सबसे बड़ा एम्फिबियस एयरक्राफ्ट
जब पूरी दुनिया जेट इंजन वाले तेज रफ्तार विमान बना रही हो, तब चीन को आखिर प्रोपैलर वाला धीमा विमान बनाने की जरूरत क्यों महसूस हुई? वह भी दुनिया का सबसे एम्फिबियस एयरक्राफ्ट.
पहली सफल उड़ान
चीन के AG600 एयरक्राफ्ट ने पहली बार करीब एक घंटे की सफल उड़ान भरी. बोइंग 737 जितने बड़े इस विमान को चीन ने कुनलोंग नाम दिया है. यह एम्फिबियस विमान है, जो जल और जमीन से उड़ान भर सकता है.
सबसे बड़ा एम्फिबियस
वैसे तो सबसे बड़ा एम्फिबियस विमान स्प्रूस गूज था, लेकिन 1947 में वह कुछ ही सेकेंड की उड़ान भर पाया. पहली उड़ान के बाद उसे म्यूजियम बना दिया गया. सफल उड़ान भरने की क्षमता के हिसाब से देखा जाए तो चीन का कुनलोंग सबसे बड़ा एम्फिबियंस विमान है.
सैन्य इस्तेमाल
प्रोपैलर वाले विमान जेट इंजन वाले जहाजों की तुलना में धीमे उड़ान भरते हैं. लेकिन प्रोपैलरों की मदद से ये विमान पानी और बर्फीले इलाकों में भी आसानी से उड़ान भर सकते हैं. कम रफ्तार के कारण निगरानी करने, आग बुझाने और राहत व बचाव के कामों में भी ये ज्यादा कारगर साबित होते हैं.
दक्षिण चीन सागर पर नजर
चीनी सेना विवादित दक्षिण चीन सागर पर अपनी पैठ लगातार बढ़ा रही है. एक अमेरिकी थिंक टैंक के मुताबिक बीजिंग विवादित इलाके में वायु और नौसैनिक अड्डा बनाना चाहता है.
सैन्य आधुनिकीकरण
AG600 के जरिये चीन ने साबित कर दिया है कि वह किस रफ्तार से सेना का आधुनिकीकरण कर रहा है. चीन अपना विमानवाही युद्धपोत 001A भी बना चुका है. रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक चीन सैन्य शक्ति के मामले में अमेरिका की बराबरी करने लगा है. (रिपोर्ट: शामिल शम्स/ओएसजे)