सिर्फ़ प्रार्थना नहीं बल्कि अच्छा खेलें: शाह रुख़
१३ अप्रैल २०१०पिछले मैच में जब कोलकाता की टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से हार गई थी तो शाह रुख़ ख़ान को काफ़ी झटका पहुंचा. कोलकाता के सेमीफ़ाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को धक्का पहुंचा. दुख के पल में उनके दोस्तों और बच्चों ने शाह रुख़ को सांत्वना दी. शाह रुख़ का मानना है कि चिदंबरम स्टेडियम में हो रहे मैच में उनके उपस्थित होने से टीम पर दबाव पड़ सकता है.
सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर में अपने पेज पर शाह रुख़ कहते हैं, "नहीं, मैं मैच देखने चेन्नई नहीं आऊंगा. मुझे लगता है कि टीम को ख़ुद सोचकर, मेरी शारीरिक या मानसिक दख़लंदाज़ी के बग़ैर खेलना चाहिए."
टीम के प्रदर्शन से हतोत्साहित शाह रुख़ कहते हैं कि सिर्फ़ पूजा और प्रार्थना से टीम का फ़ायदा नहीं होगा. "किसी ने कहा कि केकेआर के मैचों में ज़्यादा अच्छी तरह प्रार्थना करने से कुछ मदद मिलेगी. लेकिन मैं ऐसा नहीं सोचता. ज़्यादा अच्छा खेलना हमारे लिए काम आएगा."
बॉलिवुड सुपर स्टार शाह रुख़ कहते हैं कि रॉयल चैलेंजर्स से जब कोलकाता हार गई तो उनके बच्चों और क़रीबी दोस्तों ने उन्हें सांत्वना दी. शाह रुख़ और कोलकाता की टीम को यही बात खल रही है कि आईपीएल के सेमीफ़ाइनल तक पहुंचने के लिए उन्हें बाकी तीनों मैच जीतने होंगे.
रिपोर्टः पीटीआई/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः एस गौड़