साइकिल पर इराकी लड़कियां
इराक में साइकिल क्रांति हो रही है. लड़कियां साइकिल चलाकर उन सामाजिक पाबंदियों को तोड़ रही हैं जो महिलाओं को झेलनी पड़ती हैं. अब कुछ लड़कियां इसे बदलने की कोशिश कर रही हैं.
कानून नहीं है जो महिलाओं को साइकिल चलाने से रोकता हो, पर अच्छा नहीं मानते.
दिसंबर में बगदाद में महिलाओं ने साइकिल रैली निकाली, तो नजरें ठहर गईं.
इन तस्वीरों को देखकर एकबारगी यकीन ही नहीं होता कि बगदाद ऐसा भी है.
थॉमसन रॉयटर्स के मुताबिक मिस्र के बाद सबसे खराब हालत इराकी महिलाओं की है.
देश के कई इलाके ऐसे हैं जहां इस्लामिक स्टेट का कब्जा है, यानी औरतों पर सख्त पाबंदी.
देश के कामगारों में महिलाओं का हिस्सा सिर्फ 14.7% है.
इसलिए जब बगदाद में लड़कियां साइकिल रैली में के लिए आईं तो युग बदलने जैसा था.
जाहिर है, इराक की ऐसी तस्वीरें दुनिया को कम ही दिखाई देती हैं.
2015 में बगदाद ने टीकरा आलूश के रूप में पहली बार एक महिला को मेयर चुना था.
अलूश की जीत ने महिलाओं के हालात सुधरने की उम्मीद जगाई थी.
इसलिए साइकिल चलातीं लड़कियों ने मुल्क को उम्मीद भरी मुस्कुराहट दी है.
रिपोर्ट: ए गनबरी
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