सिंगापुर में हर चौथा विदेशी भारतीय
२० जुलाई २०१०इस वक्त करीब ढाई करोड़ भारतीय विदेशों में रह रहे हैं. सिंगापुर में इनकी तादाद अब चार लाख के पार पहुंच गई है. सिंगापुर सरकार के आकंड़ों के मुताबिक 2007 तक उनके देश में दो लाख भारतीय थे. बीते दो साल में यह संख्या दोगुनी रफ्तार से बढ़ी है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सिंगापुर में भारतीय कंपनियां तेजी से करोबार फैला रही हैं. इस वक्त वहां 3,000 भारतीय कंपनियां सफलता से व्यवसाय कर रही हैं. भारतीय लोग संगीत, खान पान, आईटी और फाइनेंस के क्षेत्र में नाम कमा रहे हैं.
यही वजह है कि तमिल सिंगापुर में चौथी आधिकारिक भाषा है. अंग्रेजी, मंडारिन (चीनी भाषा) और मलय के बाद दफ्तरों में तमिल में ही कामकाज होता है.सिंगापुर सरकार इन नतीजों से हैरान लेकिन खुश है. कई भारतीय लंदन जैसे हाई फाई शहरों को छोड़कर सिंगापुर में बस रहे हैं. उनका मानना है कि सिंगापुर उनकी संस्कृति और घर के करीब है. तनख्वाह के मामले में भी वह पश्चिमी देशों को टक्कर दे रहा है.
सिंगापुर सरकार का कहना है कि भारतीयों की बढ़ती संख्या से उसे कोई परेशानी नहीं है. वीजा संबंधी सुविधाओं को भी जस का तस बनाए रखने की बात कही गई है. भारतीयों की वजह से अब सिंगापुर में क्रिकेट का खुमार भी परवान चढ़ रहा है. कभी 36 टीमों के साथ शुरू हुए घरेलू क्रिकेट में अब 90 टीमें हिस्सा ले रही हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ ओ सिंह
संपादन: एस गौड़