों के पालन की भी मांग की गई है.

Annans Gespräche mit Assad in Syrien
तस्वीर: picture-alliance/dpa

अमेरिका की चिंता

जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने संघर्ष विराम शुरू होने से पहले टेलिफोन पर बात की और सीरिया संकट के समाधान के लिए सुरक्षा परिषद की कड़ी कार्रवाई की वकालत की है. व्हाइट हाउस के अनुसार उन्होंने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि बशर अल असद की सरकार अब तक कोफी अन्नान की शांति योजना को लागू नहीं कर रही है.

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार मार्च 2011 में असद सरकार के खिलाफ शुरू हुए विद्रोह के बाद से 9000 से अधिक लोग मारे गए हैं. संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी अधिकारियों का आरोप है कि असद ने मानवता के खिलाफ अपराध किया. संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी दूत सूजन राइस ने कहा है कि असद सरकार ने 1 अप्रैल को अन्नान योजना को स्वीकार करने के बाद से सैनिक कार्रवाई तेज कर दी थी.

विपक्षी सीरिया नैशनल काउंसिल ने कहा है कि वह और विद्रोही सैनिकों से बनी फ्री सीरियन आर्मी संघर्ष रोकने के लिए तैयार हैं, लेकिन साथ ही उन्होंने सरकार की प्रतिबद्धताओं पर संदेह व्यक्त किया है. काउंसिल के विदेशनैतिक प्रमुख बसमा कोदमानी ने कहा, "सीरियाई जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय सावधानी से नजर रखेंगे और सरकार के कदमों की निगरानी करेंगे."

ब्रिटेन और फ्रांस का दबाव

संघर्ष विराम से पहले जी-8 देशों की वाशिंगटन में बैठक हुई जिसमें सीरिया पर भी बातचीत हुई. ब्रिटेन और फ्रांस ने संघर्ष विराम को मोनीटर करने के लिए दबाव बनाया. फ्रांस के विदेश मंत्री अलां जुप्पे ने एक मजबूत निगरानी फोर्स तय करने की मांग की जो संघर्ष विराम के पालन की निगरानी करे और जो असद सरकार की बाधाओं के बिना आजादी से कहीं भी जा सके. ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि यदि असद सरकार संघर्ष विराम का पालन नहीं करती है तो उनकी सरकार विपक्ष के लिए समर्थन बढ़ा देगी और अतिरिक्त प्रतिबंधों की मांग करेगी.

गुरुवार को कोफी अन्नान जेनेवा से संयुक्त राष्ट्र को वीडियो पर सीरिया के बारे में रिपोर्ट देंगे. यह रिपोर्ट सुरक्षा परिषद की सीरिया पर भावी कार्रवाई के लिए अहम होगी. मॉस्को परंपरागत रूप से सीरिया का समर्थक कर रहा है, लेकिन वहां लगातार जारी हिंसा और पश्चिमी दबाव के कारण रूस और चीन के लिए असद सरकार का समर्थन जारी रखना मुश्किल होता जा रहा है.

एमजे/आईबी (रॉयटर्स, एएफपी)

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