सीरिया पर स्विट्जरलैंड में प्रदर्शन
स्विट्जरलैंड में एक तरफ तो सीरिया सरकार और विपक्ष के प्रतिनिधि शांति वार्ता के लिए एक दूसरे के आमने सामने हैं. दूसरी ओर असद सरकार और विपक्ष के समर्थन और विरोधी दोनों ही तरह के प्रदर्शन भी जारी हैं.
शांति की अपील
स्विट्जरलैंड में मोंत्रोए के मुख्य चौक पर सीरिया सरकार और विपक्ष दोनों के ही सर्थन और विरोध में प्रदर्शन जारी हैं. जैसे ही वार्ता में शामिल हो रहे प्रतिनिध होटल के कॉन्फ्रेंस रूम में पहुंचे, बाहर मानवाधिकार संगठन 'आवाज' ने लोगों का ध्यान खींचना शुरू कर दिया. संगठन सीरिया में शांति के लिए सरकार के विघटन की मांग कर रहा है.
राजनीतिक हल
'आवाज' संगठन ईमेल भेजकर और ऑनलाइन भी अपील कर रहा है. संगठन के सदस्यों का कहना है कि सीरिया के 85 फीसदी शरणार्थी देश में तीन साल से जारी हिंसा का राजनीतिक हल चाहते हैं.
असद के लिए संदेश
12 घंटे की बस यात्रा करने के बाद फ्रांस से आए प्रदर्शनकारियों ने होटल के बाहर प्रदर्शन किए. लेकिन न थमने वाले उनके नारे 'असद झूठा है, असद झूठा है' होटल के अंदर तक सुने जा सकते थे.
जेनेवा 1 से असहमति
असद विरोधी प्रदर्शनों में सीरिया का झंडा लहराते हुए प्रदर्शनकारियों ने पारंपरिक गाने गाए. एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि वे जेनेवा में 2012 में हुई सीरिया में अंतरिम सरकार लाने की घोषणा से सहमत नहीं हैं. उन्होंने कहा वे इसे स्वीकारने के लिए तैयार नहीं हैं.
जीत किसकी
असद के समर्थक भी सरकारी प्रतिनिधिमंडल की हौसला अफजाई के लिए स्विट्जरलैंड पहुंचे हैं. प्रदर्शनकारी बार बार दोहरा रहे हैं कि 'बशर ही हमारे राष्ट्रपति हैं.' कई यूरोपीय देशों से काफी बड़ी संख्या में लोग स्विट्जरलैंड में प्रदर्शन करने पहुंचे हैं.
कौन रोक सकता है युद्ध
असद के समर्थक इस बात से भी नाराज हैं कि ईरान को सम्मेलन में शामिल होने के लिए भेजा गया आमंत्रण वापस ले लिया गया. कई बैनरों के जरिए असद समर्थकों ने यह संदेश देने की कोशिश की कि केवल असद ही सत्ता की बागडोर संभालने के लायक हैं क्योंकि वह ही देश में सिर उठा रहे आतंकवाद को रोक सकते हैं.
बातचीत जारी
प्रदर्शनों से अप्रभावित प्रतिनिधियों ने बुधवार को मोंत्रोए में हुए सम्मेलन में हिस्सा लिया. शुक्रवार से असद सरकार और विपक्ष के प्रतिनिधि शांति वार्ता के लिए आमने सामने हैं. बहुत ठोस परिणामों की उम्मीद तो नहीं की जा रही है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र बंदियों की अदला पदली, क्षेत्रीय युद्ध विराम और मदद जैसे मुद्दों पर हल निकलने की उम्मीद कर रहा है.