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समुद्री लुटेरों को 27 लाख डॉलर की फिरौती

३ अगस्त २००९

एक जर्मन जहाज़ को अगवा करने वाले सोमाली समुद्री डाकुओं का कहना है कि उन्हें 27 लाख डॉलर की फिरौती मिल गई है और इस रक़म की गिनती पूरी होने के बाद वह जहाज़ को छोड़ देंगे.

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चार महीने से डाकुओं के कब़्ज़े में है हंसातस्वीर: picture-alliance/ dpa

सोमालिया के समुद्री डाकुओं ने जर्मन जहाज़ हंसा को 4 अप्रैल से अगुवा किया हुआ था. इस पर जर्मनी के पांच, रूस के तीन, यूक्रेन के दो और फ़िलीपीन्स के 14 नागरिक सवार हैं. रॉयटर्स समाचार एजेंसी ने एक समुद्री डाकू अब्दी के हवाले से बताया है, "हमें हंसा के लिए 27 लाख डॉलर की फिरौती मिली है. अब हम इस पैसे को बांट रहे हैं."

जर्मन झंडे वाले इस हंसा श्टावांगर जहाज़ को सोमालिया के किसमायु बंदरगाह से 645 किलोमीटर दूर दक्षिण में सोमालियाई समुद्री लुटेरों ने अगुवा किया था. इस जहाज़ की मालिक हैम्बर्ग की लिओनहार्ड्ट एंड ब्लूमबर्ग शिपिंग कंपनी है. 20 हज़ार टन का यह जहाज़ पिछले हफ़्ते ही रिहा किया जाना था, लेकिन लुटेरों ने ज़्यादा फिरौती की मांग की. इसके पहले ही मलेशिया के एक जहाज़ को भी फिरौती मिलने के बाद रिहा किया गया था. इस पर ग्यारह मलेशियाई नागरिक सवार थे.

हिंद महासागर और अदन की खाड़ी में सोमालियाई समुद्री लुटेरों का दबदबा है और वे एशिया और यूरोप को जोड़ने वाले इस समुद्री रास्ते से जाने वाले जहाज़ों को अगुवा कर लाखों डॉलर की फिरौती पाते हैं.

रिपोर्टः रॉयटर्स/आभा मोंढे

संपादनः ए कुमार